दिल्ली के कालिंदी कुंज पुलिस थाना क्षेत्र के जैतपुर स्थित नीमा अस्पताल में एक डॉक्टर की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। इस घटना को दो हमलावरों ने अंजाम दिया, जिसने क्षेत्र में सनसनी मचा दी है। घटना के बाद, पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और आरोपियों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी हैं।
दिल्ली: जैतपुर के खड्डा कॉलोनी में बुधवार देर रात नीमा नर्सिंग होम के अंदर दो नाबालिग बदमाशों ने एक डॉक्टर की गोली मारकर हत्या कर दी। मृतक डॉक्टर की पहचान जावेद अख्तर के रूप में हुई है, और उन्हें सिर में गोली मारी गई। आरोपितों ने अस्पताल में प्रवेश करने के लिए पैर पर लगी चोट की ड्रेसिंग कराने का बहाना बनाया। हत्या के बाद, पुलिस ने अस्पताल की सीसीटीवी फुटेज को कब्जे में लेकर आरोपितों की पहचान और तलाश शुरू कर दी है। इस घटना ने क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर चिंताएँ बढ़ा दी हैं, और पुलिस प्रशासन मामले की जांच में जुट गया हैं।
ड्रेसिंग कराने आए थे हमलावर
जैतपुर के नीमा नर्सिंग होम में डॉक्टर जावेद अख्तर की हत्या की यह घटना वाकई चौंकाने वाली है। जानकारी के अनुसार, दो हमलावर घायल अवस्था में अस्पताल पहुंचे थे, जहां उन्होंने ड्रेसिंग कराने के बाद डॉक्टर से मिलने की मांग की। जैसे ही वे डॉक्टर के केबिन में पहुंचे, उन्होंने अचानक गोली चला दी, जिससे डॉक्टर की मौके पर ही मौत हो गई।
दिल्ली पुलिस इस मामले में तेजी से कार्रवाई कर रही है और आरोपियों की पहचान के लिए अस्पताल की सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है। पुलिस ने संदिग्धों की तलाश शुरू कर दी है ताकि इस सनसनीखेज वारदात के पीछे के कारणों का पता लगाया जा सके। इस घटना ने अस्पतालों में सुरक्षा की जरूरत पर भी सवाल उठाए हैं।
16-17 वर्ष के थे दोनों हमलावर
इस घटना की जानकारी पुलिस को 3 अक्टूबर की रात लगभग 1:45 बजे मिली, जब एक कॉलर ने अस्पताल में एक डॉक्टर को गोली मारे जाने की सूचना दी। पुलिस जब घटनास्थल पर पहुंची, तो उन्होंने देखा कि डॉक्टर जावेद अख्तर अपने केबिन में कुर्सी पर बैठे थे और उनके सिर से खून बह रहा था। पुलिस ने तुरंत जिला अपराध टीम और एफएसएल रोहिणी टीम को बुलाया और मौके से सबूत जुटाने शुरू किए। प्रारंभिक जांच में पता चला कि दो नाबालिग लड़के, जिनकी उम्र लगभग 16-17 वर्ष थी, अस्पताल में लगभग 1 बजे आए थे। उन्होंने ड्रेसिंग कराने के बहाने अस्पताल में प्रवेश किया और फिर डॉक्टर से मिलने का प्रयास किया।
आरोपी एक दिन पहले भी आए थे अस्पताल
घटना के दौरान, आरोपितों ने अपने घायल पैर की ड्रेसिंग बदलने के लिए कहा। ड्रेसिंग के बाद, दोनों युवक जावेद अख्तर के केबिन में दवा लेने गए। कुछ समय बाद, नाइट नर्सिंग स्टाफ की सदस्य गजाला परवीन और एमडी कामिल ने गोली चलने की आवाज सुनी। जब गजाला परवीन केबिन की ओर गईं, तो उन्होंने डॉक्टर को खून से लथपथ पाया, जिनके सिर के बाएं हिस्से से खून बह रहा था। यह भी जानकारी मिली है कि दोनों लड़के पिछले दिन भी अस्पताल आए थे और ड्रेसिंग करवाकर वापस चले गए थे।
नीमा अस्पताल, जो कि केवल तीन बेड का नर्सिंग होम है, वहां रिसेप्शन, ड्रेसिंग रूम और गैलरी में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। पुलिस अब इन सीसीटीवी फुटेज की मदद से हमलावरों की पहचान करने की कोशिश कर रही है। इस तरह की घटना अस्पतालों में सुरक्षा की स्थिति पर चिंता का विषय बन गई है और इसके समाधान के लिए उपायों की आवश्यकता महसूस हो रही हैं।