मासिक धर्म यानी पीरियड्स, हर महिला की ज़िंदगी का एक नियमित लेकिन चुनौतीपूर्ण हिस्सा होता है। इस दौरान थकावट, पेट दर्द, मूड स्विंग्स और भारी रक्तस्राव जैसी समस्याएं आम हैं। कुछ महिलाओं को पीरियड्स के पहले दो दिनों में इतनी ज्यादा ब्लीडिंग होती है कि शरीर में आयरन की कमी होने लगती है, जिससे चक्कर, कमजोरी और थकान बढ़ जाती है।
ऐसे में सिर्फ दवाएं या गर्म पानी की थैली ही राहत नहीं देती, बल्कि डाइट का सही चयन भी इन तकलीफों को कम करने में मदद करता है। अगर आप भी उन महिलाओं में से हैं जिन्हें पीरियड्स के दौरान हैवी ब्लीडिंग और पेट दर्द का सामना करना पड़ता है, तो यह लेख आपके लिए है।
1. हरी पत्तेदार सब्ज़ियां: आयरन और फोलेट का खजाना
पीरियड्स के दौरान सबसे बड़ी समस्या होती है — आयरन की कमी। खून के साथ शरीर से काफी मात्रा में आयरन बाहर निकलता है, जिससे थकान और चक्कर आ सकते हैं। ऐसे में पालक, सरसों का साग, बथुआ, मेथी और ब्रोकली जैसी हरी पत्तेदार सब्ज़ियां फायदेमंद होती हैं।
इनमें आयरन के साथ-साथ फोलेट, विटामिन C और फाइबर की भरपूर मात्रा होती है, जो न केवल हीमोग्लोबिन स्तर को बनाए रखने में मदद करते हैं, बल्कि पाचन और मेटाबॉलिज्म को भी बेहतर करते हैं।
कैसे खाएं
पालक का सूप, मेथी का पराठा, या सरसों के साग को अपने लंच या डिनर में शामिल करें।
2. खजूर: ऊर्जा और मैग्नीशियम से भरपूर
खजूर (dates) को प्राकृतिक ऊर्जा स्रोत माना जाता है। इसमें आयरन, मैग्नीशियम और पोटैशियम की मात्रा अधिक होती है, जो न केवल शरीर को ऊर्जा देते हैं, बल्कि मांसपेशियों की ऐंठन को भी कम करते हैं।
मैग्नीशियम मसल रिलैक्सेंट के रूप में काम करता है, जिससे पीरियड क्रैम्प्स कम होते हैं और थकावट दूर होती है।
कैसे खाएं
सुबह खाली पेट 2-3 खजूर खाएं या दूध के साथ खजूर मिलाकर लें।
3. केला: पेट फूलने और ऐंठन से राहत
केले में मौजूद पोटैशियम, मैग्नीशियम और विटामिन B6 पीरियड्स के दौरान मूड स्विंग्स, डिहाइड्रेशन और ऐंठन को कम करते हैं।
यह फल हल्का होता है, जल्दी पचता है और पेट को आराम देने वाला भी है। इसके सेवन से गैस, सूजन और मरोड़ जैसी दिक्कतों में भी राहत मिलती है।
कैसे खाएं
सुबह या स्नैक टाइम पर एक केला खाएं, या केले की स्मूदी बना सकते हैं।
4. अदरक: दर्द निवारक गुणों से भरपूर
अदरक में प्राकृतिक सूजन-रोधी (anti-inflammatory) और दर्द निवारक तत्व पाए जाते हैं, जो पीरियड्स के दर्द और ऐंठन को कम करने में असरदार होते हैं।
यह शरीर को गर्म रखने में भी मदद करता है और मतली या उल्टी की शिकायत को भी कम करता है।
कैसे खाएं
अदरक की चाय बनाएं या सूप में अदरक का पेस्ट मिलाएं। दिन में दो बार अदरक की चाय पीना काफी लाभकारी होता है।
5. तिल और गुड़: पीरियड्स के पुराने नुस्खे
तिल और गुड़ का सेवन आयुर्वेद में पीरियड्स दर्द को कम करने के लिए सदियों से किया जाता रहा है। तिल में कैल्शियम और आयरन होता है, जो हड्डियों और ब्लड प्रोडक्शन को सपोर्ट करता है। वहीं गुड़ आयरन का एक प्राकृतिक स्रोत है, जो हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मदद करता है।
इन दोनों का कॉम्बिनेशन मांसपेशियों को रिलैक्स करता है और मूड बेहतर करता है।
कैसे खाएं
सर्दियों में तिल-गुड़ के लड्डू या तिल के पराठे खाएं। चाहें तो 1 चम्मच तिल और गुड़ को गर्म पानी में डालकर भी ले सकते हैं।
अन्य ज़रूरी टिप्स
- पानी खूब पिएं – डिहाइड्रेशन पेट दर्द और ऐंठन को बढ़ाता है। दिनभर में 2-3 लीटर पानी जरूर पिएं।
- कैफीन और तले-भुने खाद्य पदार्थों से बचें – यह शरीर में सूजन और हार्मोनल असंतुलन बढ़ाते हैं।
- आराम करें – शरीर को पर्याप्त आराम दें ताकि ऊर्जा स्तर बना रहे।
- हल्का व्यायाम करें – योग, स्ट्रेचिंग और वॉक से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और दर्द में राहत मिलती है।
पीरियड्स में सिर्फ दवाइयों या गर्म पानी से दर्द को दबाने की कोशिश करना समाधान नहीं है। इस प्राकृतिक प्रक्रिया को सही पोषण और संतुलित डाइट के साथ सहज बनाना ज़्यादा बेहतर उपाय है। ऊपर बताए गए पांच फूड्स आपके पीरियड्स को न केवल आसान बनाएंगे, बल्कि आपको भीतर से मज़बूत भी करेंगे।