Jharkhand: झारखंड में सियासी हलचल, शपथ ग्रहण से पहले कांग्रेस विधायकों की दिल्ली में बैठक, जानें क्या है वजह?

Jharkhand: झारखंड में सियासी हलचल, शपथ ग्रहण से पहले कांग्रेस विधायकों की दिल्ली में बैठक, जानें क्या है वजह?
Last Updated: 3 घंटा पहले

झारखंड में मंत्री पद को लेकर कांग्रेस विधायकों की सक्रियता बढ़ी है। कई विधायक दिल्ली पहुंचे, लेकिन खुलकर कुछ नहीं कह रहे। पूर्व वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने मंत्री न बनाए जाने की अटकलों पर प्रतिक्रिया दी।

Jharkhand Politics: झारखंड में कांग्रेस विधायकों की मंत्री पद के लिए सक्रियता बढ़ गई है। कई कांग्रेस विधायक इन दिनों दिल्ली पहुंचे हुए हैं। इनमें से कुछ विधायक रांची से फ्लाइट लेकर दिल्ली पहुंचे हैं, जबकि कुछ कोलकाता के रास्ते दिल्ली आ रहे हैं। हालांकि, सभी विधायक इसे एक औपचारिक मुलाकात बताकर मंत्री पद को लेकर कुछ नहीं कह रहे हैं।

पिछली सरकार में वित्त मंत्री रहे डॉ. रामेश्वर उरांव ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें कहीं जाने की जरूरत नहीं है, जिससे यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि कांग्रेस विधायक दल के नेता को मंत्री नहीं बनाया जाएगा। उरांव को मंत्री पद का प्रमुख दावेदार माना जा रहा है।

नई दिल्ली पहुंचे प्रमुख नेताओं में पूर्व मंत्री दीपिका पांडेय सिंह, डॉ. इरफान अंसारी, ममता देवी, कुमार जयमंगल सिंह, राजेश कच्छप और भूषण बाड़ा शामिल हैं। वहीं, पूर्व मंत्री बंधु तिर्की भी दिल्ली पहुंचे हैं और अपनी बेटी शिल्पी नेहा तिर्की के लिए लाबिंग कर रहे हैं।

आलमगीर आलम की पत्नी का भी मजबूत दावा

पूर्व मंत्री आलमगीर आलम की पत्नी निशत आलम भी दिल्ली पहुंच चुकी हैं। उनकी दावेदारी राज्य में आलमगीर की बड़ी जीत और संताल परगना में सहयोगी दलों के अच्छे प्रदर्शन के आधार पर मजबूत मानी जा रही है।

हेमंत सोरेन ने प्रधानमंत्री और राहुल गांधी को भेजा निमंत्रण

उधर, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियों में जुटे हुए हैं। उन्होंने अपनी पत्नी कल्पना सोरेन के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और उन्हें 28 नवंबर को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का निमंत्रण दिया। इसके अलावा, हेमंत सोरेन ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से भी मुलाकात की और उन्हें समारोह में आमंत्रित किया।

झारखण्ड सरकार का शपथ ग्रहण समारोह

28 नवंबर को मोरहाबादी मैदान में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में कई राज्यों के मुख्यमंत्री और भाजपा विरोधी दलों के प्रमुख नेता शामिल होंगे। समारोह के दौरान विपक्षी दलों की बड़ी बैठक होने की संभावना जताई जा रही है।

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