Union Budget 2025: मोदी सरकार के बजट पर खरगे का तंज, कहा - ‘900 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली’

Union Budget 2025: मोदी सरकार के बजट पर खरगे का तंज, कहा - ‘900 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली’
अंतिम अपडेट: 2 घंटा पहले

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बजट 2025 पर मोदी सरकार की आलोचना की, कहा महंगाई और बेरोजगारी के बीच सरकार सिर्फ झूठी तारीफें बटोरने में व्यस्त है, कोई ठोस कदम नहीं।

Union Budget 2025: संसद में शनिवार (1 फरवरी, 2025) को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए बजट 2025 पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। खरगे ने कहा कि देश महंगाई और बेरोजगारी की समस्याओं से जूझ रहा है, लेकिन मोदी सरकार झूठी तारीफ बटोरने में व्यस्त है। उन्होंने बजट पर कहा, "नौ सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली," जो बजट की असलियत को दर्शाता है।

मध्यम वर्ग से 54.18 लाख करोड़ रुपये टैक्स वसूली

मल्लिकार्जुन खरगे ने इस बजट में मिडिल क्लास को राहत देने के मोदी सरकार के दावे पर भी सवाल उठाए। उन्होंने बताया कि पिछले 10 वर्षों में मोदी सरकार ने मिडिल क्लास से ₹54.18 लाख करोड़ रुपये का इनकम टैक्स वसूला और अब 12 लाख तक की छूट देने की घोषणा की है। खरगे ने कहा कि इस तरह की छूट से साल में केवल ₹80,000 की बचत हो रही है, यानी हर महीने ₹6,666 की ही बचत हो रही है, जो कि महंगाई और बेरोजगारी की समस्या के मुकाबले बहुत कम है।

कांग्रेस का आरोप

खरगे ने अपने बयान में कई बिंदुओं पर मोदी सरकार को घेरा

युवाओं के लिए कुछ नहीं - बजट में युवाओं के लिए कोई ठोस योजना नहीं है।
महिलाओं के सशक्तिकरण की नाकामी - नरेंद्र मोदी ने महिला सशक्तिकरण के लिए बड़ा कदम उठाने का वादा किया था, लेकिन बजट में कोई ठोस घोषणा नहीं हुई।
किसानों की आय दोगुना करने का रोडमैप नहीं - किसानों की आय बढ़ाने के लिए कोई योजना नहीं है और खेती के सामान पर GST दरों में कोई रियायत नहीं दी गई।
दलित, आदिवासी, पिछड़े वर्गों के लिए कोई योजना नहीं - इन वर्गों के बच्चों के स्वास्थ्य, शिक्षा और स्कॉलरशिप के लिए कोई नई योजना नहीं है।
प्राइवेट इनवेस्टमेंट बढ़ाने के लिए कोई रिफॉर्म नहीं - प्राइवेट इनवेस्टमेंट को बढ़ावा देने के लिए कोई महत्वपूर्ण कदम नहीं उठाए गए हैं।
आर्थिक मोर्चे पर विफलता - एक्सपोर्ट और टैरिफ पर केवल सतही बातें की गईं, जिससे सरकार की विफलताओं को छिपाने का प्रयास किया गया है।
गरीबों की आय बढ़ाने के लिए कुछ नहीं - गरीबों की आय बढ़ाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए।
महंगाई पर कोई कदम नहीं - आसमान छूती महंगाई के बावजूद, मनरेगा के बजट में कोई वृद्धि नहीं की गई।
जीएसटी की दरों में कोई सुधार नहीं - जीएसटी के मल्टीपल रेट्स में सुधार की कोई बात नहीं की गई है।
बेरोजगारी पर कोई समाधान नहीं - बेरोजगारी कम करने के लिए कोई ठोस योजना नहीं दी गई।
स्टार्टअप और स्किल इंडिया योजनाओं का निष्कर्ष - स्टार्टअप इंडिया, स्टैंडअप इंडिया और स्किल इंडिया जैसी योजनाएं केवल घोषणा बनकर रह गईं।

कांग्रेस का निष्कर्ष

कुल मिलाकर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि यह बजट मोदी सरकार का एक प्रयास है, जिससे वह लोगों की आंखों में धूल झोंकने का काम कर रही है। उन्होंने दावा किया कि बजट में जो घोषणाएं की गई हैं, वे महज दिखावा हैं और वास्तविकता से परे हैं।

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