Columbus

PoK में विरोध प्रदर्शन के दौरान 12 लोगों की मौत, UN में उठाया गया मानवाधिकार उल्लंघन का मुद्दा

PoK में विरोध प्रदर्शन के दौरान 12 लोगों की मौत, UN में उठाया गया मानवाधिकार उल्लंघन का मुद्दा

पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में बिजली संकट, महंगे बिल और मानवाधिकार उल्लंघन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी हैं। अब तक 12 लोग मारे गए। मामला संयुक्त राष्ट्र (UN) तक पहुंचा, और अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप की मांग की गई।

POK News: पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थानीय जनता का गुस्सा लगातार बढ़ रहा है। मुख्य रूप से बिजली संकट, महंगे बिल, इंटरनेट ब्लैकआउट, मानवाधिकार उल्लंघन और आर्थिक उपेक्षा (economic neglect) के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं। जॉइंट अवामी एक्शन कमिटी (JKJAC) इन प्रदर्शनों का नेतृत्व कर रही है और पाकिस्तानी प्रशासन पर जनता की बुनियादी जरूरतें पूरी न करने का आरोप लगा रही है।

29 सितंबर से चल रहे विरोध प्रदर्शन में अब तक 12 लोग मारे जा चुके हैं। स्थानीय जनता और राजनीतिक दलों का आरोप है कि पाकिस्तानी सेना प्रदर्शनकारियों पर अंधाधुंध गोलीबारी कर रही है और लोगों की जान को खतरा है।

UN में PoK का मुद्दा उठाया गया

स्विट्ज़रलैंड के जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UN Human Rights Council) के 60वें सेशन के दौरान पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर की पार्टी, यूनाइटेड कश्मीर पीपुल नेशनल पार्टी (UKPNP), ने इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाया। पार्टी ने UN से तुरंत हस्तक्षेप की मांग की और कहा कि पाकिस्तानी सेना कश्मीरियों के मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रही है।

UKPNP के प्रवक्ता सरदार नासिर अजीज खान ने कहा कि पाकिस्तान का कश्मीर पर कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि वहां के लोग गायब हो रहे हैं, प्रदर्शनकारियों पर क्रूर बल प्रयोग किया जा रहा है और सैकड़ों लोग जेल में हैं तथा प्रताड़ित किए जा रहे हैं।

सरदार नासिर अजीज खान ने कहा, "हम संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आग्रह करते हैं कि PoK में रह रहे कश्मीरियों की जान बचाने के लिए तुरंत कार्रवाई करें। कश्मीरियों के साथ बहुत बुरा व्यवहार किया जा रहा है और उन्हें संरक्षण की आवश्यकता है।"

इस्लामाबाद प्रेस क्लब में पुलिस कार्रवाई

2 अक्टूबर 2025 को पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में नेशनल प्रेस क्लब के बाहर विरोध प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन JKJAC के सदस्यों द्वारा किया गया था, जो पाकिस्तान द्वारा PoK में की जा रही हिंसा और अत्याचार के खिलाफ आवाज उठा रहे थे।

इस दौरान इस्लामाबाद पुलिस ने प्रेस क्लब में घुसकर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग किया। पुलिस ने पत्रकारों और स्टाफ पर लाठीचार्ज किया, कैफेटेरिया को तोड़ा-फोड़ा, कैमरे और मोबाइल फोन नष्ट किए और कई लोगों को गिरफ्तार किया। वीडियो फुटेज में पुलिस को पत्रकारों को घसीटते और पीटते हुए दिखाया गया।

PoK में नागरिकों की स्थिति

PoK में पांचवें दिन भी विरोध प्रदर्शन जारी हैं। बाजार बंद हैं, इंटरनेट सेवाएं ठप हैं और स्थानीय लोग अपने बुनियादी अधिकारों और सुरक्षा की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शन मुख्य रूप से बिजली संकट, महंगे बिल, इंटरनेट ब्लैकआउट, मानवाधिकार उल्लंघन और आर्थिक उपेक्षा के खिलाफ हैं।

स्थानीय राजनीतिक दल और मानवाधिकार संगठन बार-बार चेतावनी दे रहे हैं कि अगर अंतरराष्ट्रीय समुदाय हस्तक्षेप नहीं करता है तो हालात और बिगड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को PoK में रहने वाले लोगों की जान, उनकी जमीन और संसाधनों पर कोई अधिकार नहीं है।

अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील

UKPNP ने संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से अपील की है कि PoK में रह रहे कश्मीरियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि पाक अधिकृत कश्मीर में स्थानीय प्रशासन और सेना जनता की मांगों को नजरअंदाज कर रही है और जनता के खिलाफ हिंसा कर रही है।

सरदार नासिर अजीज खान ने कहा कि इस्लामाबाद प्रेस क्लब में हुई पुलिस कार्रवाई स्पष्ट उदाहरण है कि पाकिस्तान कश्मीरियों की आवाज को दबाने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को सक्रिय कदम उठाने होंगे और PoK में मानवाधिकारों की रक्षा करनी होगी।

Leave a comment