दिल्ली वक्फ बोर्ड घोटाला एक भ्रष्टाचार से संबंधित मामला है, जिसके तहत आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान को गिरफ्तार किया गया है। इस घोटाले में यह आरोप लगाया गया है कि अमानतुल्लाह खान ने वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में कई अनियमितताएं कीं, जिसमें अवैध नियुक्तियां, वक्फ संपत्तियों को अवैध रूप से लीज पर देना और वक्फ के फंड का गलत उपयोग करना शामिल हैं।
नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार (2 सितंबर) दोपहर को ओखला से आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक अमानतुल्लाह खान को मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। उनकी यह गिरफ्तारी दिल्ली वक्फ बोर्ड में नियुक्तियों और इसकी संपत्तियों को पट्टे पर देने में कथित अनियमितताओं से जुड़ी हुई है। इससे पूर्व ईडी के अधिकारियों ने विधायक के घर पर छापेमारी की कोशिश की थी, लेकिन उन्हें घर के अंदर प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई। इस दौरान विधायक और अधिकारियों के बीच काफी समय तक उच्च तनाव वाला नाटक हुआ।
क्या है दिल्ली वक्फ बोर्ड घोटाला?
जानकारी के मुताबिक नवंबर 2016 में वक्फ बोर्ड के तत्कालीन अध्यक्ष और आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान के खिलाफ एक शिकायत दर्ज की गई थी। इस शिकायत में आरोप लगाया गया था कि अमानतुल्लाह खान ने वक्फ बोर्ड के कई स्वीकृत और गैर-स्वीकृत पदों पर अवैध तरीके से भर्ती की। इस मामले की सीबीआई द्वारा जांच की गई, जिसमें पता चला कि अमानतुल्लाह खान ने जानबूझकर नियमों का उल्लंघन करते हुए अपने पसंदीदा लोगों की नियुक्ति की।
ईडी ने शुरू की मामले की जाँच
आरोप उजागर होने के बाद सीबीआई ने मामला दर्ज किया। इसके बाद, इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी एक केस दर्ज किया। सितंबर 2022 में इस घोटाले की जांच के दौरान एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) को कौशर इमाम सिद्दिकी उर्फ लड्डन के घर से एक डायरी भी मिली। बता दें कौशर को अमानतुल्लाह का करीबी माना जाता हैं।
एसीबी के अनुसार इस डायरी में अमानतुल्लाह के खिलाफ कई महत्वपूर्ण सबूत हो सकते हैं। एसीबी को संदेह था कि अमानतुल्लाह ने करोड़ों रुपये हवाला के माध्यम से दुबई भेजे थे। इसके बाद प्रवर्तन निदेशालय ने 10 अक्टूबर 2023 को दिल्ली के 5 स्थानों पर छापेमारी को अंजाम दिया था। बता दें इसी साल अप्रैल में ईडी ने अमानतुल्लाह से लगातार 13 घंटे तक पूछताछ की थी।
आप विधायक अमानुतल्लाह पर लगे ये आरोप
1. जांच एजेंसियों ने यह दावा किया है कि अमानतुल्लाह ने दिल्ली वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष पद पर रहते हुए अवैध रूप से धन की कमाई की हैं। उन्होंने इस अवैध कमाई का उपयोग अपने करीबी लोगों के माध्यम से रियल एस्टेट में किया।
2. ईडी का आरोप है कि अध्यक्ष बनने के दौरान, अमानतुल्लाह ने 100 करोड़ रुपये की वक्फ संपत्तियों को अवैध रूप से लीज पर दिया और वक्फ बोर्ड में 32 संविदा कर्मचारियों की नियुक्ति की।
3. जांच एजेंसियों ने अमानतुल्लाह पर वक्फ के फंड का गलत उपयोग करने का भी आरोप लगाया हैं।