आयरलैंड की राजनीति में नई हलचल; UFC फाइटर कॉनर मैकग्रेगर का राष्ट्रपति चुनाव लड़ने का ऐलान

आयरलैंड की राजनीति में नई हलचल; UFC फाइटर कॉनर मैकग्रेगर का राष्ट्रपति चुनाव लड़ने का ऐलान
अंतिम अपडेट: 1 दिन पहले

आयरलैंड की राजनीति में जल्द ही एक बड़ा उलटफेर देखने को मिल सकता है। अल्टीमेट फाइटिंग चैंपियनशिप (UFC) के सबसे विवादित और चर्चित फाइटर कॉनर मैकग्रेगर ने राष्ट्रपति चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया हैं। 

Conor Mcgregor: आयरलैंड की राजनीति में एक चौंकाने वाली एंट्री होने जा रही है, क्योंकि यूएफसी फाइटर कॉनर मैकग्रेगर ने आयरलैंड के राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है। 36 वर्षीय मैकग्रेगर अपने पेशेवर और निजी जीवन में लगातार विवादों में रहे हैं। उन पर आपराधिक मामलों से लेकर यौन उत्पीड़न के आरोप तक लग चुके हैं। इसके बावजूद, वह राजनीति में उतरने का मन बना चुके हैं। मैकग्रेगर अल्टीमेट फाइटिंग चैंपियनशिप (UFC) के कई बार चैंपियन रह चुके हैं और दुनिया भर में उनकी लोकप्रियता काफी ज्यादा हैं। 

कौन हैं कॉनर मैकग्रेगर?

आयरलैंड के डबलिन में जन्मे 36 वर्षीय कॉनर मैकग्रेगर UFC के सबसे बड़े सितारों में से एक रहे हैं। उन्होंने 2013 में UFC में डेब्यू किया और बहुत कम समय में दुनिया भर में पहचान बना ली। अपने करियर के दौरान, उन्होंने कई बार फेदरवेट और लाइटवेट चैंपियनशिप खिताब जीते। मैकग्रेगर को उनकी तेजतर्रार शैली, आक्रामक फाइटिंग और दमदार बाएं हाथ के पंच के लिए जाना जाता है। लेकिन उनकी लोकप्रियता केवल उनके प्रदर्शन तक सीमित नहीं रही, बल्कि उनके विवादित बयानों और बर्ताव ने भी उन्हें सुर्खियों में बनाए रखा।

मैकग्रेगर और विवाद: क्या होगा राजनीति में असर?

मैकग्रेगर जितने चर्चित अपने फाइटिंग करियर के लिए हैं, उतने ही विवादों के लिए भी जाने जाते हैं। उनके खिलाफ कई बार आपराधिक आरोप लगे हैं, जिनमें हिंसा, अभद्र व्यवहार और यौन उत्पीड़न के आरोप शामिल हैं। हालांकि, उन्होंने हमेशा इन आरोपों को खारिज किया है। मैकग्रेगर को कई बार शराब और ड्रग्स के मामलों में भी देखा गया है। उनके व्यवहार के कारण UFC ने भी उन पर कई बार बैन लगाया। अब सवाल यह उठता है कि क्या उनकी विवादित छवि आयरलैंड की राजनीति में भी असर डालेगी?

राजनीति में उतरने का फैसला क्यों लिया?

अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मैकग्रेगर ने यह फैसला अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात के बाद लिया। उन्होंने यूरोपीय प्रवासन संधि के विरोध में अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की, जिसमें वे आयरलैंड में बढ़ते अप्रवासियों की संख्या पर चिंता जता रहे हैं। उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर मौजूदा सरकार की आलोचना करते हुए लिखा कि वे इस नीति का विरोध करने के लिए चुनाव लड़ेंगे। मैकग्रेगर ने कहा, "आयरलैंड अपनी पहचान खोने की कगार पर है। हमें अपनी संप्रभुता और पहचान को बचाने के लिए खड़ा होना होगा।"

क्या मैकग्रेगर के जीतने की संभावना है?

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मैकग्रेगर के लिए राष्ट्रपति चुनाव जीतना बेहद मुश्किल होगा। डबलिन के ट्रिनिटी कॉलेज की प्रोफेसर गेल मैकएलरॉय के अनुसार, उनकी जीत की संभावना लगभग शून्य के बराबर है। आयरलैंड में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवार को संसद के 20 सदस्यों या 31 में से चार स्थानीय परिषदों का समर्थन प्राप्त करना जरूरी होता है। मैकग्रेगर को अभी तक ऐसा कोई समर्थन नहीं मिला हैं। 

इसके अलावा, 2023 में हुए एक सर्वे के अनुसार, अगर मैकग्रेगर राष्ट्रपति चुनाव लड़ते हैं, तो उन्हें केवल 8% जनता का समर्थन मिल सकता है। इससे यह साफ होता है कि वे भले ही लोकप्रिय हों, लेकिन राजनीतिक रूप से उनका आधार बेहद कमजोर है। मैकग्रेगर की छवि एक फाइटर की है, न कि एक राजनेता की। हालांकि, उनका यह कदम आयरलैंड की राजनीति में नई बहस को जन्म दे सकता है। उनकी प्रवासन विरोधी नीति कुछ वर्गों को आकर्षित कर सकती है, लेकिन उनके पिछले विवाद और अनुभवहीनता उनकी राह में बड़ी बाधा बन सकते हैं।

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