आज लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर 16 घंटे लंबी बहस होगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बहस की शुरुआत करेंगे। सरकार आक्रामक तेवर में है, जबकि विपक्ष पारदर्शिता और जवाबदेही को लेकर सवाल उठाने की तैयारी में है।
Operation Sindoor: लोकसभा में आज 'ऑपरेशन सिंदूर' (Operation Sindoor) पर 16 घंटे लंबी विशेष बहस होने जा रही है। दोपहर 12 बजे से शुरू होने वाली इस बहस की शुरुआत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे। बहस से पहले उन्होंने तीनों सेनाओं के प्रमुखों और शीर्ष अधिकारियों के साथ रणनीतिक बैठकें की हैं। वहीं, विपक्षी गठबंधन INDIA भी सरकार से सवाल पूछने की तैयारी में जुट गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी इस चर्चा में हस्तक्षेप करने की संभावना है।
संसद में आज 'ऑपरेशन सिंदूर' पर होगी सबसे बड़ी बहस
आज लोकसभा में राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद के खिलाफ भारत की सैन्य रणनीति को लेकर सबसे अहम बहस होने जा रही है। 'ऑपरेशन सिंदूर' पर 16 घंटे लंबी यह मैराथन चर्चा दोपहर 12 बजे से शुरू होगी। चर्चा की शुरुआत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे। माना जा रहा है कि बहस के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी संसद में हस्तक्षेप कर सकते हैं और अपने विचार रख सकते हैं।
यह बहस संसद के पटल पर संबंधित दस्तावेज प्रस्तुत किए जाने के बाद प्रारंभ होगी। इसे न केवल एक सैन्य अभियान की व्याख्या के रूप में देखा जा रहा है, बल्कि यह सरकार की रक्षा नीति और रणनीतिक सोच का भी सार्वजनिक परीक्षण माना जा रहा है।
रक्षा मंत्री की अगुवाई में सरकार का आक्रामक रुख
सरकार इस बहस में पूरी तैयारी और आक्रामक रणनीति के साथ उतरने जा रही है। इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस विषय पर कई महत्वपूर्ण बैठकें की हैं। इन बैठकों में Chief of Defence Staff (CDS) जनरल अनिल चौहान, रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह और थलसेना, वायुसेना और नौसेना के प्रमुख शामिल रहे।
सूत्रों के मुताबिक इन बैठकों में चर्चा के मुख्य बिंदुओं, संभावित विपक्षी सवालों और जवाबों की रणनीति को अंतिम रूप दिया गया है। सरकार का फोकस यह दिखाने पर रहेगा कि भारत की सैन्य ताकत पूरी तरह आत्मनिर्भर (self-reliant) हो चुकी है और आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई में अब भारत इंतजार नहीं करता, बल्कि त्वरित और निर्णायक कदम उठाता है।
विपक्ष भी पूरी तैयारी में, उठा सकता है कई सवाल
जहां एक ओर सरकार बहस में अपना पक्ष मजबूती से रखने के लिए तैयार है, वहीं दूसरी ओर विपक्षी गठबंधन INDIA भी इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की योजना बना चुका है। विपक्ष का मानना है कि ऑपरेशन सिंदूर को लेकर जनता के सामने पूरी पारदर्शिता नहीं बरती गई।
विपक्षी दल आज सुबह एक संयुक्त बैठक कर रहे हैं, जिसमें इस बहस को लेकर साझा रणनीति पर चर्चा होगी। कांग्रेस सहित अन्य दल सरकार से यह जानना चाहेंगे कि ऑपरेशन की टाइमिंग, इंटेलिजेंस इनपुट्स और इसके असर को लेकर क्या ठोस जानकारी साझा की जा सकती है।
ऑपरेशन सिंदूर: क्या था यह सैन्य अभियान
ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सेना द्वारा 7 मई को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया गया एक तेज़ और सटीक सैन्य अभियान था। इस हमले में भारतीय सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई थी, जिसका जवाब सेना ने बहुत ही निर्णायक अंदाज़ में दिया।
सरकारी रिपोर्ट्स के मुताबिक ऑपरेशन सिंदूर केवल 22 मिनट में पूरा किया गया और इस दौरान सभी आतंकियों को सफलतापूर्वक मार गिराया गया। इस ऑपरेशन को 100 प्रतिशत सफल सैन्य अभियान बताया जा रहा है। इसे भारत की स्वदेशी सैन्य क्षमता का प्रमाण कहा गया है।