सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा कि आतंकवाद को समाप्त करने के लिए लोगों का सहयोग जरूरी है। कठुआ मुठभेड़ में एनएसजी कमांडो को भेजा गया, सुरक्षा स्थिति नियंत्रित करने की कोशिश।
Jammu-Kashmir: जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में लोगों के सहयोग की अहमियत को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य से आतंकवाद को समाप्त करने के लिए लोगों का सहयोग अनिवार्य है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उनकी सरकार सुरक्षा स्थिति को शांतिपूर्ण बनाए रखने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय के साथ मिलकर काम कर रही है और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा का भी सहयोग लिया जा रहा है।
आतंकवाद के खिलाफ नियंत्रण
विधानसभा में दिन की कार्यवाही शुरू होने से पहले संवाददाताओं से बात करते हुए मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि, "सुरक्षा स्थिति हमारी जिम्मेदारी नहीं है, लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि लोगों का सहयोग प्राप्त किया जाए, तभी आतंकवाद को समाप्त किया जा सकता है।" उन्होंने यह भी बताया कि उनकी सरकार राज्य में शांति बनाए रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठा रही है।
कठुआ में आतंकवाद विरोधी अभियान जारी
उमर अब्दुल्ला ने कठुआ जिले के हीरानगर सेक्टर में चल रहे आतंकवाद विरोधी अभियान पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं, और इस समय तक आतंकवादियों से संपर्क स्थापित नहीं हुआ है। इसके बावजूद, संदिग्ध गतिविधि के आधार पर सुरक्षाबलों ने तलाशी और घेराबंदी अभियान शुरू किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अभियान सीमा पार से आए आतंकवादियों को लेकर चल रहा है और फिलहाल कोई जल्दबाजी में बयान नहीं दिया जा सकता।
कठुआ और बिलावर में आतंकवादी गतिविधियों पर प्रतिक्रिया
कठुआ और बिलावर क्षेत्रों में आतंकवादियों द्वारा बार-बार हमले करने के संदर्भ में उमर अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू क्षेत्र में इस तरह की आतंकवादी गतिविधियां पिछले कुछ वर्षों में देखने को मिली हैं, जैसे राजौरी, पुंछ और अन्य इलाकों में।