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शिवपुरी में बाढ़ का कहर: सेना और प्रशासन के साहस से 300 से अधिक लोगों का रेस्क्यू

शिवपुरी में बाढ़ का कहर: सेना और प्रशासन के साहस से 300 से अधिक लोगों का रेस्क्यू

शिवपुरी, मध्य प्रदेश में बाढ़ से फंसे 300 से अधिक लोगों को सेना व प्रशासन ने मिलकर सुरक्षित रेस्क्यू किया; मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इसे साहस व समर्पण का प्रतीक बताया।

Madhya Pradesh: प्रदेश के शिवपुरी जिले में हालिया बाढ़ ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने जिले के कई हिस्सों को पानी में डुबो दिया, जिससे सैकड़ों लोग फंसे रह गए। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार ने सेना, NDRF (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) और SDRF (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) की मदद ली। अब तक 300 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है।

बाढ़ का तांडव: शिवपुरी में हालात बेहद चिंताजनक

शिवपुरी और आसपास के क्षेत्रों में बीते कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर आ गए हैं। जलस्तर इतना बढ़ गया कि कई गांव पूरी तरह से जलमग्न हो गए। रास्ते बंद हो गए और सैकड़ों लोग अपने घरों में ही फंसे रह गए। बिजली और संचार व्यवस्था भी प्रभावित हुई है।

सेना का ऐतिहासिक रेस्क्यू ऑपरेशन

हालात की गंभीरता को भांपते हुए प्रशासन ने सेना की मदद ली। सेना के जवानों ने पूरी तत्परता और साहस के साथ राहत और बचाव कार्य शुरू किया। सेना की तीन बाढ़ राहत कॉलम और तीन मेडिकल टीमें लगातार 24 घंटे राहत कार्यों में जुटी रहीं। अब तक शिवपुरी, गुना और अशोकनगर जिलों में सैकड़ों नागरिकों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया है।

NDRF और SDRF की भी अहम भूमिका

केवल सेना ही नहीं, बल्कि NDRF और SDRF की टीमें भी पूरी ताकत के साथ मैदान में डटी रहीं। जिला प्रशासन और पुलिस बल के सहयोग से रेस्क्यू ऑपरेशन को गति मिली। नावों, रस्सियों और विशेष उपकरणों की मदद से पानी में फंसे लोगों को सुरक्षित निकाला गया।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जताया आभार

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राहत कार्यों में जुटे सभी अधिकारियों और जवानों की सराहना करते हुए कहा, 'सीमित समय में जिस प्रकार भारतीय सेना, NDRF, SDRF और जिला पुलिस बल ने साहस, समर्पण और कर्तव्यपरायणता के साथ राहत कार्यों को अंजाम दिया, वह प्रशंसनीय है। मैं सभी अधिकारियों और जवानों को कोटि-कोटि नमन करता हूं।' उन्होंने यह भी कहा कि संकट की इस घड़ी में सरकार हर प्रभावित नागरिक के साथ खड़ी है और हरसंभव सहायता प्रदान की जाएगी।

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ सेना का रेस्क्यू वीडियो

भारतीय सेना ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें जवानों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों की मदद करते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में जवान नावों और रस्सियों की मदद से बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों को सुरक्षित निकालते दिखे। इस मानवीय पहल को लोगों ने सोशल मीडिया पर खूब सराहा।

लगातार जारी है राहत और बचाव कार्य

हालांकि रेस्क्यू ऑपरेशन में अब तक सैकड़ों लोगों को निकाला जा चुका है, लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। बारिश का सिलसिला जारी है और प्रशासन हालात पर लगातार नजर बनाए हुए है। संभावित इलाकों में अलर्ट जारी किया गया है और लोगों से ऊंचे स्थानों पर जाने की अपील की गई है।

राहत शिविरों में लोगों के लिए भोजन, पीने का पानी और स्वास्थ्य जांच की व्यवस्था की गई है। मेडिकल टीमें बीमार और घायल लोगों का उपचार कर रही हैं। बच्चों और बुजुर्गों की विशेष देखभाल की जा रही है।

विष्य के लिए सबक और चेतावनी

शिवपुरी में आई इस बाढ़ ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि प्राकृतिक आपदाओं के समय पूर्व तैयारी और प्रशासनिक एकजुटता कितनी आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि भविष्य में इस प्रकार की आपदाओं से निपटने के लिए एक स्थायी रणनीति बनाई जाए और राहत तंत्र को और मजबूत किया जाए।

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