India-USA: भारत दौरे पर आ रही हैं अमेरिकी खुफिया प्रमुख तुलसी गबार्ड, क्या होगा एजेंडा? आइए जानें

India-USA: भारत दौरे पर आ रही हैं अमेरिकी खुफिया प्रमुख तुलसी गबार्ड, क्या होगा एजेंडा? आइए जानें
अंतिम अपडेट: 21 घंटा पहले

अमेरिकी खुफिया प्रमुख तुलसी गबार्ड इंडो-पैसिफिक दौरे के तहत भारत, जापान और थाईलैंड जाएंगी। पूर्व डेमोक्रेट नेता, 2024 में रिपब्लिकन बनीं, हिंदू हैं लेकिन भारत से कोई पारिवारिक संबंध नहीं।

India-USA: अमेरिका की नेशनल इंटेलिजेंस डायरेक्टर तुलसी गबार्ड इंडो-पैसिफिक दौरे पर हैं, जिसमें वे जापान, थाईलैंड और भारत जाएंगी। उन्होंने सोमवार को इसकी जानकारी दी। यह दौरा अमेरिकी विदेश नीति और क्षेत्रीय रणनीति के लिहाज से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

पीएम मोदी से पहले हो चुकी है मुलाकात

फरवरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका का दौरा किया था, जहां उन्होंने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सहित कई बड़े नेताओं से मुलाकात की थी। इसी दौरान पीएम मोदी और तुलसी गबार्ड की भी भेंट हुई थी। अब मोदी के अमेरिकी दौरे के बाद तुलसी गबार्ड भारत आ रही हैं, जिससे दोनों देशों के बीच खुफिया और रक्षा सहयोग पर चर्चा की संभावना है।

होनोलुलू से शुरू हुआ तुलसी का दौरा

तुलसी गबार्ड ने अपने दौरे की शुरुआत प्रशांत महासागर के अमेरिकी द्वीप हवाई की राजधानी होनोलुलू से की। वहां उन्होंने इंटेलिजेंस कम्युनिटी के लोगों, इंडो-पैसिफिक कमांड के लीडर्स और सैन्य प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे सैनिकों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने क्षेत्रीय सुरक्षा, खुफिया चुनौतियों और अमेरिका की वैश्विक रणनीति पर चर्चा की।

कौन हैं तुलसी गबार्ड?

43 वर्षीय तुलसी गबार्ड इराक युद्ध की अनुभवी सैन्य अधिकारी हैं। वे अफ्रीका और मध्य पूर्व में तीन बार युद्ध क्षेत्र में तैनात रह चुकी हैं। पहले डेमोक्रेटिक पार्टी से जुड़ी थीं, लेकिन अक्टूबर 2022 में उन्होंने पार्टी छोड़ दी और 2024 में रिपब्लिकन पार्टी में शामिल हो गईं।

भारत से नहीं है पारिवारिक संबंध

तुलसी गबार्ड अमेरिकी कांग्रेस की पहली हिंदू सदस्य थीं। हालांकि, उनके पूर्वज भारत से नहीं हैं। हिंदू धर्म अपनाने के कारण अक्सर उन्हें भारतीय मूल का माना जाता है, लेकिन उनका कोई पारिवारिक संबंध भारत से नहीं है। बावजूद इसके, भारतीय संस्कृति और हिंदू धर्म को लेकर उनका विशेष लगाव देखा जाता है।

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