Delhi News: आतिशी के केजरीवाल की कुर्सी खाली छोड़ने पर छिड़ा विवाद, भाजपा नेताओं ने कसा ताना, कहा- 'यह सविधान का अपमान है'

Delhi News: आतिशी के केजरीवाल की कुर्सी खाली छोड़ने पर छिड़ा विवाद, भाजपा नेताओं ने कसा ताना, कहा- 'यह सविधान का अपमान है'
Last Updated: 2 घंटा पहले

दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी मार्लेना ने राजधानी की कमान संभालते ही एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। आतिशी ने सीएम की कुर्सी को अरविंद केजरीवाल के लिए छोड़ने का फैसला किया है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि चुनावों के बाद इस कुर्सी पर केजरीवाल ही बैठेंगे। आतिशी ने विश्वास व्यक्त किया कि आगामी चुनाव में आम आदमी पार्टी की जीत होगी और एक बार फिर से केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य करेंगे।

Delhi CM: आतिशी मार्लेना ने सोमवार को दिल्ली सचिवालय में अपने पद का कार्यभार संभाल लिया है। जैसे ही आतिशी ने दिल्ली की जिम्मेदारी ली, उन्होंने एक महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने यह निर्णय लिया कि वे अरविंद केजरीवाल के लिए मुख्यमंत्री की कुर्सी को खाली रखेंगी। इसके लिए उन्होंने सीएम की मेज पर एक अलग कुर्सी लगवाई है।

इसी बीच, भाजपा इसे मुख्यमंत्री पद का अपमान मान रही है। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि यह संविधान का अपमान है। आतिशी का कहना है कि इस कुर्सी पर सिर्फ अरविंद केजरीवाल ही बैठेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि केजरीवाल एक बार फिर दिल्ली के मुख्यमंत्री बनेंगे और तभी वह इस कुर्सी पर बैठेंगे।

कुर्सी खाली छोड़ने की क्या है वजह?

आतिशी ने कहा, "आज मेरे मन में भी वही भावना है, जैसी भगवान राम जी के वनवास के समय भरत जी के मन में थी। भरत जी ने भगवान राम की खड़ाऊं रखकर शासन का कार्य किया था।" भगवान राम हम सभी के लिए आदर्श हैं, और अरविंद केजरीवाल ने उनके दिखाए मार्ग पर चलते हुए दिल्लीवासियों की सेवा की है। इस मर्यादा का पालन करते हुए, उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया।

मुझे पूरा विश्वास है कि दिल्लीवाले अरविंद केजरीवाल को विधानसभा चुनाव में विशाल बहुमत से विजयी बनाकर पुनः मुख्यमंत्री बनाएंगे। तब तक मुख्यमंत्री की कुर्सी केजरीवाल का इंतजार करेगी।

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कसा ताना

वहीं, दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि ऐसा करना संविधान और मुख्यमंत्री पद का अपमान है। इस तरह मुख्यमंत्री की मेज पर दो कुर्सियाँ रखना उचित नहीं है। आतिशी जी, यह कोई आदर्श का पालन नहीं, बल्कि सीधे शब्दों में कहें तो यह चमचागिरी है।

आतिशी की इस हरकत ने केवल दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की गरिमा को नुकसान पहुंचाया है, बल्कि दिल्ली की जनता की भावनाओं को भी ठेस पहुंचाई है। अरविंद केजरीवाल को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या वे इस तरह के रिमोट कंट्रोल के माध्यम से दिल्ली सरकार का संचालन करेंगे?

भाजपा ने लगाया आरोप

भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया है कि जैसे ही उनके पदभार ग्रहण किया गया, राजनीतिक नाटक शुरू हो गया है। भाजपा नेता विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि आतिशी ने केवल मुख्यमंत्री पद की गरिमा को ठेस पहुंचाई है, बल्कि दिल्लीवासियों की भावनाओं को भी आहत किया है। उन्होंने अरविंद केजरीवाल से इस मुद्दे पर अपनी स्थिति स्पष्ट करने की मांग की है। क्या वे इसी तरह से रिमोट कंट्रोल के जरिए दिल्ली सरकार का संचालन करते रहेंगे?

'संविधान का अपमान है ये'

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार का ध्यान दिल्लीवासियों की समस्याओं को सुलझाने के बजाय संविधान का अपमान करने पर है। मुख्यमंत्री ने अपने बगल में केजरीवाल की खाली कुर्सी रखी है, जो कि हास्यास्पद है। ऐसा उन्होंने केजरीवाल के कहने पर किया है, क्योंकि मुख्यमंत्री का पद छोड़ने के बाद वह असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। इस कारण वह असंवैधानिक कार्य मुख्यमंत्री से करा रहे हैं।

गुप्ता ने कहा कि संविधान का उल्लंघन करने वाली सरकार से दिल्लीवासियों को कोई उम्मीद नहीं रह गई है। दिल्ली में बारिश होते ही जलभराव की समस्या उत्पन्न हो जाती है। लोगों को शुद्ध पेयजल नहीं मिल रहा है, यमुना की सफाई पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है, और सार्वजनिक परिवहन प्रणाली की स्थिति बहुत खराब है। इन गंभीर समस्याओं के समाधान के बजाय, सरकार केवल नाटक कर रही है।

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