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PKL 2025: प्रदीप नरवाल अनसोल्ड, 'डुबकी किंग' की चुप्पी कबड्डी जगत को कर गई हैरान

PKL 2025: प्रदीप नरवाल अनसोल्ड, 'डुबकी किंग' की चुप्पी कबड्डी जगत को कर गई हैरान

प्रो कबड्डी लीग (PKL) के सीजन 12 के ऑक्शन में एक चौंकाने वाली घटना देखने को मिली, जब दिग्गज रेडर प्रदीप नरवाल को किसी भी टीम ने नहीं खरीदा। यह वही प्रदीप नरवाल हैं, जिन्हें एक समय PKL इतिहास का सबसे महंगा खिलाड़ी माना जाता था।

Pardeep Narwal Unsold In PKL 2025 Auction: प्रो कबड्डी लीग (PKL) के 12वें सीजन की नीलामी में एक बड़ा और हैरान कर देने वाला मोड़ देखने को मिला है। भारत के सबसे सफल रेडर, ‘डुबकी किंग’ के नाम से मशहूर प्रदीप नरवाल को इस बार किसी भी टीम ने नहीं खरीदा। ऐसे खिलाड़ी को अनसोल्ड देखना सिर्फ उनके प्रशंसकों ही नहीं बल्कि कबड्डी के जानकारों को भी स्तब्ध कर गया है।

PKL इतिहास के सबसे चमकते सितारे रहे हैं प्रदीप

प्रदीप नरवाल का प्रो कबड्डी लीग में नाम एक रिकॉर्ड बुक की तरह रहा है। उन्होंने अब तक लीग में 1500 से अधिक रेड पॉइंट्स बनाए हैं, जो किसी भी खिलाड़ी के लिए एक बेमिसाल आंकड़ा है। उनके बेहतरीन प्रदर्शन की बदौलत पटना पाइरेट्स ने तीन बार (सीजन 3, 4 और 5) खिताब जीता था। उनकी पहचान ‘डुबकी’ मूव के लिए रही है, जिसने उन्हें एक सुपरस्टार बना दिया।

PKL 2021 की नीलामी में जब यूपी योद्धा ने उन्हें 1.65 करोड़ रुपये में खरीदा था, तब वे लीग के इतिहास में सबसे महंगे खिलाड़ी बन गए थे। यह एक ऐसी ऊंचाई थी, जहां से उतरना किसी भी खिलाड़ी के लिए मुश्किल होता है, और शायद अब वही दौर प्रदीप के करियर में शुरू हो गया है।

PKL 12 की नीलामी में खाली हाथ लौटे प्रदीप

नीलामी के दौरान कई टीमें अपने स्क्वॉड को संतुलित करने और युवा प्रतिभाओं को मौका देने की दिशा में चलीं। ऐसे में 27 वर्षीय प्रदीप नरवाल को कोई खरीददार नहीं मिला। कुछ टीमें जहां युवा रेडरों पर दांव लगा रही हैं, वहीं कुछ फ्रेंचाइजियों ने विदेशी खिलाड़ियों को प्राथमिकता दी। इससे प्रदीप का नाम अनदेखा रह गया।

यह सवाल अब हर कबड्डी प्रेमी के ज़हन में है। क्या PKL में प्रदीप नरवाल का सफर अब समाप्त हो गया है? हालांकि कबड्डी विशेषज्ञों का मानना है कि अभी पूरी तरह पर्दा गिरा नहीं है। टूर्नामेंट के दौरान चोट या प्रदर्शन के चलते कई बार खिलाड़ियों को रिप्लेस किया जाता है। ऐसे में प्रदीप नरवाल एक अनुभवशील विकल्प हो सकते हैं।

प्रदीप का अनुभव और योगदान अमूल्य

प्रदीप सिर्फ एक खिलाड़ी नहीं, बल्कि एक युग हैं। वे कबड्डी को ग्लैमर और तकनीक के मेल का उदाहरण बना चुके हैं। उनके करियर की शुरुआत बहुत ही साधारण थी, लेकिन अपनी मेहनत और कौशल से उन्होंने इंटरनेशनल लेवल तक की छलांग लगाई। भारत की 2016 की वर्ल्ड कप जीत में भी वे टीम का हिस्सा रहे थे।

प्रदीप नरवाल के अनसोल्ड रहने की खबर के बाद सोशल मीडिया पर फैन्स का ग़ुस्सा और दुःख दोनों साफ झलकने लगा। ट्विटर और इंस्टाग्राम पर #JusticeForPardeepNarwal और #DubkiKing ट्रेंड करने लगे। कई फैंस का मानना है कि पीकेएल में अनुभव को कम करके आंकना एक भारी भूल हो सकती है।

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