हॉरर कॉमेडी का जॉनर फिल्म निर्माताओं के लिए एक नया साहसिक प्रयोग बन गया है। स्त्री 2 (Stree 2) से पहले, मुंज्या और भूल भुलैया 2 जैसी फिल्मों ने दर्शकों को भरपूर मनोरंजन प्रदान किया है। स्त्री 2 के बाद भी, आने वाले समय में कई हॉरर कॉमेडी फिल्में बड़े पर्दे पर रिलीज होने वाली हैं। आइए, इस लेख में हम हॉरर कॉमेडी और हॉरर के बारे में विस्तार से समझते हैं।
Horror Comedy Movie: हॉरर कॉमेडी फिल्म 'स्त्री 2' (Stree 2) बॉक्स ऑफिस पर जोरदार धमाल मचा रही है। इसने अब तक 300 करोड़ रुपये से अधिक की शानदार कमाई कर ली है। इस साल हॉरर थ्रिलर 'शैतान' (Shaitaan) और हॉरर कॉमेडी फिल्म 'मुंज्या' (Munjya) ने भी अच्छी कमाई की है। आने वाले दिनों में 'भूल भुलैया 3' (Bhool Bhulaiya 3) भी रिलीज होने वाली है। आइए, पारलौकिक विषयों से जुड़े फिल्मों की लोकप्रियता और उनके निर्माण की चुनौतियों की गहराई से पड़ताल करते हैं।
अन्य फिल्मों पर भारी पड़ी 'Stree 2'
ओ स्त्री, कल आना। करीब छह साल पहले आई फिल्म 'स्त्री' में हर घर के बाहर दीवारों पर लिखी गई यह पंक्ति दर्शकों के दिल में गहरी छाप छोड़ गई थी। अब सिनेमाघरों में धूम मचा रही 'स्त्री 2' के साथ चंदेरी शहर में वही माहौल वापस लौट आया है, लेकिन इस बार सरकटे के आतंक का साया भी है। इस बार 'स्त्री' से डरने के बजाय सुरक्षा की गुहार लगाई जा रही है। 'स्त्री 2' के निर्माता अब इसकी तीसरी किस्त लाने की योजना बना रहे हैं।
हॉरर कॉमेडी 'स्त्री 2' का आकर्षण जान अब्राहम की एक्शन फिल्म 'वेदा' पर भारी पड़ गया है। इसी वर्ष रिलीज हुई फिल्म 'मुंज्या' में अधूरे प्रेम को पाने के लिए भटकने वाली प्रेतात्मा की कहानी दिखाई गई थी। यह फिल्म महाराष्ट्र के ग्रामीण इलाकों में प्रचलित प्रेतात्मा 'मुंज्या' से जुड़ी कहानियों पर आधारित थी, और इसका आकर्षण ऐसा था कि सीमित बजट में बनी इस फिल्म ने सौ करोड़ क्लब में अपनी जगह बना ली।
अक्षय और वरुण के कैमियो ने किया लोगों को आकर्षित
डर और रोमांच से भरी इन कहानियों के प्रति बढ़ते आकर्षण के बारे में "मुंजया" और "स्त्री 2" के लेखक निरेन भट्ट का कहना है कि इसे केवल हॉरर कॉमेडी के चलते पसंद नहीं किया जा रहा है। अतीत में इस जॉनर की कई फिल्में ऐसी रही हैं, जो सफल नहीं हो पाईं। दर्शकों को कहानी में वह मनोरंजन पसंद आ रहा है, जिसमें रोमांस और एक सकारात्मक संदेश भी शामिल है। चूंकि निर्माता दिनेश विजन हॉरर कॉमेडी फिल्मों का एक यूनिवर्स बना रहे हैं, इसलिए इन फिल्मों के पात्रों को एक-दूसरे की कहानी से जोड़ना भी इसे और रोचक बना रहा है। "स्त्री 2" में अक्षय कुमार और वरुण धवन के कैमियो ने दर्शकों को काफी आकर्षित किया है।
पिछले कुछ सालों में हॉरर फिल्मों की संख्या में आई कमी
हिंदी सिनेमा में शुद्ध हॉरर फिल्में कम बनती हैं, लेकिन हाल के वर्षों में फिल्म निर्माताओं की हॉरर के साथ कॉमेडी या पारलौकिक तत्वों को मिलाकर फिल्में बनाने में रुचि बढ़ी है। ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श के अनुसार, हॉरर फिल्मों का बॉक्स ऑफिस पर प्रदर्शन सिने प्रेमियों के बीच हमेशा से लोकप्रिय रहा है। पिछले सदी के 70 के दशक में रामसे ब्रदर्स ने कई सफल हॉरर फिल्में बनाई थीं। इस वर्ष आई शैतान, मुंज्या और स्त्री 2 जैसी फिल्में भी सफल रहीं। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में हमारे यहां शुद्ध हॉरर फिल्मों की संख्या में कमी आई है।
हॉरर जॉनर की शुरुआत कब हुई ?
