पटना मेट्रो को लेकर बिहार की राजधानी के लोगों का लंबा इंतजार अब जल्द खत्म होने जा रहा है। मेट्रो प्रोजेक्ट से जुड़ी एक बड़ी और ताजा अपडेट सामने आई है। तीन कोच वाला पहला मेट्रो रैक पटना पहुंच चुका है और इसे न्यू आईएसबीटी स्थित मेट्रो डिपो में सुरक्षित रखा गया है। इस मेट्रो ट्रेन की खास बात यह है कि यह ट्रैक पर दौड़ने से पहले सभी जरूरी तकनीकी और सुरक्षा मानकों पर परखी जाएगी।
ब्लू लाइन कॉरिडोर पर होगा पहला ट्रायल रन
पटना मेट्रो के पहले फेज यानी प्रायोरिटी कॉरिडोर पर ट्रायल रन की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। यह कॉरिडोर मलाही पकड़ी से शुरू होकर न्यू आईएसबीटी तक जाता है, जिसकी लंबाई करीब 6.5 किलोमीटर है। इस रूट पर पांच स्टेशन तैयार किए जा चुके हैं, जिनमें मलाही पकड़ी, खेमनीचक, भूतनाथ, जीरो माइल और न्यू आईएसबीटी शामिल हैं।
बताया जा रहा है कि जुलाई के आखिर तक इस कॉरिडोर पर दो या तीन बार ट्रायल रन किया जाएगा। ट्रायल रन के दौरान तकनीकी टीम हर पहलू पर कड़ी नजर रखेगी। ट्रेन की रफ्तार, ब्रेकिंग सिस्टम, सुरक्षा सेंसर, पावर सप्लाई और स्टेशनों पर रुकने की प्रक्रिया को बारीकी से जांचा जाएगा।
15 अगस्त को मेट्रो सेवा शुरू होने की चर्चा
राजधानी में चर्चा जोरों पर है कि 15 अगस्त 2025 से ब्लू लाइन कॉरिडोर पर मेट्रो सेवा शुरू हो सकती है। इसे लेकर पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (PMRC) भी तैयारियों में जुटा है। हाल ही में मेट्रो डिपो से लेकर मलाही पकड़ी स्टेशन तक के सभी तकनीकी पहलुओं की दोबारा जांच की गई है।
कहा जा रहा है कि शुरुआत में ट्रेन सुबह 5 बजे से रात 11 बजे तक चलाई जाएगी। सेवा शुरू होने के बाद ट्रेन हर 10 से 15 मिनट के अंतराल पर उपलब्ध रहेगी। इससे लोगों को सिटी बसों और ऑटो पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
किराया और सीटिंग क्षमता की जानकारी
फिलहाल तीन कोच वाली मेट्रो ट्रेन में करीब 900 लोगों के सफर की क्षमता है। इसमें यात्री खड़े होकर और बैठकर दोनों तरह से यात्रा कर सकेंगे। मेट्रो के किराए को लेकर भी संभावित दायरा बताया गया है। शुरुआती किराया 10 रुपये से लेकर 60 रुपये तक हो सकता है, जो यात्रा की दूरी पर आधारित रहेगा।
पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन की योजना है कि आगे चलकर ज्यादा व्यस्त रूटों पर कोच की संख्या को बढ़ाकर चार या छह तक किया जाएगा, जिससे एक साथ ज्यादा लोग सफर कर सकें।
शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को मिलेगा राहत
पटना मेट्रो शुरू होने के बाद शहर की जाम और ट्रैफिक समस्या में काफी राहत मिलने की उम्मीद है। खासकर न्यू आईएसबीटी और मलाही पकड़ी जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों में ट्रैफिक फ्लो बेहतर होगा। इससे सड़कों पर गाड़ियों का दबाव कम होगा और सार्वजनिक परिवहन का एक नया विकल्प लोगों को मिलेगा।
मेट्रो स्टेशन के आसपास ऑटो, ई-रिक्शा और बस सेवाओं को भी जोड़ा जा रहा है, ताकि लास्ट माइल कनेक्टिविटी बनी रहे। इसके लिए अलग से पार्किंग और पिक-अप पॉइंट्स भी बनाए जा रहे हैं।
डिपो में शुरू हुई ट्रायल की तैयारी
न्यू आईएसबीटी स्थित मेट्रो डिपो में तीन कोच वाले पहले रैक को रखने के बाद उसकी टेस्टिंग शुरू हो चुकी है। इंजीनियरिंग टीम द्वारा इलेक्ट्रिक सिस्टम, सिग्नलिंग, वायरिंग और इंजन टेस्ट की जा रही है। इसके बाद रैक को ट्रैक पर ले जाकर खाली ट्रायल किया जाएगा।
ट्रायल रन में सभी स्टेशन, सिग्नलिंग सिस्टम और कंट्रोल रूम की समन्वय प्रक्रिया को भी देखा जाएगा। इसके तहत ट्रेन को तय दूरी पर रोकना, स्टेशनों पर दरवाजों का खुलना और बंद होना, यात्रियों के चढ़ने-उतरने की प्रक्रिया आदि की टेस्टिंग की जाएगी।
रोजगार के अवसर भी खुलेंगे
मेट्रो प्रोजेक्ट के जरिए पटना में रोजगार के भी नए रास्ते खुल रहे हैं। मेट्रो के संचालन, रखरखाव, सुरक्षा और स्टेशन प्रबंधन के लिए बड़ी संख्या में लोगों की जरूरत होगी। इसके लिए ट्रेनिंग और नियुक्ति प्रक्रिया की भी शुरुआत की जा चुकी है।
PMRC के अनुसार, मेट्रो स्टेशन पर टिकटिंग, कंट्रोल, सिक्योरिटी और मेंटेनेंस से जुड़े विभिन्न पदों पर जल्द ही भर्ती की जाएगी। इससे स्थानीय युवाओं को नौकरी के अच्छे अवसर मिल सकेंगे।
अगले चरण की तैयारियां भी तेज
मलाही पकड़ी से न्यू आईएसबीटी वाले कॉरिडोर को प्रायोरिटी सेक्शन के तौर पर तैयार किया गया है, लेकिन पटना मेट्रो का अगला फेज भी जल्द शुरू होने वाला है। दूसरे चरण में डाकबंगला चौराहा, गांधी मैदान, पटना जंक्शन जैसे महत्वपूर्ण स्थानों को जोड़ा जाएगा।
सरकार की योजना है कि अगले तीन वर्षों में पटना मेट्रो का पूरा नेटवर्क तैयार हो जाए और यह पटना की लाइफलाइन के रूप में काम करे। कुल मिलाकर 30 से अधिक स्टेशन इस नेटवर्क में शामिल किए जाने की योजना है।
बदलते पटना की पहचान बनेगी मेट्रो
पटना मेट्रो सिर्फ एक ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट नहीं बल्कि एक बड़ी शहरी पहचान भी है। इससे न सिर्फ शहर का इन्फ्रास्ट्रक्चर बदलेगा, बल्कि लोगों की जीवनशैली भी अधिक आधुनिक और सुविधाजनक होगी। आने वाले दिनों में पटना देश के उन शहरों की सूची में शामिल हो जाएगा जहां मेट्रो यात्रा आम बात होगी।