पाकिस्तान आज UNSC का अस्थाई अध्यक्ष बना। भारत ने UN प्रदर्शनी और जयशंकर के भाषण के जरिये उसकी आतंकवाद में भूमिका उजागर की। भारत ने दोषियों को बेनकाब करने की चेतावनी दी।
PAK: पाकिस्तान ने आज संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की अस्थाई अध्यक्षता संभाल ली है। भारत ने इससे पहले ही पाकिस्तान की आतंकवाद में भूमिका को लेकर वैश्विक मंच पर कड़ा विरोध जताया। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने स्पष्ट कहा कि भारत आतंक के दोषियों को बेनकाब करेगा। न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में भारत ने ‘The Human Cost of Terrorism’ नामक प्रदर्शनी के जरिए पाकिस्तान की भूमिका को उजागर किया। जयशंकर ने पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर का भी उल्लेख किया।
पाकिस्तान बना UNSC का अध्यक्ष
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में जुलाई महीने के लिए पाकिस्तान ने अध्यक्षता की जिम्मेदारी संभाल ली है। यह भूमिका हर महीने बदलती रहती है और वर्तमान में यह पाकिस्तान के हिस्से में आई है। लेकिन इससे पहले ही भारत ने इस पर कड़ा विरोध दर्ज कराया है और पाकिस्तान को एक "आतंक का प्रायोजक" करार दिया है।
'The Human Cost of Terrorism' प्रदर्शनी के जरिए सीधा हमला
संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के प्रवेश द्वार पर भारत ने एक विशेष प्रदर्शनी लगाई जिसका नाम था – The Human Cost of Terrorism। इस प्रदर्शनी के माध्यम से भारत ने दुनिया को यह दिखाने की कोशिश की कि आतंकवाद केवल एक देश की समस्या नहीं बल्कि एक वैश्विक संकट है।
इस प्रदर्शनी में न सिर्फ भारत में हुए हमलों की झलक थी, बल्कि 9/11 जैसे अंतरराष्ट्रीय आतंकी हमलों में पाकिस्तान की भूमिका को भी दर्शाया गया। भारत ने इस मौके का इस्तेमाल वैश्विक समुदाय को आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने का संदेश देने के लिए किया।
विदेश मंत्री एस जयशंकर का सख्त रुख
प्रदर्शनी के उद्घाटन अवसर पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि भारत आतंकवाद के पीछे मौजूद ताकतों को बेनकाब करेगा। उन्होंने कहा कि यह प्रयास उन निर्दोष लोगों की स्मृति में किया जा रहा है जो आतंकवाद का शिकार बने।
जयशंकर ने कहा, “यह प्रदर्शनी उन लोगों की आवाज है जो अब इस दुनिया में नहीं हैं। यह आतंकवाद से तबाह हो चुके जीवन की कहानी है और हमारी ओर से उनके लिए एक श्रद्धांजलि है।” आतंकवाद को मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा है। उन्होंने कहा कि यह न केवल मानवाधिकारों का उल्लंघन करता है, बल्कि संयुक्त राष्ट्र के मूल सिद्धांतों के भी खिलाफ है।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ और पहलगाम हमले का ज़िक्र
अपने संबोधन में विदेश मंत्री ने हाल ही में कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का भी ज़िक्र किया जिसमें श्रद्धालुओं को निशाना बनाया गया। भारत ने इस हमले का जवाब ऑपरेशन सिंदूर के जरिए दिया, जिसमें सीमापार आतंकी ढांचे को निशाना बनाया गया।