रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर बड़े पैमाने पर ड्रोन और मिसाइल हमला किया। हमले में 2 लोगों की मौत, 10 से अधिक घायल। कैबिनेट बिल्डिंग से धुआं देखा गया। नागरिकों की सुरक्षा को लेकर हाई अलर्ट जारी।
Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष (conflict) लगातार और भी घातक रूप ले रहा है। इस बार रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव पर बड़े पैमाने पर ड्रोन और मिसाइलें दागीं। इस हमले में दो लोगों की मौत हो गई जिनमें एक साल का बच्चा भी शामिल है। 10 से अधिक लोग घायल हुए हैं। राजधानी के कई हिस्सों में तबाही के दृश्य देखे गए और कैबिनेट बिल्डिंग की छत से धुआं उठता नजर आया।
कीव पर अचानक हुआ हमला
रविवार देर रात रूस ने ड्रोन और मिसाइलों से कीव पर हमला किया। शहर के आसमान में धमाकों की आवाजें गूंजती रहीं। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि कई इमारतों पर मिसाइल के टुकड़े गिरे जिससे अफरातफरी मच गई। राजधानी के स्वियातोशिन्स्की और डार्नित्स्की जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हुए जहां कई रिहायशी इमारतों को नुकसान पहुंचा।
मौत और घायल होने की पुष्टि
समाचार एजेंसी एपी के मुताबिक कीव नगर प्रशासन प्रमुख तैमूर तकाचेंको ने बताया कि हमले में दो लोगों की मौत हुई। मृतकों में एक साल का बच्चा भी शामिल है। बच्चे का शव मलबे से बरामद किया गया। कीव के मेयर विटालि क्लित्श्को ने बताया कि ड्रोन और मिसाइल के मलबे से कई घरों में आग लग गई। इस हमले में 10 से अधिक लोग घायल हुए जिन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
कैबिनेट बिल्डिंग से उठता धुआं
हमले के बाद सबसे चौंकाने वाला दृश्य तब देखने को मिला जब यूक्रेन की राजधानी कीव की कैबिनेट बिल्डिंग की छत से धुआं उठता देखा गया। हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि धुआं हमले के कारण उठा या किसी अन्य वजह से। लेकिन राजधानी के प्रशासन ने सुरक्षा एजेंसियों को जांच के निर्देश दिए हैं।
रूस की रणनीति
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध (war) अब तीसरे साल में प्रवेश कर चुका है। इस दौरान रूस ने कई बार यूक्रेन के बड़े शहरों को निशाना बनाया है। खासतौर पर राजधानी कीव पर ड्रोन और मिसाइल हमले आम हो गए हैं। रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि रूस अपनी सैन्य रणनीति (military strategy) के तहत यूक्रेन की पावर सप्लाई और प्रशासनिक ढांचे को कमजोर करने की कोशिश कर रहा है।
नागरिकों पर बढ़ रहा खतरा
लगातार हो रहे हमलों से यूक्रेन के नागरिकों में दहशत है। रिहायशी इलाकों पर गिरते मलबे और इमारतों को नुकसान ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। राहत और बचाव दल रातभर काम में जुटे रहे ताकि फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
रूस और यूक्रेन के इस युद्ध पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय लगातार नजर बनाए हुए है। संयुक्त राष्ट्र (United Nations) और यूरोपीय संघ (European Union) कई बार युद्धविराम (ceasefire) की अपील कर चुके हैं, लेकिन हालात काबू में नहीं आ रहे। अमेरिका और नाटो (NATO) देशों ने यूक्रेन को मदद जारी रखने का वादा किया है जबकि रूस अपने रुख पर अड़ा हुआ है।