कंगना रनौत के 'आजादी भीख में मिली' बयान पर नोटिस, आजादी के बयान पर मांगा जवाब

कंगना रनौत के 'आजादी भीख में मिली' बयान पर नोटिस, आजादी के बयान पर मांगा जवाब
Last Updated: 4 घंटा पहले

जबलपुर की एक अदालत ने भाजपा सांसद कंगना रनौत को उनके विवादास्पद "देश को आजादी भीख में मिली" बयान के लिए नोटिस जारी किया है। अधिवक्ता अमित साहू ने 2021 में यह याचिका दायर की थी, जिसमें उन्होंने कंगना के इस बयान को देशद्रोही करार दिया था। मामले की अगली सुनवाई 5 नवंबर 2024 को होगी।  

New Delhi: बॉलीवुड अभिनेत्री और बीजेपी सांसद कंगना रनौत को जबलपुर की एक अदालत ने नोटिस भेजा है। कोर्ट ने कंगना रनौत से उनके एक बयान पर जवाब मांगा है जो उन्होंने हाल ही में आजादी को लेकर दिया था। कंगना रनौत अपनी फिल्मों से ज्यादा अपने विवादित बयानों के कारण सुर्खियों में रहती हैं।

हाल ही में उन्होंने आजादी को लेकर एक बयान दिया था जिसके बाद जबलपुर हाईकोर्ट ने एक्शन लिया है। कोर्ट ने कंगना रनौत से उनके इस बयान पर जवाब मांगा है और उन्हें इस मामले में सुनवाई के लिए तारीख दी है। यह देखना होगा कि कंगना रनौत इस मामले में क्या जवाब देंगी।

बयान ने खड़े किये विवाद

कंगना रनौत के बयान ने कई विवाद खड़े किए, जिसमें उन्होंने 1947 में मिली स्वतंत्रता को "भीख" करार दिया और कहा कि असली आजादी 2014 में मिली। इस बयान के बाद वकील अमित साहू ने 2021 में अदालत में याचिका दायर की, जिसमें उन्होंने कंगना के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

उनकी टिप्पणी पर विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रियाएँ आईं, कुछ लोगों ने इसे भारत की स्वतंत्रता संग्राम और इसकी ऐतिहासिकता का अपमान माना। मामला तब से विभिन्न अदालतों में चर्चा का विषय बना हुआ है और इसने देशभर में बहस को भी जन्म दिया है।

याचिकाकर्ता ने की शिकायत दर्ज

अमित साहू ने अपनी याचिका में उल्लेख किया है कि उन्होंने कंगना रनौत के खिलाफ पहले आधारताल थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। लेकिन पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके बाद, उन्होंने पुलिस अधीक्षक को एक पत्र लिखकर उचित कार्रवाई की मांग की, लेकिन पुलिस अधीक्षक ने भी कोई कदम नहीं उठाया। अंततः, उन्होंने अदालत का रुख किया। इस पर एमपी हाईकोर्ट ने कंगना रनौत को नोटिस जारी करते हुए एक्शन लिया है, जिसकी सुनवाई 5 नवंबर को निर्धारित है।

कंगना के विवादित बयान पर अदालत ने मांगा जवाब

अभिनेत्री कंगना रनौत के विवादित बयान पर अब अदालत ने जवाब मांगा है। अमित साहू ने कंगना के बयान को स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान करार दिया है। साहू का कहना है कि भारत को आजादी स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान से मिली थी। कंगना ने अपने बयान में कहा था कि 1947 में मिली आजादी भीख थी, असली आजादी तो 2014 में मिली है।

अमित साहू का आरोप है कि कंगना के इस बयान से स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान हुआ है और उन्होंने भारत के इतिहास को गलत तरीके से पेश किया है। अदालत ने अब इस मामले में कंगना से जवाब मांगा है और आगे की सुनवाई की तारीख तय की है।

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