बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट भारतीय कुश्ती के प्रमुख चेहरे हैं, जो अब कांग्रेस पार्टी में शामिल हो चुके हैं। इस घटनाक्रम पर भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा नेता बृजभूषण शरण सिंह ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि इस पूरी प्रक्रिया की "पटकथा" भूपेंद्र हुड्डा द्वारा लिखी गई थी और उन्हें इसके लिए जिम्मेदार ठहराया।
पानीपत: बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट के कांग्रेस में शामिल होने पर भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा नेता बृजभूषण शरण सिंह ने एक बयान जारी किया है। बृजभूषण शरण सिंह ने उनके राजनीतिक कदम पर टिप्पणी करते हुए कई सवाल उठाए, विशेष रूप से कुश्ती के क्षेत्र में उनके हालिया फैसलों को लेकर। उन्होंने कहा कि हरियाणा खेल के क्षेत्र में भारत का एक प्रमुख राज्य है, और कुश्ती की गतिविधियों को पिछले 2.5 साल से बाधित किया गया है। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि बजरंग पुनिया को बिना ट्रायल के एशियाई खेलों में जाने दिया गया, जो कई खेल विशेषज्ञों के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन गया था।
इसके अलावा बृजभूषण शरण सिंह ने विनेश फोगाट से यह भी सवाल किया कि क्या कोई खिलाड़ी एक दिन में दो भार वर्ग में ट्रायल दे सकता है, इस पर भी शंका जताई। यह बयान कुश्ती महासंघ और खिलाड़ियों के बीच तनाव और अनियमितताओं को लेकर एक नए विवाद की ओर इशारा करता है, जो पहले से ही सार्वजनिक बहस का हिस्सा रहा हैं।
'कांग्रेस को एक दिन खुद पर पछतावा होगा' - बृजभूषण शरण सिंह
भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा नेता बृजभूषण शरण सिंह ने बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट के कांग्रेस में शामिल होने पर कड़ा बयान दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि एशियाई खेलों के ट्रायल में अनियमितताएँ हुई थीं। उनके अनुसार खिलाड़ियों ने धोखाधड़ी के माध्यम से अपनी जगह बनाई और उन्होंने सवाल उठाया कि वजन मापने के बाद 5 घंटे के लिए ट्रायल रोके गए थे, जो कुश्ती की पारंपरिक प्रक्रिया के खिलाफ था।
बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, "आप कुश्ती नहीं जीते, आप धोखाधड़ी करके वहां गए थे और भगवान ने आपको उसी की सजा दी है।" उन्होंने खुद पर लगे बेटियों के अपमान के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि असली दोषी बजरंग और विनेश हैं और इस पूरे घटनाक्रम की पटकथा भूपेंद्र हुड्डा ने लिखी थी।उन्होंने यह भी कहा कि अगर भाजपा उनसे हरियाणा चुनाव में प्रचार करने के लिए कहेगी, तो वे इसमें शामिल हो सकते हैं। अंत में उन्होंने चेतावनी दी कि एक दिन कांग्रेस को इस फैसले का पछतावा होगा।
18 जनवरी को शुरू हुई थी राजनीतिक साजिश - बृजभूषण
बृजभूषण शरण सिंह ने हाल ही में दिए अपने बयान में आरोप लगाया कि बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट के विरोध प्रदर्शन के पीछे एक राजनीतिक साजिश थी, जिसे लगभग दो साल पहले 18 जनवरी को शुरू किया गया था। उन्होंने कहा कि यह पूरा मामला एक साजिश थी, जिसमें कांग्रेस और खासतौर पर दीपेंद्र हुड्डा और भूपिंदर हुड्डा शामिल थे। बृजभूषण का मानना है कि इस विरोध की पटकथा पहले से लिखी गई थी और यह खिलाड़ियों का स्वतःस्फूर्त आंदोलन नहीं था।
उन्होंने यह भी कहा कि महिला पहलवानों द्वारा लगाए गए आरोप झूठे थे और जब यह विरोध शुरू हुआ, तो देश को लगा कि इसमें कुछ सच्चाई हो सकती है, जिस कारण कई लोग और विपक्षी पार्टियां उनका समर्थन करने आई थीं। हालाँकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि बीजेपी उनके विरोध में नहीं थी। बृजभूषण ने इस पूरी घटना को एक राजनीतिक ड्रामा करार दिया और कहा कि अब दो साल बाद यह पूरी तरह से स्पष्ट हो गया है कि इसके पीछे कांग्रेस की भूमिका थी। उनका यह बयान इस पूरे मामले को एक राजनीतिक षड्यंत्र के रूप में पेश करने का प्रयास करता है, जिसमें पहलवानों के विरोध को राजनीतिक मोड़ दिया गया।