उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में विशेष सघन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर सियासी पारा बढ़ गया है। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने बूथ एजेंट तैनात कर मतदाता सूची में गड़बड़ी रोकने की तैयारी शुरू कर दी है। मतदाता आधार कार्ड के जरिए ऑनलाइन अपना विवरण भी देख सकते हैं।
UP SIR: बिहार के बाद अब उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में भी विशेष सघन पुनरीक्षण यानी SIR को लेकर सियासी पारा चढ़ गया है। विपक्षी दलों ने मतदाता सूची में किसी भी तरह की गड़बड़ी रोकने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (SP) के नेताओं का आरोप है कि सरकार इस प्रक्रिया का गलत इस्तेमाल कर सकती है, जिसे वे विफल करेंगे। निर्वाचन आयोग ने विशेष पुनरीक्षण की तिथियां घोषित कर दी हैं और मतदाता अब ऑनलाइन अपना नाम और विवरण भी देख सकते हैं।
क्या है विशेष सघन पुनरीक्षण (SIR)
विशेष सघन पुनरीक्षण यानी SIR, सामान्य वर्ष भर चलने वाले मतदाता सूची के संक्षिप्त पुनरीक्षण से एक कदम आगे की प्रक्रिया है। इस प्रक्रिया के तहत बूथ लेवल अधिकारी (BLO) घर-घर जाकर मतदाताओं की जानकारी इकट्ठा करेंगे और एन्यूमरेशन फार्म तैयार करेंगे। हर मतदाता से तीन बार संपर्क किया जाएगा ताकि कोई भी विवरण छूट न जाए। यदि कोई मतदाता अस्थायी रूप से घर पर नहीं है, तो वह ऑनलाइन माध्यम से अपना विवरण अपडेट कर सकता है।
निर्वाचन अधिकारी और सहायक अधिकारी 27 अक्टूबर 2025 की मतदाता सूची के आधार पर प्रत्येक मतदाता के लिए यूनिक एन्यूमरेशन फार्म तैयार करेंगे। इन फार्मों में नाम, पता, परिवार के सदस्य और अन्य जरूरी जानकारी शामिल होगी। बीएलओ इन फार्मों को मतदाता तक पहुंचाएंगे और पिछली एसआइआर 2002 से 2004 के रिकॉर्ड के साथ मिलान करेंगे।
आधार कार्ड से बनेगी शुद्ध मतदाता सूची
इस बार विशेष सघन पुनरीक्षण में आधार कार्ड का उपयोग अनिवार्य किया गया है। इससे डुप्लीकेट नाम हट जाएंगे और सूची में किसी भी तरह की गड़बड़ी की संभावना समाप्त हो जाएगी। इससे मतदाता सूची अधिक पारदर्शी और शुद्ध बनेगी।
विपक्ष की रणनीति
कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने पहले ही एसआइआर को लेकर अपनी रणनीति तैयार कर ली है। उन्होंने बूथ लेवल एजेंट (BLA) तैनात करने की योजना बनाई है, जो बीएलओ के साथ घर-घर जाकर मतदाता सूची की निगरानी करेंगे। विपक्ष का कहना है कि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की योजना को असफल किया जाएगा और प्रत्येक मतदाता की जानकारी सुनिश्चित की जाएगी।

कांग्रेस जिलाध्यक्ष विक्रम पांडेय ने कहा कि आयोग द्वारा जारी प्रारूप अंग्रेजी में है, जिसे आम मतदाता आसानी से नहीं समझ सकते। इसलिए इसे हिंदी में उपलब्ध कराया जाना चाहिए ताकि सभी मतदाता आसानी से अपनी जानकारी जांच सकें। समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष शराफत अली ने कहा कि पार्टी शीर्ष नेतृत्व के निर्देशों के आधार पर बूथ लेवल एजेंट और पोलिंग प्रभारियों की तैनाती करेगी और किसी भी गड़बड़ी की अनुमति नहीं दी जाएगी।
भाजपा और बसपा की राय
भाजपा जिलाध्यक्ष अजीत सिंह बब्बन ने कहा कि विशेष सघन पुनरीक्षण से मतदाता सूची में सुधार होगा और दो बार शामिल नाम हटाए जाएंगे। भाजपा इस प्रक्रिया का समर्थन करती है और जल्द बैठक करके कार्ययोजना बनाएगी। वहीं बसपा जिलाध्यक्ष सुरेश चौधरी ने कहा कि यह अभियान बहुत अच्छा है और इससे वोट कटने या छूटने की संभावना खत्म होगी। बसपा अपनी मजबूत तैयारियों के साथ सुनिश्चित करेगी कि हर मतदाता सूची में शामिल हो।
जिले के मतदाताओं पर एक नजर
हरदोई जिले की आठ विधानसभा सीटों के मतदाता और अनुमानित जनसंख्या इस प्रकार हैं:
- सवाजयपुर- 417289 मतदाता, 713411 अनुमानित जनसंख्या।
- शाहाबाद- 368181 मतदाता, 610822 अनुमानित जनसंख्या।
- हरदोई- 424204 मतदाता, 712013 अनुमानित जनसंख्या।
- गोपामऊ- 355010 मतदाता, 617365 अनुमानित जनसंख्या।
- सांडी- 342928 मतदाता, 556788 अनुमानित जनसंख्या।
- बिलग्राम-मल्लावां- 396009 मतदाता, 666181 अनुमानित जनसंख्या।
- बालामऊ- 358808 मतदाता, 565949 अनुमानित जनसंख्या।
- संडीला- 352994 मतदाता, 659597 अनुमानित जनसंख्या।
मतदाता ऑनलाइन देख सकते हैं अपना नाम
मतदाता भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट https://voters.eci.gov.in पर जाकर अपना नाम और विवरण देख सकते हैं। विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम की तिथियां घोषित हो चुकी हैं। इस प्रक्रिया के अंतर्गत तैयारी, प्रशिक्षण और प्रिंटिंग 28 अक्टूबर से 3 नवंबर तक होगी। 4 नवंबर से 4 दिसंबर तक घर-घर जाकर गणना प्रपत्र वितरण किया जाएगा। मतदान केंद्रों का संभाजन 4 दिसंबर तक पूरा होगा। प्रारूप निर्वाचक नामावली की तैयारी 5 से 8 दिसंबर के बीच की जाएगी और 9 दिसंबर को इसका आलेख्य प्रकाशन किया जाएगा।












