Bonus Share Update: नेस्ले इंडिया ने एनएसई और बीएसई को सूचित किया है कि कंपनी के बोर्ड ने 1:1 के अनुपात में बोनस इक्विटी शेयर जारी करने की सिफारिश की है। यह निर्णय हाल ही में हुई बोर्ड बैठक के दौरान लिया गया, जिसमें कंपनी की पूंजी संरचना को और मज़बूत बनाने के उद्देश्य पर चर्चा की गई थी।
एफएमसीजी सेक्टर की दिग्गज कंपनी नेस्ले इंडिया ने गुरुवार को अपने निवेशकों के लिए एक बड़ी घोषणा की है। कंपनी ने शेयरधारकों को 1:1 अनुपात में बोनस शेयर देने का ऐलान किया है। यानी जिनके पास एक शेयर है, उन्हें एक और अतिरिक्त शेयर मिलेगा। इस खबर के बाद बाजार में कंपनी के शेयरों में तेज़ी देखने को मिली और निवेशकों का भरोसा और मजबूत हुआ।
26 जून को कंपनी की बोर्ड बैठक के बाद यह जानकारी सार्वजनिक की गई। बैठक में वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही और पूरे वर्ष के वित्तीय नतीजों की समीक्षा के साथ-साथ बोनस शेयर और डिविडेंड को लेकर अहम फैसले लिए गए। इस घोषणा के बाद गुरुवार को बीएसई और एनएसई पर नेस्ले इंडिया के शेयरों में हलचल देखी गई।
बोनस शेयर की घोषणा से बाजार में उछाल
बोर्ड बैठक से पहले गुरुवार को नेस्ले इंडिया के शेयर 2422 रुपये के स्तर पर खुले थे। लेकिन जैसे ही बोनस शेयर की घोषणा हुई, बाजार में सकारात्मक माहौल बन गया और कंपनी का शेयर इंट्राडे में बढ़कर 2444.65 रुपये तक पहुंच गया। करीब एक फीसदी की तेजी ने यह साफ कर दिया कि निवेशक इस फैसले से काफी उत्साहित हैं।
1:1 बोनस शेयर का मतलब क्या है
नेस्ले इंडिया ने जो प्रस्ताव पारित किया है उसके अनुसार हर एक मौजूदा शेयर के बदले एक अतिरिक्त शेयर जारी किया जाएगा। यह 1:1 के अनुपात में बोनस शेयर का प्रस्ताव है। इसका मतलब है कि अगर किसी निवेशक के पास 10 शेयर हैं, तो उन्हें 10 और बोनस में मिलेंगे और कुल 20 शेयर हो जाएंगे।
यह प्रस्ताव कंपनी के सदस्यों यानी शेयरधारकों की मंजूरी के अधीन होगा। कंपनी ने कहा है कि बोनस शेयर जारी करने के लिए आवश्यक रिकॉर्ड डेट की घोषणा जल्द की जाएगी।
डिविडेंड देने का प्रस्ताव
बोनस शेयर के साथ-साथ कंपनी ने 10 रुपये प्रति शेयर के डिविडेंड की भी सिफारिश की है। यह डिविडेंड 2025 के मार्च में समाप्त वित्त वर्ष के लिए घोषित किया गया है। कंपनी लगातार अपने मुनाफे का एक हिस्सा शेयरधारकों के साथ बांटती रही है और यह इस बार भी जारी रखा गया है।
नेस्ले इंडिया का यह डिविडेंड प्रस्ताव शेयरधारकों के हितों को प्राथमिकता देने का संकेत है। इससे कंपनी की छवि एक भरोसेमंद और निवेशकों को लाभ पहुंचाने वाली संस्था के रूप में और मजबूत होती है।
बोनस शेयर क्यों देते हैं कंपनियां
जब कोई कंपनी अपने मुनाफे या रिजर्व से अतिरिक्त शेयर जारी करती है, तो उसे बोनस शेयर कहा जाता है। इससे शेयरधारकों की होल्डिंग बढ़ जाती है लेकिन कंपनी की कुल पूंजी में कोई फर्क नहीं आता। आमतौर पर बोनस शेयर तब जारी किए जाते हैं जब कंपनी के पास अच्छा मुनाफा हो और वह अपने शेयर की लिक्विडिटी बढ़ाना चाहती हो।
नेस्ले इंडिया का यह कदम भी इसी दिशा में देखा जा रहा है। इससे बाजार में कंपनी के शेयरों की संख्या बढ़ेगी और छोटे निवेशकों के लिए यह और सुलभ बन सकेगा।
रिकॉर्ड डेट का ऐलान जल्द
नेस्ले इंडिया ने यह भी कहा है कि बोनस शेयर के लिए जरूरी रिकॉर्ड डेट की घोषणा उचित समय पर की जाएगी। रिकॉर्ड डेट वह तारीख होती है जिस दिन तक जिन निवेशकों के पास कंपनी के शेयर होते हैं, उन्हें बोनस शेयर का लाभ मिलता है।
कंपनी ने निवेशकों को आश्वस्त किया है कि जैसे ही यह तारीख तय होगी, उसकी जानकारी स्टॉक एक्सचेंजों के जरिए सार्वजनिक की जाएगी।
कमाई और कारोबार में कंपनी की स्थिति
नेस्ले इंडिया का नाम देश की प्रमुख उपभोक्ता वस्तु कंपनियों में शामिल है। मैगी, किटकैट, नेस्कैफे, मिल्कमेड जैसे ब्रांड्स हर घर में मौजूद हैं। मार्च 2025 में समाप्त तिमाही में कंपनी ने अच्छा प्रदर्शन किया है और अपने शेयरधारकों को बोनस और डिविडेंड के ज़रिए इसका फायदा पहुंचाया है।
एफएमसीजी सेक्टर में लगातार प्रतिस्पर्धा के बावजूद नेस्ले इंडिया ने अपनी मौजूदगी को मजबूती से बनाए रखा है। कंपनी की उत्पाद श्रृंखला, ब्रांड वैल्यू और वितरण व्यवस्था उसे लगातार आगे बनाए हुए हैं।