देश में साइबर फ्रॉड के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और इससे आम लोगों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। मौजूदा वित्त वर्ष 2024 के शुरुआती 9 महीनों में 107.21 करोड़ रुपये की ठगी हो चुकी है। लोकसभा में पेश आंकड़ों के मुताबिक, डिजिटल लेन-देन बढ़ने के साथ ही साइबर क्रिमिनल्स भी नए-नए तरीकों से लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं।
डिजिटल पेमेंट बढ़ने के साथ साइबर क्राइम भी बढ़ा
पिछले कुछ सालों में डिजिटल पेमेंट का चलन काफी बढ़ा है, जिससे लेन-देन आसान हुआ है, लेकिन इसके साथ ही साइबर फ्रॉड के मामलों में भी तेजी आई है। बैंकों और वित्तीय संस्थानों के आंकड़ों के अनुसार, 2015 में 1 लाख रुपये से अधिक के साइबर फ्रॉड के 845 मामले दर्ज हुए थे, जिनमें 18.46 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था।
लेकिन 2024 तक आते-आते यह आंकड़ा 29,000 से अधिक मामलों तक पहुंच गया, जिसमें 177.05 करोड़ रुपये की ठगी हुई। 2024 में अब तक 13,384 साइबर फ्रॉड दर्ज किए जा चुके हैं, जिनमें 107.21 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है।
किन तरीकों से लोगों को बनाया जा रहा शिकार?
वित्त मंत्रालय के अनुसार, साइबर अपराधी अलग-अलग तरीकों से लोगों को ठग रहे हैं। इनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:
• फिशिंग अटैक: नकली वेबसाइट्स या लिंक भेजकर आपकी निजी जानकारी चुराना।
• अधूरी KYC वाले अकाउंट्स: बैंकों या वॉलेट कंपनियों के नाम पर KYC अपडेट करने के बहाने फ्रॉड करना।
• फर्जी होटल बुकिंग और कूरियर स्कैम: नकली होटल बुकिंग साइट्स बनाकर लोगों से पैसा ऐंठना।
• फेक लॉटरी और इनाम का लालच: फोन कॉल या ईमेल के जरिए फर्जी इनाम जीतने की सूचना देकर पैसे ऐंठना।
ऑनलाइन स्कैम से कैसे बचें?
अगर आप साइबर ठगी का शिकार होने से बचना चाहते हैं, तो इन सावधानियों का पालन करें:
• अनजान लिंक पर क्लिक न करें – किसी संदिग्ध ईमेल, मैसेज या व्हाट्सएप लिंक पर क्लिक करने से बचें।
• आधिकारिक वेबसाइट से ही बुकिंग करें – होटल, कूरियर या अन्य सेवाओं के लिए सिर्फ आधिकारिक वेबसाइट का इस्तेमाल करें।
• सोशल मीडिया के फर्जी ऑफर्स से सावधान रहें – आकर्षक विज्ञापनों या भारी छूट के चक्कर में न पड़ें।
• किसी को अपने बैंकिंग डिटेल्स न दें – अनजान व्यक्ति को OTP, पासवर्ड या बैंकिंग जानकारी न शेयर करें।
• पेमेंट से पहले साइट को वेरिफाई करें – किसी भी भुगतान से पहले वेबसाइट की प्रामाणिकता जांच लें।
साइबर फ्रॉड से सतर्क रहें, सुरक्षित रहें
सरकार और वित्तीय संस्थाएं साइबर क्राइम पर रोक लगाने के लिए कड़े कदम उठा रही हैं, लेकिन आपकी सतर्कता सबसे महत्वपूर्ण है। डिजिटल पेमेंट का इस्तेमाल जरूर करें, लेकिन धोखाधड़ी से बचने के लिए हमेशा सतर्क रहें।