राजस्थान के नाहरगढ़ जैविक उद्यान में उस समय अफरातफरी मच गई जब दलदल में फंसी सफारी गाड़ी के पास टाइगर आ गया। करीब 25 पर्यटक, जिनमें सात बच्चे भी शामिल थे, आधे घंटे तक दहशत में फंसे रहे।
जयपुर: राजस्थान के नाहरगढ़ जैविक उद्यान (Nahargarh Biological Park) में रविवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक टाइगर दलदल में फंसे कैंटर के बेहद करीब आकर बैठ गया। कैंटर में सवार करीब 25 पर्यटक, जिनमें 7 बच्चे भी शामिल थे, आधे घंटे तक दहशत में फंसे रहे। इस दौरान टाइगर लगातार वाहन के आसपास मंडराता रहा और पर्यटक सांस थामे बैठे रहे।
दलदल में फंसी गाड़ी से बढ़ा खतरा
जानकारी के मुताबिक, यह घटना रविवार दोपहर की है जब एक सफारी कैंटर पर्यटकों को लेकर नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में घूम रहा था। ड्राइवर द्वारा गाड़ी बैक लेने के दौरान वाहन अचानक दलदल में धंस गया। इसी बीच पास के जंगल से एक टाइगर निकलकर सीधे कैंटर के पास आकर बैठ गया।
कैंटर और टाइगर के बीच महज कुछ ही मीटर की दूरी थी। गाड़ी में बैठे बच्चे रोने लगे और पर्यटक घबराहट में मोबाइल फोन से वीडियो बनाने लगे। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि टाइगर पूरी तरह आराम से कैंटर के पास बैठा है जबकि अंदर बैठे लोग खामोश और डरे हुए हैं।
फंसे कैंटर पर देर से पहुंचा बचाव दल

पर्यटकों ने तत्काल वन विभाग और पार्क प्रशासन को फोन कर सहायता मांगी, लेकिन मौके पर मदद पहुंचने में करीब 30 मिनट की देरी हुई। इस दौरान टाइगर वहीं बैठा रहा, जिससे डर और बढ़ गया।
काफी समय बाद वनकर्मियों की एक टीम मौके पर पहुंची और स्थिति को संभाला। उन्होंने पर्यटकों को करीब 20 मीटर पैदल चलाकर दूसरे कैंटर में सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया। हालांकि, जंगल के बीच पैदल चलना भी जोखिम भरा था, जिससे पर्यटकों में हड़कंप मचा रहा।
बारिश के बाद दलदल बने रास्ते खतरनाक
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, नाहरगढ़ जैविक उद्यान में हाल की बारिश के कारण कई रास्तों पर पानी और कीचड़ जमा है। कई ट्रैक दलदल में तब्दील हो चुके हैं, जिसके कारण पहले भी सफारी वाहन फंसने की घटनाएं हो चुकी हैं।
पर्यटकों ने आरोप लगाया कि पार्क प्रशासन की लापरवाही और खराब रखरखाव के कारण यह हादसा हुआ। उन्होंने कहा कि बार-बार फोन करने के बावजूद बचाव दल देर से पहुंचा, जिससे स्थिति गंभीर हो सकती थी।
वीडियो वायरल होने पर वन विभाग की नाराज़गी
घटना का वीडियो जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो वन विभाग ने वीडियो डिलीट करने का दबाव बनाया। हालांकि, पर्यटकों ने वीडियो को दोबारा अपलोड कर दिया, जो अब तेजी से वायरल हो रहा है।
वन विभाग की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। लेकिन सूत्रों के मुताबिक, विभाग ने सफारी मार्गों की जांच और मरम्मत के आदेश जारी किए हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।













