बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने की मांग पर लालू की राजद और नीतीश की जदयू एक ही पृष्ठ पर हैं। दोनों ही पार्टियों ने विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग पर अपना रुख स्पष्ट कर दिया हैं।
पटना: बजट पूर्व दिल्ली में आयोजित सर्वदलीय बैठक में राष्ट्रीय जनता दल ने बिहार के लिए विशेष दर्जे की मांग फिर से उठाई है। इस बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने की। यह जानकारी राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने रविवार को दी। राजद प्रवक्ता ने कहां कि सर्वदलीय बैठक में राजद की ओर से पार्टी सांसद एडी सिंह ने पार्टी का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान केंद्र सरकार से मांग की कि बिहार के समावेशी विकास के लिए बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहां कि जब तक देश के सभी राज्यों का समावेशी विकास नहीं होता, केंद्र सरकार की "विकसित भारत" की कल्पना निरर्थक हैं।
जदयू के नेता संजय कुमार झा ने केंद्र से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की। इसके बाद सर्वदलीय बैठक में राजद के नेता ने भी कहां कि समावेशी विकास के लिए बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहां कि नीति आयोग ने भी स्वीकार किया है कि विकास के मानकों पर बिहार अभी काफी पिछड़ा हुआ है, इसलिए बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने के निर्णय की घोषणा संसद के वर्तमान सत्र में की जानी चाहिए।
लालू और नितीश एक मत
बता दें कि विशेष राज्य के दर्जे की मांग पर लालू और नीतीश की पार्टियां एक ही पृष्ठ पर हैं। रविवार को जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा ने विशेष राज्य के दर्जे की मांग को पूरी ताकत से आगे बढ़ाया। उन्होंने कहां कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग जदयू लंबे समय से करती आ रही है। इस मांग को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना के गांधी मैदान से लेकर दिल्ली के रामलीला मैदान तक बड़ी-बड़ी रैलियाँ कर चुके हैं।
जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा ने कहां कि अगर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने में किसी प्रकार की तकनीकी समस्या है, तो केंद्र सरकार बिहार के लिए विशेष पैकेज उपलब्ध कराए।