हॉरर जॉनर में साउंड इफेक्ट्स और वीएफएक्स (VFX) के माध्यम से स्क्रीन पर डर का माहौल बनाया जाता है, जिसका असली आनंद सिनेमाघरों में ही लिया जा सकता है। शुद्ध हॉरर फ़िल्मों के दर्शक आमतौर पर सीमित होते हैं, इसलिए फिल्म निर्माता जोखिम उठाने से कतराते हैं। हॉरर जॉनर के दर्शक वर्ग में विस्तार तब देखने को मिला जब इसमें कॉमेडी और अन्य जॉनर का समावेश हुआ। वर्ष 2008 में फिल्म "भूल भुलैया" के साथ हॉरर कॉमेडी जॉनर की शुरुआत हुई, जिसने बड़े दर्शक वर्ग को आकर्षित किया।
हॉरर फिल्म में क्यों शामिल की कॉमेडी
इसके बाद इस जॉनर में 'स्त्री', 'गोलमाल अगेन', 'भूत पुलिस', 'फोन भूत', और 'भूल भुलैया 2' जैसी कई फिल्मों का निर्माण हुआ। 'स्त्री' के निर्माता दिनेश विजन कहते हैं कि ईमानदारी से कहूं तो मैं खुद हॉरर फिल्में नहीं देख सकता। मैंने इसमें कॉमेडी इसलिए शामिल की है ताकि मैं खुद फिल्म देख सकूं। मेरे जैसे बहुत से लोग हैं, जो विशुद्ध हॉरर फिल्म नहीं देख सकते। इसलिए हमने हॉरर कॉमेडी फिल्म (Comedy Film) बनाने का निर्णय लिया। ऐसी फिल्मों का निर्माण करते समय हॉरर और कॉमेडी के बीच संतुलन बनाए रखना रस्सी पर चलने के समान है। यदि इनमें से कोई भी तत्व अधिक हो गया, तो संतुलन बिगड़ जाएगा और गिरना तय है।
बहरहाल, 'स्त्री 2' की सफलता ने इस जॉनर में काम कर रहे फिल्मकारों में उत्साह पैदा किया है। दीवाली के मौके पर रिलीज होने जा रही 'भूल भुलैया 3' के लिए भी इसे एक सकारात्मक संकेत माना जा रहा है। फिल्म में कार्तिक आर्यन के साथ मंजुलिका यानी विद्या बालन भी दिखाई देंगी, जिससे एंटरटेनमेंट (Entertainment) का तड़का निश्चित है।
हॉरर फिल्मों की बड़ी लोकप्रियता
हालांकि आजकल हॉरर कॉमेडी फिल्मों की लोकप्रियता काफी बढ़ गई है, लेकिन "राज" और "1920" जैसी हॉरर फिल्मों के निर्माता विक्रम भट्ट हॉरर कॉमेडी को असल में हॉरर फिल्में नहीं मानते। उनका कहना है कि हॉरर का मुख्य उद्देश्य दर्शकों को डराना होता है। इसलिए, वह हॉरर कॉमेडी को मुख्य रूप से कॉमेडी के रूप में ही देखते हैं। उनके मुताबिक, विशुद्ध हॉरर और हॉरर कॉमेडी फिल्मों की तुलना नहीं की जानी चाहिए। विशुद्ध हॉरर के प्रशंसक अत्यंत वफादार होते हैं और वे हॉरर फिल्में देखने में कोई कमी नहीं करते।