Tata Motors और Indian Oil Corporation ने मिलकर देश की पहली Hydrogen Fuel Cell बस विकसित की है, जो बिना डीज़ल या चार्जिंग के चलती है। यह बस ज़ीरो एमिशन टेक्नोलॉजी पर काम करती है और इससे सिर्फ पानी की भाप निकलती है। यह भारत के क्लीन और सस्टेनेबल ट्रांसपोर्ट की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।
Tata bus: भारत अब पब्लिक ट्रांसपोर्ट को क्लीन और ग्रीन बनाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। Tata Motors और Indian Oil Corporation (IOCL) ने मिलकर ऐसी हाइड्रोजन फ्यूल सेल बस पेश की है, जो न डीज़ल से चलती है, न चार्जिंग की ज़रूरत होती है। इसके ऊपरी हिस्से में लगे सिलिंडरों में भरी हाइड्रोजन गैस से बिजली बनती है, जो मोटर को चलाती है। इस प्रक्रिया में बस से सिर्फ पानी की भाप निकलती है, न कोई धुआं, न कोई आवाज़। यह तकनीक भारत के सस्टेनेबल और प्रदूषण-मुक्त परिवहन भविष्य की झलक पेश करती है।
बिना फ्यूल और चार्जिंग के चलने वाली बस
Tata Motors की यह बस किसी पारंपरिक फ्यूल पर निर्भर नहीं है। इसमें ऊपर लगे हाई-प्रेशर सिलिंडरों में हाइड्रोजन गैस भरी जाती है। यह गैस पाइप के ज़रिए बस के पीछे स्थित फ्यूल सेल सिस्टम तक जाती है। वहां पर हाइड्रोजन और हवा में मौजूद ऑक्सीजन की रासायनिक प्रतिक्रिया से बिजली बनती है। यही बिजली बस के इलेक्ट्रिक मोटर को चलाती है, जिससे बस बिना किसी इंजन शोर या प्रदूषण के सड़क पर दौड़ती है।
हाइड्रोजन बस की तकनीक कैसे करती है कमाल

फ्यूल सेल सिस्टम इस बस का दिल कहा जा सकता है। इसमें हाइड्रोजन गैस को नियंत्रित मात्रा में ऑक्सीजन के साथ मिलाया जाता है। इस प्रक्रिया से उत्पन्न ऊर्जा तुरंत मोटर को बिजली देती है। इस तकनीक में कार्बन का कोई उत्सर्जन नहीं होता। सिर्फ पानी की भाप बनती है जो हवा में विलीन हो जाती है। इस वजह से इसे ‘जीरो एमिशन व्हीकल’ कहा जाता है। यह बस पूरी तरह साइलेंट तरीके से चलती है, जिससे शहरों का शोर-शराबा भी कम होगा।
भारत के क्लीन एनर्जी विजन की झलक
सरकार लंबे समय से क्लीन और ग्रीन मोबिलिटी पर फोकस कर रही है। हाइड्रोजन बस इसी दिशा में एक अहम कदम है। Tata Motors ने पहले भी इलेक्ट्रिक और CNG बसों के जरिए ग्रीन ट्रांसपोर्ट में अपना योगदान दिया है, लेकिन हाइड्रोजन फ्यूल सेल बस को अगली पीढ़ी की टेक्नोलॉजी माना जा रहा है। IOCL ने इस प्रोजेक्ट के लिए देश के अलग-अलग शहरों में हाइड्रोजन रीफ्यूलिंग स्टेशन स्थापित करने की योजना भी बनाई है।
भविष्य के प्रदूषण-मुक्त परिवहन की उम्मीद
सोशल मीडिया पर Tata की इस हाइड्रोजन बस को लेकर उत्साह देखने को मिला है। एक यूज़र ने लिखा कि यह भारत के परिवहन क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक कदम है। दूसरे यूज़र ने कहा कि अब Tata Motors के शेयरों में निवेश करने का सही वक्त है। वहीं कुछ लोगों ने व्यावहारिक चुनौतियों की ओर भी ध्यान दिलाया। कई लोगों ने कहा कि हाइड्रोजन को स्टोर करना मुश्किल होता है और इसकी उत्पादन प्रक्रिया में अभी भी ऊर्जा की खपत होती है। हालांकि ज्यादातर लोग इस बात से सहमत दिखे कि यह तकनीक भविष्य में प्रदूषण-मुक्त परिवहन की दिशा तय करेगी।













