भारत ने रक्षा क्षेत्र में किया बड़ा कदम, 54,000 करोड़ रुपये के आठ प्रस्तावों को मिली मंजूरी

भारत ने रक्षा क्षेत्र में किया बड़ा कदम, 54,000 करोड़ रुपये के आठ प्रस्तावों को मिली मंजूरी
अंतिम अपडेट: 20 घंटा पहले

भारत ने तीनों सेनाओं के लिए 54,000 करोड़ रुपये का सैन्य सामान खरीदने की मंजूरी दी, जिसमें AEW&C सिस्टम, टी-90 टैंक इंजन और वरुणास्त्र टॉरपीडो शामिल हैं, सुरक्षा क्षमता बढ़ेगी।

Defense Ministry: भारत सरकार ने अपनी तीनों सेनाओं—सेना, वायुसेना और नौसेना—को और भी मजबूत बनाने के लिए सैन्य साजो-सामान की खरीद को मंजूरी दे दी है। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में रक्षा खरीद परिषद (DAC) ने 20 मार्च को 54,000 करोड़ रुपये से अधिक की कीमत के आठ पूंजी अधिग्रहण प्रस्तावों को स्वीकृति दी है। यह एक ऐतिहासिक कदम है, जो भारतीय सैन्य बलों की क्षमता को और भी बेहतर बनाएगा।

सैन्य साजो-सामान की प्रमुख खरीदें

इस स्वीकृति में कई महत्वपूर्ण सैन्य सामानों की खरीद शामिल है। इसमें वायुसेना के लिए एयरबोर्न अर्ली वॉर्निंग एंड कंट्रोल (AEW&C) सिस्टम, टी-90 युद्धक टैंकों के लिए 1,350 एचपी इंजन, और भारतीय नौसेना के लिए वरुणास्त्र टॉरपीडो की खरीद की प्रक्रिया को मंजूरी दी गई है। एईडब्ल्यू&C सिस्टम वायुसेना के युद्ध की क्षमता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे, जबकि वरुणास्त्र टॉरपीडो नौसेना की पनडुब्बी रोधी युद्ध क्षमता को मजबूत करेंगे। इसके अलावा, टी-90 टैंकों के इंजन को अपग्रेड कर उनकी गतिशीलता को और प्रभावी बनाने की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी।

नए दिशा-निर्देशों से तेज और प्रभावी खरीद प्रक्रिया

रक्षा मंत्रालय ने सैन्य सामान की खरीद प्रक्रिया को और तेज, अधिक प्रभावी और कुशल बनाने के लिए नए दिशा-निर्देशों को मंजूरी दी है। इसके तहत, सैन्य उपकरणों के अधिग्रहण में विभिन्न चरणों की समयसीमा को घटाया जाएगा, ताकि आपूर्ति की प्रक्रिया में तेजी लाई जा सके। यह कदम 2025 को सुधार वर्ष के रूप में मनाने की रक्षा मंत्रालय की पहल का हिस्सा है, जो रक्षा क्षेत्र में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

टी-90 टैंकों के लिए उन्नत इंजन

इसके साथ ही, भारतीय सेना के लिए टी-90 युद्धक टैंकों के इंजन को उन्नत करने का निर्णय लिया गया है। वर्तमान में इन टैंकों में 1,000 एचपी इंजन है, जिसे अब 1,350 एचपी इंजन से बदला जाएगा। यह बदलाव विशेष रूप से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में इन टैंकों की युद्धक्षेत्र गतिशीलता में सुधार करेगा। इंजन का यह उन्नयन टैंक की ताकत और क्षमता को बढ़ाएगा, जिससे भारत की सैन्य ताकत में और मजबूती आएगी।

भारतीय नौसेना के लिए वरुणास्त्र टॉरपीडो

भारतीय नौसेना के लिए वरुणास्त्र टॉरपीडो की खरीद को भी मंजूरी दी गई है। यह एक स्वदेशी पनडुब्बी रोधी टॉरपीडो है, जिसे नौसेना विज्ञान और प्रौद्योगिकी प्रयोगशाला द्वारा विकसित किया गया है। यह टॉरपीडो नौसेना के जहाजों से प्रक्षेपित किया जाएगा, और यह भारतीय नौसेना को समुद्री युद्धक्षेत्र में एक नई क्षमता प्रदान करेगा।

Leave a comment