डिजिटल दौर में पासवर्ड और ईमेल डेटा लीक होना आम हो गया है, जिससे यूजर्स साइबर फ्रॉड और पहचान की चोरी के खतरे में आ जाते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि पासवर्ड समय-समय पर बदलना, भरोसेमंद टूल्स से चेक करना और टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन अपनाना ही ऑनलाइन सुरक्षा का सबसे आसान और प्रभावी तरीका है।
Password leak: आज इंटरनेट के बढ़ते इस्तेमाल के साथ पासवर्ड और ईमेल डेटा का लीक होना आम बात बन गई है। साइबर अपराधी इन जानकारियों का इस्तेमाल धोखाधड़ी और वित्तीय फ्रॉड में करते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि यूजर्स कैसे सुरक्षित रहें? इसके लिए Have I Been Pwned, Google Password Checkup और Apple iCloud KeyChain जैसे टूल्स मददगार साबित हो सकते हैं। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि पासवर्ड बदलने के साथ टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन सक्षम करना ही ऑनलाइन सुरक्षा का सबसे भरोसेमंद तरीका है।
पासवर्ड लीक का बढ़ता खतरा
आज के डिजिटल दौर में पासवर्ड और ईमेल जैसे निजी डेटा का लीक होना आम बात हो गई है। साइबर अपराधी इन लीक हुई जानकारियों का इस्तेमाल धोखाधड़ी और पहचान की चोरी जैसे अपराधों में करते हैं। अगर आपका पासवर्ड हैकर्स के हाथ लग जाए तो आप वित्तीय फ्रॉड और अन्य साइबर खतरों के बड़े जोखिम में आ सकते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि नियमित पासवर्ड बदलना, अनजान ईमेल और मैसेज से दूरी बनाना और सतर्क रहना ही इससे बचाव का सबसे प्रभावी तरीका है।
कैसे पता लगाएं कि पासवर्ड लीक हुआ है या नहीं
यूजर्स खुद भी यह चेक कर सकते हैं कि उनका अकाउंट सुरक्षित है या नहीं। इसके लिए कई भरोसेमंद टूल्स और फीचर्स मौजूद हैं। सबसे आसान तरीका है Have I Been Pwned
वेबसाइट पर जाकर अपना ईमेल डालना और Check पर क्लिक करना। यह तुरंत बता देगा कि आपका डेटा कब और कहां लीक हुआ।
इसके अलावा Google Password Checkup फीचर भी मददगार है। एंड्रॉयड यूजर्स अपने Google अकाउंट में जाकर Security → Password Manager में पासवर्ड की सुरक्षा जांच सकते हैं। iPhone यूजर्स के लिए Apple iCloud KeyChain Password Monitoring उपलब्ध है, जबकि Mozilla Firefox और Microsoft Edge जैसे ब्राउज़र में भी पासवर्ड सेफ्टी चेक करने का विकल्प मौजूद है।
पासवर्ड लीक होने पर क्या करें
अगर पता चलता है कि आपका पासवर्ड लीक हो गया है, तो तुरंत अपने ईमेल अकाउंट का पासवर्ड बदलें। उसके बाद उन सभी अकाउंट्स का भी पासवर्ड अपडेट करें जहां वही पासवर्ड इस्तेमाल हुआ है। यह कदम आपके अकाउंट्स को हैकर्स से बचाने के लिए बेहद जरूरी है।
साथ ही, साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) सक्षम करने की सलाह देते हैं। इससे बिना आपकी अनुमति कोई भी आपके अकाउंट में लॉगिन नहीं कर पाएगा। अतिरिक्त सुरक्षा के लिए आप LastPass, 1Password, Bitwarden और Keeper जैसे पासवर्ड मैनेजर का उपयोग कर सकते हैं, जो पासवर्ड लीक होने पर अलर्ट भी भेजते हैं।