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National Food Day: स्वस्थ और संतुलित भोजन की ओर जागरूकता का संदेश

National Food Day: स्वस्थ और संतुलित भोजन की ओर जागरूकता का संदेश

हर साल 24 अक्टूबर को नेशनल फ़ूड डे मनाया जाता है। यह दिन हमें हमारे भोजन की आदतों पर ध्यान देने और उन्हें सुधारने के लिए प्रेरित करता है। आज के समय में फास्ट फूड और पैकेज्ड भोजन का चलन बहुत बढ़ गया है, जिससे हम प्राकृतिक और पौष्टिक भोजन से दूर होते जा रहे हैं। नेशनल फ़ूड डे का मुख्य उद्देश्य यही है कि हम अपनी डाइट में ताजगी, पोषण और संतुलन लाएँ।

नेशनल फ़ूड डे का इतिहास

दूसरे विश्व युद्ध के बाद पैकेज्ड और सुविधा-युक्त भोजन (convenience food) बहुत लोकप्रिय हो गया। यह परिवारों और कामकाजी महिलाओं के लिए एक आसान विकल्प था। लेकिन इस सुविधा के साथ आर्टिफ़िशियल ट्रांस-फैट्स, प्रिज़र्वेटिव्स और अस्पष्ट लेबलिंग जैसी समस्याएं भी आईं। इससे वैज्ञानिक और पोषण विशेषज्ञ चिंतित हो गए कि परिवार खुद को पोषण संबंधी जानकारी से अनजान पा रहे हैं।

1971 में, Center for Science in the Public Interest (CSPI) की स्थापना की गई। यह एक स्वतंत्र और विज्ञान आधारित उपभोक्ता संगठन है, जिसका उद्देश्य अमेरिकी परिवारों के लिए स्वस्थ भोजन को बढ़ावा देना और खाद्य प्रणाली में सुधार लाना है। CSPI ने बेहतर लेबलिंग, ट्रांस-फैट्स को हटाने और स्कूल लंच में सुधार जैसी पहल की।

1975 में CSPI ने नेशनल फ़ूड डे की शुरुआत की। इसका उद्देश्य लोगों को स्वास्थ्यवर्धक भोजन, ताजे फल, सब्ज़ियां, साबुत अनाज और प्राकृतिक प्रोटीन के महत्व के प्रति जागरूक करना था। यह दिन Earth Day की तरह ही लोगों में जागरूकता फैलाने का अवसर बन गया।

नेशनल फ़ूड डे का महत्व

नेशनल फ़ूड डे सिर्फ एक दिन का उत्सव नहीं है, बल्कि यह हमें याद दिलाता है कि स्वस्थ और संतुलित भोजन हमारे जीवन की नींव है। ताजगी और पोषण से भरपूर भोजन न केवल शारीरिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है बल्कि मानसिक स्वास्थ्य और ऊर्जा स्तर को भी बेहतर बनाता है। छोटे बदलाव जैसे ताज़ा फल और सब्ज़ियों का सेवन, जंक फूड की जगह हेल्दी स्नैक्स, आपके और आपके परिवार के लिए बड़े लाभ ला सकते हैं।

नेशनल फ़ूड डे का टाइमलाइन

  • 1500 ईसा पूर्व: प्राचीन मिस्र में पहली बार यीस्ट ब्रेड का रिकॉर्ड मिला।
  • 1921: व्हाइट कैसल, अमेरिका की पहली फास्ट फूड चेन, वॉचिटा, कान्सास में खुली।
  • 1971: CSPI की स्थापना।
  • 1975: पहला नेशनल फ़ूड डे मनाया गया।
  • 2015: फ़ूड डे एप्पल क्रंच, जिसमें छात्रों ने #FoodDay2015 हैशटैग के साथ तस्वीरें साझा कीं।

नेशनल फ़ूड डे कैसे मनाएँ

1. वास्तविक और ताज़ा भोजन खाएँ
इस दिन कोशिश करें कि आपकी सारी भोजन सामग्री प्राकृतिक और ताज़ी हो। स्नैक्स के लिए चिप्स के बजाय सेब या गाजर की स्टिक्स चुनें। मीठा खाने का मन हो तो पैकेज्ड बार की जगह घर का बना ग्रेनोला खाएँ। छोटे बदलाव भी आपके स्वास्थ्य और परिवार की डाइट पर बड़ा प्रभाव डाल सकते हैं।

2. शॉपिंग के तरीके बदलें
अक्सर हम आदत से वही चीज़ें खरीदते हैं। नेशनल फ़ूड डे पर कोशिश करें कि ग्रोसरी शॉपिंग की योजना बदलें। सुपरमार्केट के बाहर की परिधि (perimeter) पर ज्यादा समय बिताएँ – यही जगह है जहां ताजे फल, सब्ज़ियां, डेयरी और मांस मिलते हैं। बीच की अलमारियों में पैकेज्ड और प्रोसेस्ड फूड्स होते हैं।

3. समुदाय में भाग लें
नेशनल फ़ूड डे पर विभिन्न समुदायिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। आप कार्यशालाओं और स्थानीय इवेंट्स में भाग लेकर दूसरों से जुड़ सकते हैं और स्वस्थ जीवनशैली के बारे में जानकारी ले सकते हैं।

4. नए और स्वस्थ रेसिपीज़ आज़माएँ
स्वस्थ खाना मतलब जटिल या समय लेने वाला खाना नहीं। कुछ आसान विकल्प हैं:

  • बच्चों के लिए पीनट बटर के साथ गाजर स्टिक्स।
  • ताजे या फ्रीज किए हुए सब्ज़ियों से एशियन स्टिर-फ्राई।
  • डेली सेक्शन से रोटिसरी चिकन खरीदें और इसे ताजे सलाद या घर पर बने स्वीट पोटैटो फ्राइज के साथ परोसें।
  • छोटे बदलाव आपके स्वास्थ्य और परिवार की डाइट पर बड़ा असर डाल सकते हैं। यह आदतें लंबे समय तक टिकाऊ होती हैं।

नेशनल फ़ूड डे के लाभ

  • स्वस्थ जीवनशैली: ताजे और प्राकृतिक खाद्य पदार्थ खाने से वजन नियंत्रित रहता है और रोगों का खतरा कम होता है।
  • परिवार का स्वास्थ्य: बच्चों और बुजुर्गों की पोषण आवश्यकता पूरी होती है।
  • समुदाय में जागरूकता: स्थानीय कार्यक्रमों में भाग लेने से दूसरों को भी प्रेरित किया जा सकता है।
  • नई आदतें: जंक फूड की बजाय हेल्दी विकल्प अपनाने की आदत बनती है।

नेशनल फ़ूड डे सिर्फ एक दिन नहीं, बल्कि यह हमें याद दिलाता है कि स्वस्थ, ताजे और प्राकृतिक भोजन अपनाएँ। छोटे बदलाव भी हमारे जीवन और स्वास्थ्य पर बड़ा असर डाल सकते हैं। इस दिन अपने परिवार और दोस्तों के साथ स्वस्थ भोजन का आनंद लें और दूसरों को भी प्रेरित करें। याद रखें, स्वास्थ्य सबसे बड़ा धन है। 24 अक्टूबर को उठाएँ पहला कदम और अपने जीवन में स्थायी बदलाव लाएँ।

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