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ताइवान की मॉडल कै युक्सिन की रहस्यमयी मौत, 'मिल्क इंजेक्शन' बना कारण, मेडिकल लापरवाही पर उठे सवाल

ताइवान की मॉडल कै युक्सिन की रहस्यमयी मौत, 'मिल्क इंजेक्शन' बना कारण, मेडिकल लापरवाही पर उठे सवाल

ताइवान की लोकप्रिय मॉडल और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर कै युक्सिन की रहस्यमयी और दुखद मौत ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। केवल 30 वर्ष की उम्र में युक्सिन की जान एक ऐसे इंजेक्शन ने ले ली, जिसे अक्सर सौंदर्य और चिकित्सा प्रक्रियाओं में नींद दिलाने के लिए उपयोग किया जाता है। 

ताइपेई: ताइवान की मशहूर मॉडल कै युक्सिन की दुखद मृत्यु ने फैशन और चिकित्सा जगत दोनों को झकझोर कर रख दिया है। 30 वर्षीय युक्सिन लंबे समय से अनिद्रा (नींद न आने की बीमारी) से परेशान थीं और इसी समस्या के इलाज के लिए उन्होंने एक प्रसिद्ध डॉक्टर की मदद ली, जिन्हें "लिपोसक्शन के गॉडफादर" के नाम से जाना जाता है।

इलाज के दौरान उन्हें एक विशेष दवा दी गई, जिसे "मिल्क इंजेक्शन" कहा जाता है। बताया जा रहा है कि इसी इंजेक्शन के बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई और अंततः उनकी मौत हो गई। 

क्या है 'मिल्क इंजेक्शन', जिसने ले ली युक्सिन की जान?

'मिल्क इंजेक्शन' नाम जितना मासूम लगता है, असल में वह उतना ही घातक साबित हो सकता है अगर गलत तरीके से इस्तेमाल किया जाए। इसका असली नाम है प्रोपोफोल (Propofol) — एक एनेस्थेटिक दवा, जो आमतौर पर सर्जरी या अन्य चिकित्सा प्रक्रियाओं में मरीजों को सुलाने के लिए दी जाती है। इसका रंग दूध की तरह सफेद होता है, इसीलिए इसे "मिल्क इंजेक्शन" कहा जाता है। यही दवा 2009 में पॉप स्टार माइकल जैक्सन की मृत्यु की वजह भी बनी थी।

कैसे हुई युक्सिन की मौत?

कै युक्सिन पिछले कुछ समय से अनिद्रा (इंसोम्निया) की समस्या से जूझ रही थीं। एक दोस्त की सलाह पर उन्होंने ताइपेई के फेयरी क्लिनिक में डॉक्टर वू शाओहू से संपर्क किया, जिन्हें "लिपोसक्शन के गॉडफादर" के नाम से जाना जाता है। डॉक्टर वू ने युक्सिन को प्रोपोफोल का इंजेक्शन लगाया और उन्हें एक असिस्टेंट के भरोसे छोड़कर कमरे से बाहर चले गए।

इंजेक्शन लगने के कुछ ही मिनटों में युक्सिन की हालत बिगड़ने लगी। उन्हें दिल का दौरा पड़ा और जल्द ही बेहोशी की अवस्था में चली गईं। असिस्टेंट ने वीडियो कॉल पर डॉक्टर को स्थिति बताई, जिसके बाद डॉक्टर ने CPR देने के निर्देश दिए और खुद भी मौके पर पहुंचे। हालांकि, तब तक बहुत देर हो चुकी थी।

18 दिन तक कोमा में रहने के बाद तोड़ा दम

युक्सिन को ताइपेई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां 18 दिन तक उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया। हालत में कोई सुधार न होने पर, 12 जून को उनके परिजनों ने वेंटिलेटर हटाने की अनुमति दी और युक्सिन ने अंतिम सांस ली। इस घटना के बाद ताइपेई नगर प्रशासन ने डॉक्टर वू के खिलाफ चिकित्सकीय लापरवाही, सुरक्षा नियमों की अनदेखी और अनधिकृत दवा उपयोग के आरोप में जांच शुरू कर दी है। मेडिकल बोर्ड यह भी देख रहा है कि क्या डॉक्टर के पास एनेस्थेसिया प्रबंधन का आवश्यक लाइसेंस या प्रशिक्षण था या नहीं।

ताइवान के प्रसिद्ध एनेस्थेसियोलॉजिस्ट लाई जियानयोंग ने मीडिया से बातचीत में कहा: यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज भी कुछ डॉक्टर बिना पूर्ण प्रोटोकॉल के एनेस्थेटिक्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। यह सिर्फ गैर-जिम्मेदारी नहीं, बल्कि अपराध है।

कै युक्सिन कौन थीं?

कै युक्सिन ताइवान की एक जानी-मानी मॉडल थीं। सोशल मीडिया पर उनके हजारों फॉलोअर्स थे और उन्हें ताइवान की अभिनेत्री लिन ची-लिंग का हमशक्ल भी कहा जाता था। उन्होंने फैशन, लाइफस्टाइल और वेलनेस के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई थी। उनकी अनायास और रहस्यमयी मौत ने न केवल फैंस को बल्कि पूरे देश को सदमे में डाल दिया है।

युक्सिन की मौत के बाद सोशल मीडिया पर उनके फैंस और शुभचिंतक #JusticeForYuxin हैशटैग के साथ इंसाफ की मांग कर रहे हैं। लोग चाहते हैं कि डॉक्टर वू के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी किसी और कीमती जान को इस तरह की लापरवाही का सामना न करना पड़े।

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