मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपने रिटेल बिजनेस से जुड़ा एक बड़ा कदम उठाया है। कंपनी ने अब अपने तेजी से बढ़ते FMCG बिजनेस को रिलायंस रिटेल से अलग कर नई स्वतंत्र इकाई के रूप में स्थापित करने की तैयारी कर ली है। बताया गया है कि यह डिमर्जर प्रक्रिया इस साल पूरी हो सकती है और इसके लिए सरकार से जरूरी मंजूरी ली जा रही है।
अभी यह पूरा FMCG कारोबार रिलायंस रिटेल के तहत आता है, लेकिन कंपनी इसे "Reliance Consumer Products Limited" (RCPL) नाम से अलग पहचान देने जा रही है। इस यूनिट में Campa Cola, Independence ब्रांड और दूसरी कंज्यूमर गुड्स शामिल होंगे।
Q1 नतीजों में FMCG से दिखा जबरदस्त ग्रोथ
रिलायंस रिटेल के ताज़ा तिमाही (Q1 FY2025) नतीजों में FMCG बिजनेस की भागीदारी काफी प्रभावशाली रही। कंपनी ने बताया कि इस तिमाही में ₹4400 करोड़ का राजस्व FMCG बिजनेस से आया है, जो कि पिछले साल के मुकाबले करीब दोगुना है। रिलायंस रिटेल लिमिटेड के CFO दिनेश तलुजा ने कहा कि यह कारोबार तेज़ी से आगे बढ़ रहा है और इसके लिए देशभर में एक मज़बूत नेटवर्क तैयार किया गया है।
देशभर की किराना दुकानों से आती है 70% बिक्री
रिलायंस का FMCG कारोबार खासतौर पर देशभर की जनरल ट्रेड यानी छोटी दुकानों के सहारे खड़ा हो रहा है। कंपनी के मुताबिक, उसकी कुल बिक्री का लगभग 70% हिस्सा इन्हीं दुकानों से आता है। इसके अलावा कंपनी के अपने B2C और B2B स्टोर भी हैं, और अब उन्होंने खुद का एक अलग डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क भी बना लिया है, जो देश के कोने-कोने तक पहुंच बना रहा है।
IPL में कैंपा को मिली नई पहचान
इस साल IPL के दौरान रिलायंस ने कैंपा कोला के लिए बड़ा प्रचार अभियान चलाया था। हाई डेसिबल कैंपेन के तहत इस ब्रांड की जबरदस्त मार्केटिंग की गई, जिसका असर यह हुआ कि लोग अब कैंपा को पहले से ज्यादा याद करने लगे हैं। कंपनी का कहना है कि ऐसे प्रचार के ज़रिए आने वाले समय में कैंपा कोला और अन्य ब्रांड्स की बिक्री और तेज़ी से बढ़ेगी।
FMCG और रिटेल बिजनेस बनेंगे पूरी तरह अलग
डिमर्जर के बाद रिलायंस का FMCG और रिटेल बिजनेस पूरी तरह से अलग-अलग कंपनी के रूप में काम करेगा। दोनों यूनिट्स आपस में ‘arms-length’ यानी प्रोफेशनल दूरी बनाए रखेंगी, जिससे संचालन में पारदर्शिता और दक्षता आएगी। RCPL यानी नई FMCG कंपनी अपने ब्रांड्स और उत्पादों पर सीधा फोकस कर सकेगी।
नए स्टोर्स और ट्रांजैक्शनों में जबरदस्त बढ़ोतरी
इस तिमाही में रिलायंस रिटेल ने 388 नए स्टोर खोले हैं, जिससे इसके कुल स्टोर्स की संख्या 19,600 से ज्यादा हो गई है। ट्रांजैक्शनों की संख्या में भी 16% की सालाना बढ़ोतरी दर्ज की गई है। फैशन, ग्रॉसरी, और दूसरे सेगमेंट्स में कंपनी की पकड़ लगातार मज़बूत हो रही है।
HUL, ITC से होगी सीधी टक्कर
FMCG बिजनेस को अलग करने के पीछे रिलायंस की रणनीति साफ दिख रही है। कंपनी अब Hindustan Unilever (HUL), ITC और Patanjali जैसी कंपनियों को सीधी टक्कर देना चाहती है। जैसे जियो ने टेलीकॉम सेक्टर में बड़े बदलाव किए, उसी तरह अब अंबानी की नजर FMCG में भी बड़ा नाम बनाने की है।
RCPL के ज़रिए मजबूत ब्रांड पहचान बनाने की तैयारी
रिलायंस का फोकस अब एक मजबूत कंज्यूमर ब्रांड पोर्टफोलियो तैयार करने पर है। RCPL के तहत आने वाले ब्रांड्स जैसे Campa, Independence, Glimmer, और Enzo को बड़ी संख्या में उपभोक्ताओं तक पहुंचाने के लिए कंपनी निवेश, विज्ञापन और सप्लाई चेन विस्तार पर काम कर रही है।
जल्द आ सकता है डिमर्जर का आधिकारिक ऐलान
फिलहाल कंपनी सरकार की तरफ से कुछ नियामकीय मंजूरियों का इंतजार कर रही है। माना जा रहा है कि ये प्रक्रिया 2025 के अंत तक पूरी हो सकती है। इसके बाद RCPL को स्वतंत्र कंपनी के रूप में ऑपरेशनल किया जाएगा। कंपनी का इरादा है कि FMCG को एक सशक्त और लाभदायक बिजनेस के रूप में स्थापित किया जाए।
रिलायंस की नज़र अब घर-घर तक पहुंचने पर
मुकेश अंबानी की रणनीति साफ है - वह सिर्फ मॉल्स या स्टोर्स तक ही सीमित नहीं रहना चाहते, बल्कि घर-घर तक अपनी पहुंच बनाना चाहते हैं। चाहे वह कुकिंग ऑयल हो, स्नैक्स हो, या सॉफ्ट ड्रिंक – रिलायंस अब हर रसोई और हर ग्राहक की ज़रूरतों में शामिल होना चाहता है। इसके लिए कंपनी लगातार प्रोडक्ट रेंज को बढ़ा रही है और किफायती दाम पर उन्हें उपलब्ध कराने की योजना पर काम कर रही है।