बुधवार को पॉलीकैब इंडिया लिमिटेड (Polycab India Ltd.) का शेयर बाजार में निवेशकों के विशेष फोकस में रहा, क्योंकि कंपनी को भारत सरकार की ओर से एक बड़ा कॉन्ट्रैक्ट हासिल हुआ है।
Polycab Share: भारतीय बाजार में केबल और वायर निर्माण के क्षेत्र में अग्रणी कंपनी पॉलीकैब इंडिया लिमिटेड एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बार कंपनी को सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल से 6447.54 करोड़ रुपये का एक बड़ा ऑर्डर मिला है। यह डील भारत सरकार की महत्वाकांक्षी भारतनेट परियोजना के तहत दी गई है, जिसके तहत देश के विभिन्न हिस्सों में डिजिटल कनेक्टिविटी को मजबूत करना है। इस ऑर्डर की आधिकारिक घोषणा मंगलवार को शेयर बाजार बंद होने के बाद की गई, और अब बाजार के विशेषज्ञों की नजर इस डील के असर पर पॉलीकैब के स्टॉक पर है।
क्या है भारतनेट प्रोग्राम और पॉलीकैब की भूमिका
भारतनेट परियोजना का उद्देश्य देश के सभी गांवों को हाई-स्पीड इंटरनेट से जोड़ना है। इसके तहत ग्राम पंचायतों और ग्रामीण इलाकों में फाइबर-ऑप्टिक नेटवर्क का विस्तार किया जा रहा है। पॉलीकैब इंडिया को इस योजना के तहत कर्नाटक, गोवा और पुडुचेरी सर्किल में नेटवर्क डिज़ाइन, इंस्टॉलेशन, सप्लाई, अपग्रेडेशन और दस साल तक नेटवर्क के मेंटेनेंस का कार्य सौंपा गया है।
कुल ऑर्डर राशि में से लगभग 3742 करोड़ रुपये का इस्तेमाल पूंजीगत खर्च (कैपिटल एक्सपेंडिचर) में किया जाएगा, जबकि 2245 करोड़ रुपये नए नेटवर्क संचालन में और 460 करोड़ रुपये मौजूदा नेटवर्क की मरम्मत व रखरखाव में खर्च होंगे। इस प्रोजेक्ट के तहत मिडिल माइल नेटवर्क का डेवलपमेंट किया जाना है, जो भारतनेट परियोजना की रीढ़ माना जाता है।
ऑर्डर की समयसीमा और प्रोजेक्ट डिटेल्स
इस निर्माण कार्य को पॉलीकैब इंडिया को तीन वर्षों के भीतर पूरा करना है, जबकि मेंटेनेंस का समझौता अगले दस वर्षों के लिए है। यह प्रोजेक्ट पॉलीकैब की इंजीनियरिंग दक्षता और तकनीकी विशेषज्ञता को साबित करने का एक बड़ा मौका है।
कंपनी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, यह अब तक के सबसे बड़े ऑर्डरों में से एक है जो सार्वजनिक क्षेत्र की किसी कंपनी से मिला है। इससे पॉलीकैब को न केवल वित्तीय मजबूती मिलेगी, बल्कि इसका ब्रांड वैल्यू और बाजार में भरोसा भी और मजबूत होगा।
पॉलीकैब के शेयर पर संभावित असर
पॉलीकैब इंडिया का शेयर पहले से ही ऊंचाई पर ट्रेड कर रहा है। मंगलवार को कंपनी का शेयर 6114 रुपये पर खुला, लेकिन बाजार में कमजोरी के चलते 6037 रुपये पर बंद हुआ। अब बीएसएनएल से मिले इस ऑर्डर के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि कंपनी के स्टॉक में तेजी देखी जा सकती है। निवेशकों और बाजार विश्लेषकों का मानना है कि यह डील पॉलीकैब की आय और लाभ में लंबी अवधि में बढ़ोतरी ला सकती है।
कंपनी का मौजूदा मार्केट कैप करीब 90,840 करोड़ रुपये है। पॉलीकैब के शेयर का 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर 7605 रुपये और न्यूनतम स्तर 4555 रुपये रहा है।
बीते पांच वर्षों में मल्टीबैगर बना है पॉलीकैब
पॉलीकैब इंडिया का प्रदर्शन पिछले कुछ वर्षों में शानदार रहा है। इसने अपने निवेशकों को मल्टीबैगर रिटर्न देकर हैरान किया है। यदि 5 साल पहले किसी निवेशक ने इस कंपनी में निवेश किया होता, तो उसका पैसा आज सात गुना तक बढ़ चुका होता। 19 जून 2020 को पॉलीकैब के एक शेयर की कीमत 801.20 रुपये थी, जो अब 6037 रुपये पर पहुंच चुकी है। यानी पांच वर्षों में शेयर में 5235.80 रुपये की बढ़त आई है। यह 653 प्रतिशत से अधिक का रिटर्न दर्शाता है, जो इसे निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बनाता है।
क्या कहती है बाजार की रणनीति
विश्लेषकों का मानना है कि पॉलीकैब के शेयर में यह तेजी केवल एक बार की प्रतिक्रिया नहीं है, बल्कि दीर्घकालीन आधार पर कंपनी की ग्रोथ स्टोरी को रेखांकित करती है। बीएसएनएल के साथ हुआ यह अनुबंध पॉलीकैब को एक भरोसेमंद इंफ्रास्ट्रक्चर पार्टनर के रूप में स्थापित करता है, जिससे अन्य सरकारी और निजी कंपनियों के ऑर्डर मिलने की संभावनाएं भी बढ़ जाती हैं।
पॉलीकैब की रणनीति और विस्तार योजनाएं
पॉलीकैब इंडिया केवल केबल और वायरिंग में ही नहीं, बल्कि स्मार्ट इलेक्ट्रिकल सॉल्यूशन्स और एफएमसीजी इलेक्ट्रिकल उत्पादों में भी तेजी से विस्तार कर रही है। कंपनी की भविष्य की योजनाओं में स्मार्ट सिटी परियोजनाओं, ग्रीन एनर्जी और हाई-स्पीड कनेक्टिविटी से जुड़े क्षेत्रों में अपना दायरा बढ़ाना शामिल है।
कंपनी ने हाल के वर्षों में अपनी निर्माण इकाइयों को अपग्रेड किया है, और ऑटोमेशन व गुणवत्ता नियंत्रण के क्षेत्र में बड़े निवेश किए हैं। इन कदमों से कंपनी को न केवल घरेलू बाजार में बल्कि निर्यात बाजारों में भी प्रतिस्पर्धा करने में मदद मिल रही है।
निवेशकों के लिए क्या है सुझाव
इस समय पॉलीकैब इंडिया के शेयर में निवेश करने से पहले निवेशकों को अपनी जोखिम क्षमता का आकलन करना चाहिए। हालाँकि, कंपनी की वित्तीय स्थिति मजबूत है, ऑर्डर बुक बढ़ रही है और कारोबारी रणनीति स्पष्ट है। ऐसे में मध्यम और दीर्घकालिक निवेशकों के लिए यह स्टॉक एक अच्छा विकल्प हो सकता है। लेकिन बाजार में आने वाले अस्थायी उतार-चढ़ाव को ध्यान में रखकर निवेश करना चाहिए।