पटना में दरोगा और पुलिस भर्ती के अभ्यर्थियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। प्रदर्शनकारी हाथों में तिरंगा लेकर सीएम हाउस की ओर जा रहे थे। राजद ने इसे तिरंगे का अपमान बताया और सरकार को तत्काल कार्रवाई की चेतावनी दी।
Patna: बिहार के पटना में दरोगा और पुलिस भर्ती को लेकर प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। यह प्रदर्शन पटना कॉलेज से शुरू हुआ और अभ्यर्थी हाथों में तिरंगा लेकर मुख्यमंत्री आवास की ओर जा रहे थे। पुलिस ने अभ्यर्थियों से तिरंगा छीन लिया और डंडे से पिटाई शुरू कर दी। इस घटना के बाद राजद ने बिहार सरकार और पुलिस प्रशासन को घेरा और कहा कि यह तिरंगे का अपमान है।
अभ्यर्थियों की मुख्य मांगें
दरोगा और पुलिस भर्ती के अभ्यर्थियों ने लंबे समय से सरकारी भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाने की मांग की है। उनका कहना है कि बिहार पुलिस में दरोगा और सिपाही पदों की संख्या बढ़ी है, लेकिन भर्ती प्रक्रिया में देरी के कारण युवा बेरोजगार हैं। अभ्यर्थियों ने कहा कि आचार संहिता के लागू होने के कारण नई भर्ती प्रक्रिया पर असर पड़ेगा। इसलिए वे जल्द कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
सिपाही भर्ती में पारदर्शिता की मांग
प्रदर्शनकारी अभ्यर्थी सिपाही भर्ती परीक्षा में पारदर्शिता सुनिश्चित करने की भी मांग कर रहे हैं। उनका आरोप है कि परीक्षा के बाद क्वेश्चन पेपर, ओएमआर शीट और आंसर की कॉपी उपलब्ध नहीं कराई जाती। इससे युवाओं के साथ अन्याय हो रहा है और उनकी मेहनत का सही मूल्यांकन नहीं हो पा रहा है।
राजद ने बिहार सरकार को घेरा
राजद ने इस लाठीचार्ज की घटना को लेकर बिहार सरकार और पुलिस प्रशासन को निशाने पर लिया। पार्टी ने कहा कि अभ्यर्थियों के हाथों में तिरंगा था और इस पर डंडे चलाना देशभक्ति और संवैधानिक सम्मान के खिलाफ है। राजद ने केंद्र और राज्य सरकार से तत्काल कार्रवाई करने की मांग की है और कहा कि बेरोजगार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं किया जा सकता।
आंदोलन में शिक्षक और नेता भी शामिल
प्रदर्शन में केवल अभ्यर्थी ही नहीं, बल्कि कई शिक्षक और शिक्षक नेता भी शामिल हुए। उन्होंने अभ्यर्थियों के आंदोलन का समर्थन किया और उनकी मांगों को और मजबूत बनाने में मदद की। इससे यह आंदोलन व्यापक और जोरदार बन गया है।
दरोगा भर्ती की हालिया स्थिति
हाल ही में बिहार पुलिस विभाग ने दरोगा के 28 पदों पर भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किया था। आवेदन प्रक्रिया 27 फरवरी 2025 से शुरू हुई थी और 27 मार्च 2025 तक चली। हालांकि, अभ्यर्थियों की मांग है कि अब बड़ी संख्या में पदों पर भर्ती की जाए। खबरों के अनुसार, राज्य में 23,600 पदों पर भर्ती की संभावनाएं हैं।
लाठीचार्ज की घटना के बाद राजनीति में भी उबाल है। राजद ने इसे राष्ट्रीय प्रतीक तिरंगे का अपमान बताया और कहा कि सरकार को ऐसे कार्यों से बचना चाहिए। विपक्ष ने राज्य सरकार पर बेरोजगार युवाओं के अधिकारों की अनदेखी करने का आरोप लगाया है।