अमेरिका में तीन सप्ताह से जारी शटडाउन खत्म होने के कोई संकेत नहीं हैं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बेरुखी से हालात और बिगड़ गए हैं। व्हाइट हाउस, कांग्रेस और सीनेट में गतिरोध जारी है, जबकि हजारों सरकारी कर्मचारी बिना वेतन काम करने या छुट्टी पर जाने को मजबूर हैं।
US Shutdown: अमेरिका में चल रहा शटडाउन (Shutdown) खत्म होने के कोई संकेत नहीं मिल रहे हैं। बीते तीन सप्ताह से सरकारी कामकाज ठप है, लेकिन समाधान की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उदासीन रुख ने स्थिति को और जटिल बना दिया है। व्हाइट हाउस, कांग्रेस और सीनेट — तीनों जगह गतिरोध कायम है, जिससे अमेरिकी अर्थव्यवस्था (Economy) पर असर पड़ना शुरू हो गया है।
तीन हफ्तों से ठप सरकारी कामकाज
अमेरिका में यह शटडाउन 1 अक्टूबर से शुरू हुआ, जब डेमोक्रेटिक पार्टी ने अल्पकालिक वित्तीय सहायता प्रस्ताव (Short-term Funding Bill) को अस्वीकार कर दिया। डेमोक्रेट्स का कहना था कि विधेयक में ‘अफोर्डेबल केयर एक्ट’ (Affordable Care Act) के तहत स्वास्थ्य बीमा रियायतों को विस्तार देना जरूरी है। प्रस्ताव को मंजूरी न मिलने के बाद सरकारी फंडिंग बंद हो गई और हजारों कर्मचारी या तो बगैर वेतन काम कर रहे हैं या छुट्टी पर भेज दिए गए हैं।
पिछले तीन हफ्तों में न तो कोई संसदीय सत्र हुआ है, न ही कांग्रेस या सीनेट में किसी समाधान की दिशा में प्रगति दिखी है। सांसद वाशिंगटन छोड़ चुके हैं और जनता में सरकार के प्रति नाराजगी बढ़ रही है।
राष्ट्रपति ट्रंप का उदासीन रुख
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप फिलहाल इस संकट से दूरी बनाए हुए हैं। उनके रुख को लेकर विपक्ष ही नहीं, खुद रिपब्लिकन पार्टी के भीतर भी नाराजगी है। ट्रंप प्रशासन की प्राथमिकता इस समय शटडाउन नहीं बल्कि इजरायल-हमास युद्धविराम (Ceasefire) और रूस-यूक्रेन संघर्ष पर केंद्रित दिखाई दे रही है।
डेमोक्रेट्स की नाराजगी
डेमोक्रेटिक नेताओं चक शूमर (Chuck Schumer) और हकीम जेफ्रीज (Hakeem Jeffries) ने आरोप लगाया है कि रिपब्लिकन पार्टी गंभीरता से बातचीत नहीं कर रही। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप को स्थिति की गंभीरता समझनी चाहिए और तत्काल बातचीत शुरू करनी चाहिए।
वहीं, बर्नी सैंडर्स (Bernie Sanders) और एलेक्जेंड्रिया ओकासियो-कोर्टेज (Alexandria Ocasio-Cortez) जैसे नेताओं ने भी ट्रंप से सीधे हस्तक्षेप की मांग की है। उनका कहना है कि जब तक राष्ट्रपति खुद पहल नहीं करेंगे, तब तक कोई ठोस समाधान संभव नहीं है।
रिपब्लिकन नेतृत्व की रणनीति
रिपब्लिकन नेता फिलहाल डेमोक्रेट्स से बातचीत करने से इनकार कर रहे हैं। वे चाहते हैं कि पहले अल्पकालिक वित्त पोषण विधेयक पारित किया जाए, उसके बाद अन्य मुद्दों पर बातचीत हो। दूसरी ओर, डेमोक्रेट्स स्वास्थ्य बीमा सब्सिडी (Health Insurance Subsidy) पर ठोस आश्वासन की मांग कर रहे हैं।
रिपब्लिकन पार्टी यह भी नहीं चाहती कि ट्रंप इस विवाद में सीधे कूदें, ताकि भविष्य में राष्ट्रपति पद का कोई गलत मिसाल न बन जाए। यही कारण है कि ट्रंप फिलहाल इस मुद्दे से दूरी बनाए रखे हुए हैं।