स्विगी के आगामी आईपीओ में कुल 4,499 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे, जिससे कंपनी को अतिरिक्त पूंजी मिलेगी। इसके अलावा, इस आईपीओ में विक्रय शेयरधारकों की तरफ से 17,50,87,863 इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) भी शामिल हैं।
शेयर बाजार: स्विगी का आईपीओ आज यानी 8 नवंबर को बोली लगाने के लिए बंद हो रहा है। इस आईपीओ में प्राइस बैंड ₹371 से ₹390 प्रति शेयर तय किया गया है। बेंगलुरु स्थित इस कंपनी ने 6 नवंबर को आईपीओ को सार्वजनिक किया था और इसे निवेशकों से अच्छा रिस्पॉन्स मिला है, विशेष रूप से संस्थागत निवेशकों की ओर से। लाइवमिंट के अनुसार, कंपनी ने एंकर निवेशकों से पहले ही 5,085.02 करोड़ रुपये जुटा लिए हैं।
स्विगी के आईपीओ में कुल 4,499 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जा रहे हैं, जिससे कंपनी अपनी कार्यशील पूंजी बढ़ाने और विस्तार के लक्ष्यों को पूरा करने में सहायक होगी। इसके साथ ही, आईपीओ में विक्रय शेयरधारकों की तरफ से 17,50,87,863 इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) भी शामिल है, जिससे मौजूदा निवेशकों को अपनी हिस्सेदारी को आंशिक रूप से बेचने का अवसर मिल रहा हैं।
कितनी हैं स्विगी आईपीओ की जीएमपी?
स्विगी का आईपीओ, जो आज बंद हो रहा है, निवेशकों के बीच रुचि का विषय बना हुआ है। इन्वेस्टरगेन डॉट कॉम के अनुसार, स्विगी के शेयर का ग्रे मार्केट प्रीमियम (जीएमपी) आज +2 रुपये है, जिसका मतलब है कि शेयर ₹2 के प्रीमियम पर कारोबार कर रहे हैं। इस प्रकार, आईपीओ प्राइस बैंड के ऊपरी छोर ₹390 और जीएमपी को मिलाकर स्विगी शेयर का अनुमानित लिस्टिंग मूल्य ₹392 हो सकता है, जो कि आईपीओ मूल्य से 0.51% अधिक हैं।
स्विगी के इस आईपीओ में शेयर अलॉटमेंट का बड़ा हिस्सा 75% योग्य संस्थागत खरीदारों (QIB) के लिए आरक्षित है, जबकि 15% गैर-संस्थागत निवेशकों (NII) और 10% खुदरा निवेशकों के लिए निर्धारित किया गया है। इसके अलावा, कर्मचारियों के लिए 7,50,000 इक्विटी शेयर अलग रखे गए हैं, जिनके लिए प्रति शेयर ₹25 की छूट भी दी जा रही है। स्विगी का एकमात्र सूचीबद्ध प्रतिद्वंद्वी ज़ोमैटो लिमिटेड है, जिसका वर्तमान मूल्य-आय (P/E) अनुपात 634.50 हैं।
आज कितनी हैं स्विगी आईपीओ की सदस्यता दर?
बीएसई के आंकड़ों के अनुसार, स्विगी आईपीओ के दूसरे दिन 35% सब्सक्रिप्शन हासिल हुआ। आरंभिक शेयर बिक्री में 38,70,64,594 शेयरों के लिए ऑफर किया गया, जिनमें से 5,57,09,140 शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त हुईं।
खुदरा निवेशकों के लिए यह आईपीओ काफी आकर्षक साबित हुआ, जिसमें 84% की सदस्यता दर दर्ज की गई। गैर-संस्थागत निवेशकों (एनआईआई) के हिस्से में 14% सब्सक्रिप्शन हुआ, जबकि योग्य संस्थागत खरीदारों (क्यूआईबी) के लिए आरक्षित हिस्से में 28% सदस्यता प्राप्त हुई। इसके अतिरिक्त, कर्मचारियों के लिए आरक्षित हिस्से में 1.15 गुना सब्सक्रिप्शन हुआ।