पटना में छात्र संसद के दौरान तेजस्वी यादव एक बड़े हादसे से बाल-बाल बचे। गेट टूटने से राजद का एक कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गया। सुरक्षा इंतजाम नाकाफी साबित हुए।
Bihar: पटना के बापू सभागार में आयोजित छात्र संसद कार्यक्रम के दौरान एक बड़ा हादसा टल गया। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव जब कार्यक्रम से बाहर निकल रहे थे, तभी सभागार का कांच का मुख्य गेट अचानक टूट गया। इस घटना में राजद (RJD) का एक कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गया और उसके सिर पर गहरी चोट आई। घायल को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
भीड़ से निकलते वक्त हुआ हादसा
घटना उस समय हुई जब कार्यक्रम खत्म होने के बाद तेजस्वी यादव सभागार से बाहर निकल रहे थे। बड़ी संख्या में राजद कार्यकर्ता और छात्र वहां मौजूद थे। जैसे ही तेजस्वी गेट की ओर बढ़े, भीड़ अचानक बेकाबू हो गई। लोग सेल्फी लेने के लिए तेजस्वी के नजदीक पहुंचने की कोशिश कर रहे थे। इसी अफरा-तफरी में दबाव बढ़ने से गेट टूट गया और एक कार्यकर्ता उसकी चपेट में आ गया।
वीडियो में कैद हुआ पूरा घटनाक्रम
इस पूरी घटना का वीडियो भी सामने आया है जिसमें देखा जा सकता है कि तेजस्वी यादव के चारों ओर समर्थकों की भारी भीड़ है। लोग मोबाइल कैमरे लेकर तेजस्वी के पास पहुंचने की होड़ में थे। गेट पर दबाव इतना बढ़ गया कि उसका कांच टूट गया और एक कार्यकर्ता नीचे गिर पड़ा। तेजस्वी यादव खुद भी इस दौरान कुछ क्षण के लिए असंतुलित दिखे लेकिन उन्हें सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत वहां से सुरक्षित बाहर निकाला।
कार्यकर्ता की हालत स्थिर, अस्पताल में इलाज जारी
घटना के तुरंत बाद घायल कार्यकर्ता को एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया। डॉक्टरों के मुताबिक, उसके सिर पर गहरा घाव है लेकिन हालत खतरे से बाहर है। राजद नेताओं और कार्यकर्ताओं ने अस्पताल पहुंचकर उसका हालचाल लिया। तेजस्वी यादव ने भी फोन पर कार्यकर्ता के परिवार से बात की और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
छात्र संसद में उमड़ी थी भारी भीड़
इस छात्र संसद कार्यक्रम में राज्यभर से बड़ी संख्या में युवा शामिल हुए थे। कार्यक्रम का आयोजन युवाओं के बीच राजनीतिक जागरूकता और संवाद को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया गया था। मंच पर तेजस्वी यादव समेत कई बड़े नेता उपस्थित थे। युवाओं का उत्साह इतना ज्यादा था कि सभागार में पैर रखने की भी जगह नहीं थी।
सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
हादसे के बाद सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठने लगे हैं। आयोजकों पर भीड़ प्रबंधन में लापरवाही के आरोप लग रहे हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ना तो भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त पुलिस बल था और ना ही निकास के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई थी। ऐसे कार्यक्रमों में जहां VIPs की मौजूदगी हो, वहां सुरक्षा मानकों को लेकर अधिक सजगता की जरूरत होती है।