Nifty Futures में FII की हिस्सेदारी में बढ़ोतरी, क्या बाजार में आएगी और गिरावट?

Nifty Futures में FII की हिस्सेदारी में बढ़ोतरी, क्या बाजार में आएगी और गिरावट?
Last Updated: 3 घंटा पहले

शेयर बाजार में मंगलवार को निफ्टी 50 इंडेक्स में 1.4% गिरावट आई। एफआईआई की बिकवाली और कमजोर बाजार संकेतों के साथ गिरावट जारी रहने की संभावना बनी हुई है।

Nifty Futures: मंगलवार का दिन शेयर बाजार के लिए भारी साबित हुआ, जहां निफ्टी 50 इंडेक्स में 1.4% की गिरावट आई। इस गिरावट के साथ ही इस साल की शुरुआत से अब तक निफ्टी करीब 2.5% नीचे फिसल चुका है। बाजार के जानकार इसे बियरिश मूड का असर मान रहे हैं। SAMCO सिक्योरिटीज के टेक्निकल एनालिस्ट ओम मेहरा ने कहा कि निफ्टी ने एक खतरनाक ‘बेयरिश इंगफ्लिंग कैंडलस्टिक पैटर्न’ बनाया है। इसका मतलब है कि मंगलवार की ट्रेडिंग ने पिछले छह दिनों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया और अब निफ्टी की चाल ‘लोअर हाईज़’ और ‘लोअर लो’ वाले ट्रेंड पर चल रही है। इस स्थिति में गिरावट का सिलसिला थमने वाला नहीं दिख रहा।

निफ्टी के मूविंग एवरेज और आरएसआई में गिरावट के संकेत

इसके अलावा, निफ्टी 9-दिन के मूविंग एवरेज से नीचे गिर चुका है, जिससे शॉर्ट टर्म में तेजी के आसार और कमजोर हो गए हैं। वहीं, रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) भी 35 के आसपास गिरकर बाजार की घटती ताकत को दर्शा रहा है। ओम मेहरा के अनुसार, निफ्टी के लिए अब 22,800 का स्तर बड़ा सहारा बन सकता है, और यदि यह स्तर टूटता है तो और गिरावट आ सकती है।

एफआईआई की शॉर्ट पोजिशन और बाजार पर प्रभाव

अगर हम फ्यूचर्स और ऑप्शंस (F&O) की बात करें तो विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) का दबदबा साफ नजर आ रहा है। एनएसई के डेटा के मुताबिक, एफआईआई ने निफ्टी फ्यूचर्स में सबसे ज्यादा पोजिशन बनाई हुई है। पिछले 32 में से 26 ट्रेडिंग सेशन में एफआईआई ने निफ्टी फ्यूचर्स में शुद्ध बिकवाली की है। उनकी कुल ओपन पोजिशन 3.6 लाख कॉन्ट्रैक्ट्स तक पहुंच गई है, और यह स्थिति बाजार में गिरावट का संकेत देती है। पिछली बार जब ऐसी स्थिति बनी थी, तो निफ्टी 25,000 के स्तर पर था, जिसके बाद वह 23,800 तक गिर गया था। इस बार एफआईआई का लॉन्ग-शॉर्ट रेशियो सिर्फ 0.21 है, यानी हर एक लॉन्ग पोजिशन पर उनके पास 5 शॉर्ट पोजिशन हैं। इसका मतलब यह है कि बाजार में गिरावट का दौर फिलहाल जारी रह सकता है।

रिटेल निवेशकों की उम्मीदें और बाजार का रुख

दूसरी ओर, रिटेल निवेशकों का रुख थोड़ा सकारात्मक है। उनका लॉन्ग-शॉर्ट रेशियो 2.5 है, यानी हर दो शॉर्ट पोजिशन पर पांच लॉन्ग पोजिशन हैं। इसके अलावा, प्रॉपाइटरी ट्रेडर्स और घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) का रुख भी कुछ हद तक सकारात्मक है। हालांकि, रिटेल निवेशकों का भरोसा बाजार में तेजी की उम्मीद बनाए हुए है, लेकिन अभी तक की गिरावट को देखते हुए यह उम्मीदें कमजोर पड़ सकती हैं।

स्टॉक्स में बिकवाली और कुछ स्टॉक्स में तेजी

बाजार में कुछ स्टॉक्स में बिकवाली का माहौल भी देखा जा रहा है। सुप्रीम इंडस्ट्रीज में 9% की गिरावट आई है और इसके साथ ओपन पोजिशन में भी 53% की बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा, डिक्सन टेक्नोलॉजीज, ओबेरॉय रियल्टी, एक्सिस बैंक, जिओ फाइनेंशियल और जोमैटो जैसे स्टॉक्स में भी गिरावट देखी गई है। वहीं, एलटीटीएस (LTTS) ने सबका ध्यान खींचा है, जिसमें 11% की तेजी आई और ओपन पोजिशन में भी 28.3% की बढ़ोतरी हुई है। यूनाइटेड ब्रुअरीज और विप्रो जैसे स्टॉक्स में भी खरीदारी का जोर देखा जा रहा है।

भविष्यवाणी

कुल मिलाकर, शेयर बाजार फिलहाल कमजोर नजर आ रहा है, लेकिन रिटेल निवेशकों का भरोसा और कुछ स्टॉक्स में तेजी एक संतुलन बनाए हुए है। आने वाले दिनों में बाजार की चाल पर नजर रखना जरूरी होगा। क्या यह गिरावट थमेगी या बियर की पार्टी जारी रहेगी? यह देखना दिलचस्प होगा।

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