NEET UG 2025 परीक्षा में इस बार 12 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने सफलता प्राप्त की है, और अब सभी की नजर काउंसलिंग प्रक्रिया पर टिकी हुई है।
नीट यूजी 2025 का रिजल्ट घोषित हो चुका है और अब लाखों सफल अभ्यर्थियों की नजरें काउंसलिंग शेड्यूल और राज्यवार सीटों पर टिकी हैं। खासकर हरियाणा राज्य के छात्र इस बात को लेकर उत्सुक हैं कि उन्हें कितने अंक पर सरकारी मेडिकल कॉलेजों में MBBS सीट मिल सकती है। इस रिपोर्ट में हम जानेंगे कि हरियाणा में कुल कितनी सरकारी और प्राइवेट मेडिकल सीटें उपलब्ध हैं, राज्य कोटा के तहत कितने नंबर तक मिल सकती है सरकारी कॉलेज में सीट और काउंसलिंग प्रक्रिया की रूपरेखा कैसी रहने वाली है।
इस बार नीट में हुआ रिकॉर्ड प्रदर्शन
NEET UG 2025 की परीक्षा में इस साल रिकॉर्ड 22 लाख से अधिक छात्रों ने हिस्सा लिया, जिसमें से लगभग 12.36 लाख छात्र पास हुए हैं। परीक्षा का आयोजन 5 मई को पूरे देश में पेन-पेपर मोड में किया गया था, जो 13 भाषाओं में आयोजित हुई थी। इस बार मेरिट में टॉप स्कोर करने वाले छात्रों की संख्या भी पहले से ज्यादा रही। रिपोर्ट के अनुसार 73 छात्रों ने 650 से अधिक अंक प्राप्त किए हैं। इससे कटऑफ पर प्रभाव पड़ना तय है, खासकर टॉप मेडिकल कॉलेजों के लिए प्रतियोगिता पहले से अधिक कड़ी हो गई है।
हरियाणा में कुल कितने मेडिकल कॉलेज
हरियाणा में वर्तमान में कुल 13 मेडिकल कॉलेज हैं, जिनमें से 7 सरकारी, 5 निजी और 1 डीम्ड विश्वविद्यालय है। सरकारी मेडिकल कॉलेजों में प्रमुख संस्थान हैं:
- पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (PGIMS), रोहतक
- कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज, करनाल
- शहीद हसन खान मेवाती राजकीय मेडिकल कॉलेज, नल्हड़
- श्री अटल बिहारी वाजपेयी गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, फरीदाबाद
- भूपिंद्र सिंह महिला मेडिकल कॉलेज, खानपुर कलां, सोनीपत
- ESIC मेडिकल कॉलेज, फरीदाबाद
- महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय मेडिकल यूनिट, रोहतक
इन संस्थानों में मेडिकल शिक्षा के लिए बेहतरीन सुविधाएं और अनुभवी फैकल्टी मौजूद हैं, इसलिए इन कॉलेजों में दाखिले के लिए प्रतिस्पर्धा काफी तीव्र होती है।
हरियाणा में MBBS की कुल सीटें
हरियाणा में MBBS की कुल 2,185 सीटें हैं, जिनमें से
- 835 सीटें सरकारी कॉलेजों में
- 1350 सीटें निजी मेडिकल कॉलेजों में
इन सभी सीटों पर दाखिला नीट यूजी के स्कोर के आधार पर ही होगा। सरकारी और निजी कॉलेजों दोनों में सीट आवंटन प्रक्रिया पूरी तरह से काउंसलिंग के माध्यम से की जाएगी।
ऑल इंडिया और राज्य कोटा का वितरण
हरियाणा समेत सभी राज्यों के सरकारी मेडिकल कॉलेजों की कुल सीटों का 15 प्रतिशत हिस्सा ऑल इंडिया कोटा (AIQ) के तहत भर जाता है, जिसकी काउंसलिंग मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (MCC) द्वारा की जाती है। बाकी 85 प्रतिशत सीटें राज्य कोटा के तहत भरी जाती हैं, जिनकी जिम्मेदारी राज्य चिकित्सा परामर्श प्राधिकरण की होती है।
इसलिए हरियाणा के निवासी उम्मीदवारों को राज्य कोटा के अंतर्गत ज्यादा सीटों का लाभ मिल सकता है, बशर्ते उनका स्कोर उपयुक्त हो।
सरकारी मेडिकल कॉलेज में दाखिले के लिए कितने नंबर जरूरी
विशेषज्ञों के अनुसार इस वर्ष कटऑफ अपेक्षाकृत ऊंची जा सकती है। लेकिन राज्य कोटा के तहत कटऑफ थोड़ा कम होता है, खासकर काउंसलिंग के अंतिम राउंड में। अनुमान के अनुसार:
- जनरल श्रेणी के छात्रों को चौथे राउंड तक 527 अंक तक पर भी सरकारी सीट मिल सकती है
- अगर किसी छात्र के अंक 550 से ऊपर हैं, तो उसे राज्य कोटा में सरकारी मेडिकल कॉलेज मिलने की संभावनाएं मजबूत हैं
- ऑल इंडिया कोटा में जनरल कैटेगरी के लिए कटऑफ लगभग 615-630 अंक रहने की संभावना है
हालांकि यह आंकड़े अनुमानित हैं और अंतिम कटऑफ मेडिकल काउंसलिंग कमेटी और राज्य सरकार द्वारा निर्धारित की जाएगी।
हरियाणा की काउंसलिंग प्रक्रिया कैसी होगी
हरियाणा में MBBS/BDS एडमिशन के लिए राज्य स्तरीय काउंसलिंग हरियाणा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय, रोहतक के तहत संचालित की जाती है। प्रक्रिया कुछ इस प्रकार होगी:
- ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन: उम्मीदवारों को अधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन करना होगा।
- चॉइस फिलिंग और लॉकिंग: रजिस्ट्रेशन के बाद छात्र अपनी पसंद के कॉलेजों और कोर्स की प्राथमिकता सूची भरेंगे।
- सीट अलॉटमेंट: उपलब्ध सीटों और मेरिट के आधार पर सीटों का आवंटन किया जाएगा।
- डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और रिपोर्टिंग: आवंटन के बाद संबंधित कॉलेज में दस्तावेजों की जांच और एडमिशन प्रक्रिया पूरी करनी होगी।
हर चरण की जानकारी वेबसाइट पर समय-समय पर दी जाती है। अभ्यर्थियों को सलाह दी जाती है कि वे आधिकारिक सूचना पर नजर बनाए रखें और सभी दस्तावेज पहले से तैयार रखें।
जरूरी दस्तावेज
काउंसलिंग और एडमिशन के दौरान छात्रों को निम्नलिखित दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे
- नीट यूजी स्कोर कार्ड
- रजिस्ट्रेशन स्लिप
- 10वीं और 12वीं की मार्कशीट
- डोमिसाइल प्रमाण पत्र (हरियाणा निवास प्रमाण पत्र)
- जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
- फोटो, आधार कार्ड, काउंसलिंग फीस की रसीद
तैयारी कैसे करें
जो छात्र इस बार 500 से कम अंक लाकर सरकारी सीट से वंचित रह गए हैं, वे अगली बार की तैयारी के लिए कोचिंग का सहारा ले सकते हैं या निजी कॉलेजों की काउंसलिंग में भाग लेकर भी विकल्प देख सकते हैं। इसके अलावा आयुष और पैरामेडिकल कोर्स भी अच्छे करियर विकल्प हो सकते हैं।