आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश ने सामान्य जनजीवन को प्रभावित कर दिया है। लगातार बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। इस बीच प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत कर हर संभव सहायता का आश्वासन दिया हैं।
हैदरबाद/अमरावती: तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में पिछले दो दिनों से निरंतर मूसलधार बारिश जारी है। इस बारिश के कारण अब तक 10 लोगों की जान चली गई है। कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात भी उत्पन्न हो गए हैं। लगातार होती बारिश के कारण रेल यातायात में भी बाधा आई है। दक्षिण मध्य रेलवे के एक अधिकारी के अनुसार, भारी बारिश और कई स्थानों पर पटरियों पर जलभराव के कारण 99 ट्रेनें रद्द की गईं, जबकि चार ट्रेनें आंशिक रूप से रद्द की गईं। इसके अलावा, 54 ट्रेनों के मार्ग में परिवर्तन भी किया गया हैं।
पीएम मोदी-अमित शाह ने की दोनों राज्यों के सीएम से बात
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू और तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी के साथ आपदा को लेकर बातचीत की। उन्होंने बारिश और बाढ़ से निपटने के लिए केंद्र सरकार की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। तेलंगाना के राजस्व मंत्री पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी ने बताया कि समय पर उठाए गए एहतियाती कदमों के चलते जान-माल की हानि कम हुई है। हालांकि, उन्होंने कहा कि इन उपायों के बावजूद राज्य के विभिन्न हिस्सों में वर्षा जनित हादसों में नौ लोगों की जान चली गई हैं।
महबूबाबाद और खम्मम जिलों में तीन लोगों के बह जाने की आशंका भी जताई गई। मंत्री ने यह भी कहा कि सूर्यपेट, भद्राद्री कोठागुडेम, महबूबाबाद और खम्मम जैसे अन्य जिलों में अधिकारियों ने बाढ़ प्रभावित कई गांवों के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम किया हैं।
सीएम रेवंत रेड्डी ने बुलाई आपातकालीन समीक्षा बैठक
तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने एक आपातकालीन समीक्षा बैठक बुलाई। हैदराबाद में भी भारी बारिश हुई, जिससे रात भर जारी बारिश के कारण शहर के अनेक हिस्सों में जलभराव हो गया। अधिकारियों के अनुसार, हैदराबाद जिले में आगामी भारी बारिश के पूर्वानुमान के चलते 2 सितंबर को सभी स्कूलों में छुट्टी घोषित की गई है। जिलाधिकारियों को यह निर्देश दिया गया है कि वे स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार 2 सितंबर को शैक्षणिक संस्थानों में छुट्टी की घोषणा करें। खम्मम जिले के एक क्षेत्र के निवासी छतों पर फंसे हुए हैं, क्योंकि बड़े इलाके जलमग्न हो गए हैं।
मौसम विभाग ने रविवार को 2 सितंबर की सुबह साढ़े आठ बजे तक तेलंगाना के आदिलाबाद, निजामाबाद, राजन्ना सिरसिला, यादाद्री भुवनगिरी, विकाराबाद, संगारेड्डी, कामारेड्डी और महबूबनगर जिलों में विभिन्न स्थानों पर बहुत भारी से अत्यंत भारी बारिश की संभावना जताई है। इस पूर्वानुमान के लिए 'रेड अलर्ट' भी जारी किया गया हैं।
आंध्र प्रदेश में बारिश के चलते अब तक 9 लोगों की मौत
आंध्र प्रदेश में कई स्थानों पर बारिश की संभावना जताई गई है और कुछ क्षेत्रों में भारी वर्षा भी हो सकती है। एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार श्रीकाकुलम, विजयनगरम, पार्वतीपुरम मन्यम, अल्लूरी सीताराम, काकीनाडा और नांदयाल जिलों के कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने की संभावना है। आंध्र प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रबंध निदेशक आर. कुरमंध ने निचले इलाकों में रहने वालों को सतर्क किया है। उन्होंने कहा कि कृष्णा नदी के उफान पर होने के कारण विजयवाड़ा में प्रकाशम बैराज पर प्रथम स्तर की चेतावनी जारी की गई है, जिसके चलते भारी जल प्रवाह हो रहा है। आंध्र प्रदेश में अब तक बारिश से संबंधित नौ मौतें हुई हैं और एक व्यक्ति के लापता होने की सूचना मिली है। एक दिन पहले राज्य में मृतकों की संख्या आठ थी।
पानी की चपेट में आया विजयवाड़ा और गुंटूर शहर
आंध्र प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एपीएसडीएमए) के समक्ष मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने बताया कि राज्य में भारी वर्षा हुई है। नायडू ने कहा, "भारी बारिश के कारण, विजयवाड़ा और गुंटूर शहर पूरी तरह से जलमग्न हो चुके हैं। काजा में विजयवाड़ा-गुंटूर राष्ट्रीय राजमार्ग और जग्गैयापेटा में विजयवाड़ा-हैदराबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पूरी तरह से जलमग्न हैं।" उन्होंने आगे बताया कि जग्गैयापेटा में पिछले 24 घंटे में 26 सेंटीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई, जबकि 14 मंडलों में 20 सेंटीमीटर से अधिक वर्षा हुई। शहर के राजराजेश्वरी पेटा में लोगों को जलमग्न सड़क पर छाती तक पानी में चलते हुए देखा गया।
राहत और बचाव कार्यों में जुटी एनडीआरएफ की 26 टीमें
तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में बाढ़ राहत और बचाव कार्यों के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 26 टीमें तैनात की जा रही हैं। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दोनों पड़ोसी राज्यों में पहले से 12 टीमें तैनात हैं, जबकि 14 और टीमों को भेजा जा रहा है। अधिकारियों ने कहा कि इन 14 टीमों में से आठ को देश के विभिन्न स्थानों से हवाई मार्ग से भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ की टीमों को विभिन्न उपकरणों से लैस किया गया हैं।