HAL के शेयरों में उछाल की उम्मीद, ICICI सिक्योरिटीज ने ₹5000 का टारगेट तय किया। GE से पहला इंजन मिलने से प्रोजेक्ट्स को लेकर चिंताएं कम, ऑर्डर बुक मजबूत।
HAL के निवेशकों के लिए एक खुशखबरी सामने आई है। GE एयरोस्पेस ने HAL को तेजस Mk 1A लड़ाकू विमान के लिए पहला F404-IN20 इंजन सौंपा है। यह सौदा 99 इंजनों के ऑर्डर का हिस्सा है, जिससे कंपनी के शेयर में बढ़ोतरी की उम्मीद है। ICICI सिक्योरिटीज ने HAL के शेयर का टारगेट प्राइस बढ़ाकर ₹5000 कर दिया है, जो पहले ₹4065 था। इससे 21% का संभावित लाभ दिख रहा है। ब्रोकरेज ने HAL को 'Add' से 'BUY' रेटिंग में अपग्रेड किया है और इसे डिफेंस सेक्टर की टॉप पिक बताया है।
इंजन की डिलीवरी से बढ़ी HAL की संभावनाएं
GE एयरोस्पेस से पहला इंजन मिलने के बाद HAL के प्रोजेक्ट्स के प्रति चिंताएं समाप्त हो गई हैं। तेजस Mk 1A के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है, और अब कंपनी को इस साल 12 इंजन मिलने की उम्मीद है। कंपनी का लक्ष्य FY26 तक 10 तेजस Mk 1A विमान बनाना है, और FY30 तक इसकी संख्या 24 तक पहुंचाने का है। ICICI सिक्योरिटीज के अनुसार, HAL की आय में FY26 में 25% और FY27 में 28% की वृद्धि हो सकती है, जिससे अगले दो वर्षों में प्रति शेयर आय (EPS) में 39% की बढ़त हो सकती है।
HAL की मजबूत ऑर्डर बुक
HAL की ऑर्डर बुक में अब 1.3 लाख करोड़ रुपये से अधिक के ऑर्डर हैं। इसमें 97 तेजस Mk 1A और 156 LCH प्रचंड हेलिकॉप्टर के ऑर्डर भी शामिल हैं। भारतीय वायु सेना के एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह के मुताबिक, हर साल वायु सेना को 35-40 नए लड़ाकू विमानों की जरूरत है। HAL तेजस Mk-II का पहला विमान अक्टूबर 2025 तक तैयार करने का लक्ष्य रख रही है, और मार्च 2026 तक इसकी पहली उड़ान संभव है। साथ ही, F-414 इंजन के टेक्नोलॉजी ट्रांसफर को लेकर GE के साथ बातचीत चल रही है।
अन्य कंपनियों को भी होगा फायदा
तेजस Mk 1A प्रोजेक्ट से न केवल HAL को बल्कि अन्य कंपनियों को भी लाभ होगा। BEL, Astra Microwave और Dynamatic Technologies जैसी कंपनियां रडार, इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम और फ्यूजलेज के हिस्सों की सप्लाई करती हैं, जिनसे इन्हें भविष्य में और अधिक ऑर्डर मिलने की संभावना है।
ICICI सिक्योरिटीज का आउटलुक
ICICI सिक्योरिटीज का मानना है कि GE से इंजन की डिलीवरी के बाद HAL के लिए रास्ता साफ हो गया है और कंपनी दीर्घकालिक रूप से मजबूत स्थिति में रहेगी। कंपनी के तेजस Mk-II और AMCA जैसे प्रोजेक्ट्स भी गति पकड़ रहे हैं। ब्रोकरेज ने जोखिम कम होने के कारण WACC को 12% से घटाकर 11% कर दिया है, जिससे टारगेट प्राइस ₹5000 तय किया गया है। HAL अब निवेशकों के लिए शानदार मौका प्रस्तुत कर रहा है।