संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा (CSE Prelims) में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए बड़ा फैसला लिया है। अब परीक्षा समाप्त होते ही उत्तर कुंजी जारी होगी और उम्मीदवार अपनी आपत्तियां दर्ज करा सकेंगे। यह बदलाव अभ्यर्थियों को तुरंत प्रदर्शन जांचने और त्रुटियों पर आपत्ति दर्ज करने का अवसर देगा।
UPSC Answer Key Updates: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया है कि अब सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा (CSE Prelims) की उत्तर कुंजी परीक्षा समाप्त होते ही जारी की जाएगी। यह नई प्रक्रिया भारत में सभी सिविल सेवा परीक्षार्थियों के लिए लागू होगी और उन्हें परीक्षा के तुरंत बाद अपनी प्रतिक्रियाएं देखने तथा आपत्तियां दर्ज कराने का मौका मिलेगा। आयोग ने कहा है कि प्रत्येक आपत्ति के साथ कम से कम तीन प्रामाणिक स्रोत देने होंगे और विशेषज्ञ समिति इनका सत्यापन करेगी। इससे परीक्षा प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और अभ्यर्थी के अनुकूल होगी।
उत्तर कुंजी परीक्षा के तुरंत बाद होगी जारी
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया है कि अब सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा (CSE Prelims) की उत्तर कुंजी परीक्षा समाप्त होते ही जारी की जाएगी। इससे उम्मीदवारों को अपनी प्रतिक्रियाएं तुरंत जांचने और आपत्तियां दर्ज कराने का मौका मिलेगा। यह कदम पारदर्शिता बढ़ाने और अभ्यर्थियों को परीक्षा प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी का अवसर देने के उद्देश्य से उठाया गया है।
अब तक की प्रक्रिया और बदलाव
पहले यूपीएससी पूरी परीक्षा प्रक्रिया समाप्त होने और अंतिम परिणाम घोषित होने के बाद ही उत्तर कुंजी, अंक और कट-ऑफ प्रकाशित करता था। नए नियम के तहत, परीक्षा समाप्त होते ही प्रोविजनल उत्तर कुंजी जारी की जाएगी और उम्मीदवार अपनी आपत्तियां सीधे दर्ज करा सकेंगे। इससे मुख्य परीक्षा में शामिल नहीं होने वाले अभ्यर्थियों को भी अपने प्रदर्शन का विश्लेषण करने का अवसर मिलेगा।
आपत्तियों की प्रक्रिया और समीक्षा
UPSC ने स्पष्ट किया है कि प्रत्येक आपत्ति के साथ कम से कम तीन प्रामाणिक स्रोतों का हवाला देना आवश्यक होगा। इन आपत्तियों की समीक्षा विषय विशेषज्ञों की समिति करेगी और इसके आधार पर अंतिम उत्तर कुंजी तैयार की जाएगी। आयोग यह तय करेगा कि प्रस्तुत स्रोत प्रामाणिक हैं या नहीं। यह नई प्रक्रिया यथाशीघ्र लागू की जाएगी।
अभ्यर्थियों के लिए राहत और लाभ
यह बदलाव लाखों अभ्यर्थियों के लिए राहत का सबब बनेगा। उम्मीदवार परीक्षा के तुरंत बाद अपनी उत्तर कुंजी देख सकते हैं, त्रुटियों पर आपत्ति दर्ज कर सकते हैं और अपने प्रदर्शन का मूल्यांकन कर सकते हैं। इससे परीक्षा की पारदर्शिता बढ़ेगी और अभ्यर्थियों का आत्मविश्वास भी मजबूत होगा।