झारखंड में इंडिया गठबंधन की स्थिति अब चिंताजनक हो गई है, क्योंकि कांग्रेस और राजद ने 2 सीटों पर एक-दूसरे के खिलाफ अपने उम्मीदवार खड़े कर दिए हैं। इस स्थिति ने गठबंधन के भीतर मतभेदों को और गहरा कर दिया है। वहीं, सीटों के वितरण को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और गुलाम अहम मीर ने माले के नेताओं के साथ बातचीत की है, ताकि स्थिति को संभाला जा सके।
रांची: झारखंड में इंडिया गठबंधन की स्थिति चुनाव से पहले और जटिल हो गई है, क्योंकि कांग्रेस और राजद ने दो सीटों पर एक-दूसरे के खिलाफ उम्मीदवार खड़े कर दिए हैं। इस कदम से गठबंधन के अंदरूनी मतभेद गहरे हुए हैं, जिससे एकता पर सवाल उठने लगे हैं। सीटों के बंटवारे के मुद्दे पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कांग्रेस नेता गुलाम अहमद मीर ने माले नेताओं से बातचीत की है।
गठबंधन की स्थिति अब अस्थिर नजर आ रही है। शुक्रवार को राजद ने छतरपुर से विजय राम को अपना उम्मीदवार घोषित किया, जबकि इससे पहले कांग्रेस ने विश्रामपुर से सुधीर कुमार कुशवाहा को प्रत्याशी बनाया था। इसने गठबंधन के भविष्य पर अटकलें और तेज कर दी हैं।
माले से चर्चा जारी, लेकिन समझौते की उम्मीदें कम
सीट बंटवारे पर चर्चा के लिए मुख्यमंत्री सोरेन, गुलाम अहमद मीर और विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने माले के नेताओं के साथ बैठक की। बातचीत में सहमति बनी कि समझौते वाली सीटों पर अन्य दलों के उम्मीदवार नहीं दिए जाएंगे। हालांकि, राजधनवार सीट पर माले और झामुमो दोनों अपने-अपने प्रत्याशी मैदान में उतार चुके हैं, और दोनों ही पक्ष पीछे हटने को तैयार नहीं दिख रहे हैं।
राजद-कांग्रेस के बीच तकरार गहरी
कांग्रेस और राजद के बीच खींचतान गहरी हो रही है। गुरुवार को कांग्रेस ने सात प्रत्याशियों की सूची जारी की थी, जिसमें विश्रामपुर से सुधीर कुमार कुशवाहा को प्रत्याशी बनाया गया। इसके जवाब में राजद ने छतरपुर से विजय राम को कांग्रेस के खिलाफ खड़ा कर दिया है, जिन्होंने नामांकन भी दाखिल किया है। इस स्थिति से गठबंधन के अंदर तनाव और बढ़ गया है।
हुसैनाबाद से कांग्रेस नेता ने किया नामांकन
कांग्रेस नेता एम तौसिफ ने हुसैनाबाद सीट से नामांकन किया, लेकिन पार्टी की ओर से सिंबल न मिलने पर विवाद की स्थिति उत्पन्न हुई है। इस सीट को गठबंधन के तहत राजद के खाते में रखा गया है, जहां राजद के प्रदेश अध्यक्ष संजय सिंह यादव चुनाव लड़ रहे हैं।
कांग्रेस में अंदरूनी बगावत तेज