भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) ने चार कंपनियों को आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के ज़रिए पूंजी जुटाने की मंजूरी दे दी है। इन कंपनियों में Kent RO Systems, करमतारा इंजीनियरिंग, मंगल इलेक्ट्रिकल इंडस्ट्रीज, और विद्या वायर्स शामिल हैं।
Kent RO Systems: भारतीय बाजार में निवेशकों के लिए एक बार फिर से उत्साहजनक खबर आई है। पूंजी बाजार नियामक संस्था SEBI (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) ने चार प्रमुख कंपनियों को आईपीओ (IPO) लाने की मंजूरी दे दी है। इनमें Kent RO Systems, Karamtara Engineering, Mangal Electrical Industries, और Vidya Wires शामिल हैं। इस बीच, Oswal Pumps ने भी अपने बहुप्रतीक्षित आईपीओ के लिए तारीख और प्राइस बैंड घोषित कर दिया है। उसका आईपीओ 13 जून को खुलेगा और 17 जून को बंद होगा।
यह खबर न केवल निवेशकों के लिए अहम है, बल्कि यह संकेत भी देती है कि भारतीय इक्विटी बाजार में प्राथमिक पूंजी जुटाने की गतिविधि अब फिर से रफ्तार पकड़ रही है।
Kent RO Systems: पूरी तरह OFS आधारित आईपीओ
Kent RO, जो भारत की अग्रणी वाटर प्यूरीफायर कंपनियों में गिनी जाती है, ने SEBI से पूरी तरह ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत आईपीओ की मंजूरी प्राप्त की है। कंपनी अपने प्रवर्तकों द्वारा 1 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री करेगी। इसका मतलब यह है कि आईपीओ से प्राप्त राशि सीधे कंपनी के खाते में नहीं जाएगी, बल्कि प्रमोटरों को मिलेगी। Kent RO की इस पेशकश से निवेशकों को देश के तेजी से बढ़ते वॉटर प्योरीफिकेशन सेगमेंट में हिस्सेदारी का मौका मिलेगा।
Karamtara Engineering: ₹1,750 करोड़ के मेगा आईपीओ की तैयारी
Karamtara Engineering, जो पावर ट्रांसमिशन टावर और इंजीनियरिंग प्रोडक्ट्स में माहिर है, ने ₹1,350 करोड़ के नए इक्विटी शेयर और ₹400 करोड़ के OFS के संयोजन का आईपीओ लाने की योजना बनाई है। यह आईपीओ आकार के लिहाज से इन चारों में सबसे बड़ा होगा। कंपनी इस राशि का उपयोग उत्पादन क्षमताएं बढ़ाने, ऋण चुकाने और नई परियोजनाओं में निवेश के लिए करेगी। ऊर्जा व अवसंरचना क्षेत्र में सरकार के निवेश को देखते हुए, करमतारा का आईपीओ निवेशकों के बीच अच्छा खासा आकर्षण बटोर सकता है।
Mangal Electrical Industries: 100% फ्रेश इश्यू
मंगल इलेक्ट्रिकल इंडस्ट्रीज, जो ट्रांसफॉर्मर निर्माण में विशेषज्ञता रखती है, ने ₹450 करोड़ का शुद्ध रूप से नया इश्यू (Fresh Issue) लाने की अनुमति प्राप्त की है। यह कंपनी ऊर्जा क्षेत्र की वृद्धि और ग्रिड के आधुनिकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। मंगल इलेक्ट्रिकल अपने आईपीओ से प्राप्त पूंजी का उपयोग नए प्लांट्स, आरएंडडी और मार्केट विस्तार पर करने की योजना में है। कंपनी के शेयर भी बीएसई और एनएसई दोनों पर सूचीबद्ध होंगे।
Vidya Wires: मिश्रित संरचना के साथ बाजार में प्रवेश
विद्या वायर्स, जो विशेष रूप से वाइंडिंग वायर का निर्माण करती है, ने अपने आईपीओ में ₹320 करोड़ के फ्रेश इश्यू और 1 करोड़ शेयरों के OFS को शामिल किया है। वायर्स से जुड़ी हुई यह कंपनी ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रिकल उपकरणों और मोटर निर्माण उद्योगों के लिए कच्चे माल की आपूर्ति करती है। SEBI की अनुमति मिलने के बाद अब ये चारों कंपनियां बाजार की परिस्थितियों को देखते हुए अपनी लॉन्च टाइमलाइन निर्धारित करेंगी।
Oswal Pumps: 13 जून से खुलेगा IPO, ₹1,387 करोड़ का कुल मूल्य
इसी क्रम में, ओसवाल पंप्स (Oswal Pumps) ने भी अपने 1,387.34 करोड़ रुपये के बहुप्रतीक्षित आईपीओ की तारीखें घोषित कर दी हैं। यह आईपीओ 13 जून को खुलेगा और 17 जून को बंद होगा। कंपनी ने इसके लिए 584-614 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया है। ओसवाल पंप्स का आईपीओ दो हिस्सों में बंटा हुआ है:
- ₹890 करोड़ के फ्रेश इश्यू
- ₹497.34 करोड़ का OFS, जिसमें प्रमोटर विवेक गुप्ता 81 लाख शेयर बेचेंगे
फंड का इस्तेमाल कहां होगा?
कंपनी के अनुसार, आईपीओ से जुटाई गई राशि का उपयोग कई प्रमुख कार्यों में किया जाएगा:
- पूंजीगत व्यय की पूर्ति,
- ओसवाल सोलर में इक्विटी निवेश,
- करनाल (हरियाणा) में नई निर्माण इकाई की स्थापना,
- ऋण चुकता करना,
- और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों में खर्च
- ओसवाल पंप्स भारत में सबमर्सिबल पंप, इंडक्शन मोटर और सोलर पावर से जुड़ी मशीनों के निर्माण में अग्रणी कंपनियों में शामिल है। यह अपनी प्रोडक्ट रेंज को ‘Oswal’ ब्रांड नाम से बेचती है।
बाजार की नजरें इन IPOs पर
इन पांचों कंपनियों के आईपीओ को बाजार विश्लेषकों और निवेशकों द्वारा बेहद सकारात्मक रूप से देखा जा रहा है। मौजूदा आर्थिक माहौल और सरकार की उद्योगों को लेकर नीतियों को देखते हुए, इन कंपनियों में निवेश को लेकर उत्साह दिखाई दे रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि इन आईपीओ की प्राइसिंग और टाइमिंग सही रहती है, तो निवेशकों को दीर्घकालिक लाभ मिल सकते हैं।