प्रदेश में लंबे समय से जारी भीषण गर्मी के बाद अब मौसम ने रुख बदलना शुरू कर दिया है। रविवार को तापमान में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई, जिससे लोगों को बड़ी राहत मिली। उत्तर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कई इलाकों में बारिश हुई, जिससे गर्म हवाओं का प्रकोप कम हो गया।
UP Weather Update: उत्तर प्रदेश में लगातार दस दिनों तक तपती धूप और झुलसाने वाली लू के बाद अब मौसम ने करवट ले ली है। रविवार को राज्य के विभिन्न हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई और लोगों को भीषण गर्मी से थोड़ी राहत मिली। मौसम विभाग ने अगले 24 से 48 घंटों में प्रदेश के कई जिलों में मेघगर्जन, वज्रपात और कहीं-कहीं ओलावृष्टि का भी अलर्ट जारी किया है। साथ ही, 18 जून से मानसून के दस्तक देने की संभावना भी जताई गई है।
अब खत्म हो रहा है गर्मी का कहर
पिछले एक सप्ताह से उत्तर प्रदेश भीषण गर्मी और उमस से परेशान था। कई जिलों में तापमान 42 से 45 डिग्री सेल्सियस के बीच बना रहा। लेकिन रविवार को प्रदेश के उत्तरी, पश्चिमी और दक्षिण-पश्चिमी इलाकों में हुई बारिश से तापमान में 1 से 3 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई। वाराणसी रविवार को 43.2 डिग्री के साथ सबसे गर्म रहा, जबकि उरई में तापमान 42.6 डिग्री तक पहुंचा।
मौसम विभाग के अनुसार 16 जून के बाद से उमस भरी गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है। सोमवार से प्रदेश में लू का प्रभाव खत्म हो जाएगा और हल्की से मध्यम बारिश के साथ मौसम सुहावना बनेगा।
बारिश, वज्रपात और ओलावृष्टि का अलर्ट
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि मौजूदा गतिविधियां मानसून के आगमन की पूर्व सूचना हैं। यदि स्थिति अनुकूल रही, तो 18 जून से गोरखपुर से होते हुए पूर्वी उत्तर प्रदेश में मानसून प्रवेश कर सकता है। पिछले 24 घंटों की प्री-मानसूनी वर्षा को मानसून की आहट के रूप में देखा जा रहा है।
मौसम विभाग ने सोमवार और मंगलवार के लिए सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद और रामपुर समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में मेघगर्जन और वज्रपात की चेतावनी जारी की है।
इनमें से कुछ क्षेत्रों जैसे कि सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर और बिजनौर में ओलावृष्टि की भी संभावना है।
इन जिलों में रहे सावधान – वज्रपात की चेतावनी
- पूर्वी और मध्य उत्तर प्रदेश के भी कई जिलों में वज्रपात और तेज हवाओं की चेतावनी दी गई है। इनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:
- बांदा, चित्रकूट, कौशाम्बी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, संत रविदास नगर
- हरदोई, फर्रुखाबाद, कन्नौज, कानपुर नगर व देहात, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी
- गौतम बुद्ध नगर, गाजियाबाद, हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, कासगंज, एटा, आगरा, फिरोजाबाद
- बरेली, पीलीभीत, संभल, बदायूं, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी और ललितपुर
इन क्षेत्रों के निवासियों से अपील की गई है कि बिजली चमकने या गरज-चमक के समय खुले स्थानों से दूर रहें, मोबाइल का प्रयोग सीमित करें और सुरक्षित भवनों में शरण लें। लंबे समय से वर्षा का इंतजार कर रहे किसानों के लिए यह मौसम परिवर्तन बड़ी राहत लेकर आया है।