केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की माता माधवी राजे सिंधिया का बुधवार (15 मई) को सुबह आकस्मिक निधन हो गया। उनका नेपाल के राणा राजवंश परिवार से रिश्ता रहा है। वर्ष 1966 में माधवी राजे ने सिंधिया के राजघराने के महाराजा माधवराव सिंधिया के साथ सात फेरे लिए थे।
ग्वालियर: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की माता माधवी राजे सिंधिया का बुधवार सुबह आकस्मिक निधन हो गया। बता दें कि उनका संबंध नेपाल के राणा राजवंश परिवार से रहा है। इस राजवंश के प्रमुख जुद्ध शमशेर सिंह जंग बहादुर राणा नेपाल के प्रधानमंत्री रह चुके हैं। सिंधिया को 60 के दशक में नेपाल के राजपरिवार से विवाह करने का प्रस्ताव आया था। जिसके बाद 1966 में माधवी राजे का महाराजा माधवराव सिंधिया के साथ विवाह हुआ था।
अधिकारी ने Subkuz.com को बताया कि राजमाता माधवी राजे सिंधिया नेपाल के राणा राजवंश परिवार से संबंध रखती हैं। इस राजवंश के प्रमुख जुद्ध शमशेर सिंह जंग बहादुर राणा नेपाल के प्रधानमंत्री भी रह चुके हैं। 60 के दशक में सिंधिया परिवार में नेपाल राजघराने की तरफ से आए शादी के प्रस्ताव को स्वीकार करके उनका विवाह कर दिया गया था। विवाह से पूर्व माधवी राजे सिंधिया का नाम किरण राज लक्ष्मी था, जिसे शादी के बाद बदलकर माधवी राजे सिंधिया रख दिया गया था।
बारात के लिए चलाई गई स्पेशल ट्रेन
जानकारी के मुताबिक माधवराव सिंधिया और माधवी राजे सिंधिया का विवाह दिल्ली पैलेस में आयोजित किया गया था। जिसमें सरिक होने के लिए विदेश से भी कई विदेशी मेहमान शामिल हुए थे। इसलिए बरात ले जाने के लिए एक स्पेशल ट्रेन की व्यवस्था की गई थी. यह स्पेशल ट्रेन ग्वालियर से बारात लेकर दिल्ली आई थी। यहां 6 मई 1966 को माधवी राजे ने महाराजा माधवराव सिंधिया के साथ सात फेरे लिए थे।
जानकरी के मुताबिक माधवी राजे सिंधिया परिवार की बहू बनकर जब ग्वालियर पहुंची थी तो उनका वहां पर भव्य स्वागत किया गया था। इस दौरान उनके स्वागत में महल की ओर जाने वाले पूरे रास्ते पर अलग-अलग तरीके के फूल बिछाए गए थे।