सावन का पवित्र महीना भगवान शिव की भक्ति में लीन रहने का अवसर होता है। इस महीने के प्रत्येक सोमवार को व्रत रखकर शिव की आराधना करना विशेष फलदायी माना जाता है। व्रत के दौरान लोग फलाहार करते हैं, जिससे शरीर को ऊर्जा मिले और व्रत निभाना आसान हो। ऐसे में अगर आप भी सावन सोमवार का व्रत रखते हैं और कुछ अलग, स्वादिष्ट और एनर्जेटिक फलाहार की तलाश में हैं, तो साबूदाना रबड़ी (Sabudana Rabdi Recipe for Sawan Somwar Vrat 2025) आपके लिए परफेक्ट रेसिपी है। यह पारंपरिक मिठाई ना केवल स्वाद में लाजवाब होती है, बल्कि इसमें भरपूर ऊर्जा देने वाले तत्व भी मौजूद होते हैं, जो व्रत के दौरान शरीर को कमजोरी और थकान से बचाते हैं।
साबूदाना रबड़ी: व्रत में स्वाद और सेहत का संगम
साबूदाना यानी सागो, व्रत के दौरान सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाली सामग्री में से एक है। आमतौर पर इससे खिचड़ी या खीर बनाई जाती है, लेकिन साबूदाना रबड़ी एक नया और स्वादिष्ट ट्विस्ट है। इस मिठाई में दूध, मेवे और इलायची की महक मिलकर इसका स्वाद और भी बढ़ा देती है।
आवश्यक सामग्री
साबूदाना रबड़ी बनाने के लिए आपको चाहिए -
- ½ कप छोटा साबूदाना
- 1 लीटर फुल क्रीम दूध
- ½ कप चीनी (स्वादानुसार कम-ज्यादा कर सकते हैं)
- 4-5 हरी इलायची (पिसी हुई)
- 10-12 बादाम (बारीक कटे हुए)
- 10-12 काजू (बारीक कटे हुए)
- 1 चम्मच घी
- 5-6 केसर के धागे (थोड़े दूध में भिगोकर रखें)
नाने की विधि
1. साबूदाना भिगोना: सबसे पहले साबूदाने को साफ पानी से दो-तीन बार धो लें और फिर 30 मिनट के लिए पानी में भिगो दें। इससे वे फूल जाएंगे और पकाने में आसानी होगी।
2. दूध उबालना: एक भारी तले की कड़ाही में दूध डालकर धीमी आंच पर पकने के लिए रखें। इसे बीच-बीच में चलाते रहें ताकि तली में न लगे।
3. दूध गाढ़ा करना: लगातार उबालते हुए जब दूध आधा रह जाए और थोड़ा गाढ़ा हो जाए, तब इसमें भीगा हुआ साबूदाना डालें।
4. साबूदाना पकाना: अब साबूदाने को दूध में अच्छे से मिलाएं और मध्यम आंच पर 10-15 मिनट तक पकाएं। जब साबूदाना पारदर्शी दिखने लगे और नरम हो जाए, तो समझिए कि वो पक चुका है।
5. मिठास मिलाना: अब इसमें स्वादानुसार चीनी मिलाएं और 5 मिनट तक और पकाएं ताकि चीनी अच्छे से घुल जाए।
6. मेवे और स्वाद: एक छोटी कड़ाही में 1 चम्मच घी गर्म करें और उसमें काजू व बादाम को हल्का सा भून लें। फिर इन्हें रबड़ी में डालें।
7. खुशबू और रंग: अब इसमें पिसी हुई इलायची और केसर वाला दूध डालें। सारी सामग्री को अच्छे से मिलाकर गैस बंद कर दें।
8. परोसने का तरीका: साबूदाना रबड़ी को हल्का ठंडा होने दें और फिर ऊपर से कुछ कटे हुए ड्राय फ्रूट्स और केसर की गार्निश करके परोसें।
कुछ उपयोगी टिप्स
- साबूदाना भिगोने में कंजूसी न करें: यह अच्छी तरह से भीगा होना चाहिए ताकि रबड़ी में एकसार पक जाए।
- दूध को धीमी आंच पर पकाएं: तेज आंच पर दूध जल सकता है और स्वाद बिगड़ सकता है।
- रबड़ी बहुत गाढ़ी लग रही हो?: तो थोड़ा गरम दूध मिलाकर वांछित गाढ़ापन हासिल करें।
- और भी हेल्दी बनाना हो?: तो इसमें मिश्री या गुड़ पाउडर का इस्तेमाल करें, पर इसे दूध में डालते समय ध्यान दें कि दूध न फटे।
व्रत में क्यों फायदेमंद है ये रेसिपी?
- एनर्जी से भरपूर: साबूदाना कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होता है, जो व्रत में ऊर्जा देता है।
- पचने में आसान: दूध और साबूदाना दोनों ही पेट के लिए हल्के होते हैं।
- मस्तिष्क को आराम: इलायची और केसर मन को शांत और शरीर को सुकून देते हैं।
- प्राकृतिक मिठास: चीनी की जगह शहद या मिश्री डालने पर यह और भी हेल्दी हो सकती है।
सावन सोमवार व्रत के दिन साबूदाना रबड़ी एक बेहतरीन फलाहार विकल्प है जो स्वाद और सेहत दोनों में संतुलन बनाता है। इसे बनाना भी बेहद आसान है और सामग्री भी साधारण है, जो हर घर में आसानी से मिल जाती है। आप इस सावन सोमवार इसे जरूर ट्राई करें और शिवभक्ति के साथ-साथ अपने स्वाद को भी एक दिव्य अनुभव दें।