Kisan Andolan: किसानों की रिहाई की मांग तेज, हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार को भेजा नोटिस

Kisan Andolan: किसानों की रिहाई की मांग तेज, हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार को भेजा नोटिस
अंतिम अपडेट: 12 घंटा पहले

पंजाब सरकार ने शंभू और खनौरी बॉर्डर खाली कराकर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल समेत कई नेताओं को गिरफ्तार किया। अब हाईकोर्ट ने इस कार्रवाई पर पंजाब सरकार से जवाब मांगा है।

Kisan Andolan: पंजाब सरकार द्वारा किसान नेताओं की गिरफ्तारी को लेकर हाई कोर्ट ने सख्त रुख अपनाया है। भारतीय किसान यूनियन दोआबा के अध्यक्ष गुरमुख सिंह ने हाई कोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर कर किसान नेताओं की गिरफ्तारी को अवैध बताया। इसके बाद कोर्ट ने पंजाब सरकार को नोटिस जारी कर सोमवार तक स्टेटस रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया है।

डल्लेवाल और पंढेर की गिरफ्तारी पर सवाल

19 मार्च को किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल और सरवन सिंह पंढेर सहित कई अन्य किसानों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। याचिका में कहा गया है कि बिना किसी पूर्व सूचना और कानूनी प्रक्रिया के नेताओं की गिरफ्तारी की गई, जो पूरी तरह अवैध है। इस पर हाई कोर्ट ने सरकार से जवाब मांगा है।

पंजाब में किसानों का बढ़ता रोष

पंजाब सरकार की कार्रवाई के खिलाफ किसानों में गहरी नाराजगी है। हरियाणा के अंबाला और शहजादपुर में किसानों ने पंजाब सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर पुतला फूंक कर विरोध दर्ज कराया। संयुक्त किसान मजदूर इंकलाब यूनियन और शहीद भगत सिंह यूनियन के बैनर तले किसानों ने मोर्चा संभाला।

पंजाब विधानसभा में कांग्रेस का हंगामा

किसानों पर एक्शन को लेकर पंजाब विधानसभा में कांग्रेस ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया के अभिभाषण के दौरान कांग्रेस विधायकों ने नारेबाजी करते हुए ‘जय जवान-जय किसान’ के नारे लगाए और फिर वॉकआउट कर दिया।

खनौरी बॉर्डर आंशिक रूप से खुला

संगरूर जिले के खनौरी बॉर्डर को खाली करने का काम अभी जारी है, लेकिन अभी तक इसे पूरी तरह से चालू नहीं किया गया है। शुक्रवार को 300 ट्रैक्टर-ट्रालियों को हटाया गया, जिनमें से 150 ट्रालियां किसान वापस लेने पहुंचे।

शंभू बॉर्डर से पुलिस ने किसानों को हटा दिया और इसे पूरी तरह खोल दिया गया है, लेकिन गूगल मैप अब भी इस रूट को बंद दिखा रहा है, जिससे वाहन चालकों को असुविधा हो रही है।

405 दिन बाद शंभू टोल प्लाजा शुरू

शंभू टोल प्लाजा, जो 405 दिनों से बंद पड़ा था, अब फिर से चालू कर दिया गया है। पहले ही दिन 22 हजार से ज्यादा वाहनों की आवाजाही दर्ज की गई। इस दौरान किसान आंदोलन में 42 किसानों और 2 पुलिसकर्मियों की जान गई, जबकि 115 किसान घायल हुए।

हरियाणा रोडवेज की पंजाब जाने वाली 15 बसों में से 6 बसों का संचालन शुरू कर दिया गया, लेकिन अभी भी 9 बसें शुरू नहीं हो सकी हैं।

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