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SBI की एफडी ब्याज दरों में तीसरी बार कटौती, नए रेट लागू

SBI की एफडी ब्याज दरों में तीसरी बार कटौती, नए रेट लागू

भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने चालू वित्त वर्ष 2025-26 में एक बार फिर से फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर मिलने वाली ब्याज दरों में कटौती कर दी है। यह तीसरा मौका है जब देश का सबसे बड़ा बैंक लगातार एफडी पर मिलने वाले रिटर्न को घटा रहा है। ताजा कटौती 15 बेसिस प्वाइंट की है जो मुख्य रूप से शॉर्ट टर्म डिपॉजिट पर लागू की गई है। ये दरें 15 जुलाई 2025 से लागू हो चुकी हैं।

इससे पहले जून 2025 में SBI ने सेविंग्स डिपॉजिट पर ब्याज घटाकर 2.5 प्रतिशत कर दिया था। ताजा कदम से साफ हो गया है कि बैंक ब्याज दरों के मामले में रक्षात्मक रवैया अपना रहा है, खासकर जब बाजार में लिक्विडिटी बढ़ रही है और आरबीआई लगातार रेपो रेट घटा रहा है।

रेगुलर ग्राहकों के लिए एफडी पर नए रेट्स क्या हैं

SBI ने वेबसाइट पर नई ब्याज दरों की जानकारी सार्वजनिक कर दी है। बैंक की नई ब्याज दरें खास तौर से 46 दिन से 1 साल तक की FD पर लागू की गई हैं।

  • 46 से 179 दिन की एफडी पर अब ब्याज 5.05 की जगह 4.90 फीसदी मिलेगा।
  • 180 से 210 दिन की एफडी पर ब्याज 5.80 से घटाकर 5.65 फीसदी किया गया है।
  • 211 दिन से लेकर 1 साल तक की जमा पर ब्याज दर 6.05 से घटकर 5.90 फीसदी हो गई है।
  • हालांकि 7 से 45 दिन की अवधि पर ब्याज दर 3.05 फीसदी बरकरार रखी गई है।

सीनियर सिटीजंस को भी नहीं मिला राहत का फायदा

सीनियर सिटीजन ग्राहकों के लिए भी शॉर्ट टर्म एफडी पर ब्याज दरों में कमी की गई है

  • 46 से 179 दिन की एफडी पर अब 5.55 के बजाय 5.40 फीसदी ब्याज मिलेगा।
  • 180 से 210 दिन की एफडी पर ब्याज 6.30 से घटाकर 6.15 फीसदी किया गया है।
  • 211 दिन से 1 साल तक की जमा पर ब्याज दर 6.55 से घटाकर 6.40 फीसदी कर दी गई है।
  • वहीं, 7 से 45 दिन तक की एफडी पर ब्याज दर 3.05 फीसदी ही बनी रहेगी।

1 साल से ज्यादा की एफडी पर नहीं हुआ कोई बदलाव

SBI ने अभी तक 1 साल से ज्यादा और 10 साल तक की अवधि की एफडी पर ब्याज दरों को पहले की तरह ही रखा है। इसका मतलब है कि जो लोग लंबी अवधि की एफडी में निवेश कर रहे हैं, उनके लिए ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।

बैंक की 5 साल की टैक्स सेविंग एफडी पर रेगुलर ग्राहकों को 6.05 फीसदी और सीनियर सिटीजन को 7.05 फीसदी (SBI वीकेयर स्कीम के तहत अतिरिक्त 0.50% ब्याज सहित) दिया जा रहा है।

ब्याज दर घटी लेकिन बैंक की कमाई में इज़ाफा

SBI के हालिया वित्तीय आंकड़े बताते हैं कि ब्याज से कमाई (Net Interest Income) तो बढ़ी है, लेकिन मार्जिन पर दबाव है।

  • वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में बैंक का नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) घटकर 3.22 फीसदी रह गया।
  • जबकि नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) में सालाना आधार पर बढ़ोतरी हुई है और यह बढ़कर ₹42,775 करोड़ तक पहुंच गई।
  • तिमाही आधार पर भी इसमें 3.21 फीसदी का सुधार देखा गया है।

RBI की दरें घटीं तो SBI ने भी दिखाया असर

RBI ने भी लगातार तीन मौकों पर रेपो रेट में कटौती की है

  • फरवरी 2025 में 0.25 फीसदी
  • अप्रैल 2025 में 0.25 फीसदी
  • जून 2025 में 0.50 फीसदी

अब रेपो रेट घटकर 5.50 फीसदी रह गई है। इसके साथ ही रिज़र्व बैंक ने कैश रिज़र्व रेश्यो (CRR) को भी 4 फीसदी से घटाकर 3 फीसदी कर दिया है। यह सब कुछ बाजार में लिक्विडिटी बढ़ाने के लिए किया जा रहा है, ताकि आर्थिक गतिविधियों को रफ्तार दी जा सके।

एफडी ग्राहकों की जेब पर असर, लेकिन बैंक के लिए राहत

इस बार की ब्याज दर कटौती सीधे तौर पर FD निवेशकों की कमाई को प्रभावित करेगी। खासकर जो लोग शॉर्ट टर्म एफडी में निवेश करते हैं, उन्हें अब पहले से कम ब्याज मिलेगा।

दूसरी तरफ, बैंक के लिए यह कदम फंडिंग कॉस्ट घटाने में मदद करेगा। ऐसे वक्त में जब क्रेडिट ग्रोथ तेज़ है और लोन की मांग बढ़ रही है, बैंक अपनी जमा योजनाओं पर ब्याज घटाकर मार्जिन सुधारने की कोशिश कर रहा है। 

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