कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज की प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या के मामले को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन जारी हैं। इस मामले के बीच, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने शनिवार सुबह 6 बजे से लेकर रविवार सुबह 6 बजे तक हड़ताल करने का निर्णय लिया है। हड़ताल के दौरान, शुक्रवार को आईएमए ने सरकार के सामने पांच प्रमुख मांगें प्रस्तुत की हैं।
Kolkata: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज की एक प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ हुई दुष्कर्म और हत्या की घटना ने देशभर में गहरा आक्रोश उत्पन्न किया है, जो अब एक बड़े विरोध-प्रदर्शन का रूप ले चुका है। भारतीय चिकित्सा संघ ने इस हत्या के खिलाफ शनिवार, 17 अगस्त को सुबह 6 बजे से 24 घंटे के लिए गैर-आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं को बंद रखने का निर्णय लिया है।
IMA ने की बदलाव की मांग
आज यानि शनिवार (17 August) सुबह 6 बजे से रविवार सुबह 6 बजे तक डॉक्टरों की हड़ताल रहेगी। इस दौरान अस्पतालों में ओपीडी (OPD) और नियमित सर्जरी को बंद रखने की मांग की गई है। आपको बता दें कि, छोटे निजी अस्पतालों, नर्सिंग होम के साथ-साथ कॉर्पोरेट अस्पतालों में भी डॉक्टरों की भी हड़ताल रहेगी।
IMA ने अस्पतालों में बड़े बदलाव की आवश्यकता जताई है। इसी बीच, हड़ताल के दौरान शुक्रवार को आईएमए ने सरकार के सामने पांच प्रमुख मांगें प्रस्तुत कीं। इन मांगों में रेजिडेंट डॉक्टरों के काम करने और रहने की स्थितियों में सुधार, साथ ही कार्यस्थलों पर डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा की जांच के लिए एक केंद्रीय कानून बनाने की मांग शामिल है।
IMA ने बताई सुरक्षा स्थान की कमी
आईएमए ने रेजिडेंट डॉक्टरों की कार्यप्रणाली और उनकी रहने की स्थिति में महत्वपूर्ण बदलाव की आवश्यकता पर जोर दिया है। इसमें 36 घंटे की ड्यूटी शिफ्ट और आराम के लिए सुरक्षित स्थलों की कमी का मुद्दा शामिल है। आईएमए ने एक केंद्रीय अधिनियम की आवश्यकता की बात की है, जो 2023 में महामारी रोग अधिनियम 1897 में किए गए संशोधनों को 2019 के प्रस्तावित अस्पताल संरक्षण विधेयक में समाहित करेगा। संघ का मानना है कि इस कदम से 25 राज्यों में मौजूदा कानूनों को मजबूती मिलेगी।
अपराधियों के खिलाफ कठोर सजा की मांग
आईएमए ने यह भी संकेत दिया है कि चिकित्सकों के संघ ने एक निश्चित समय सीमा के भीतर अपराध की सावधानीपूर्वक और पेशेवर जांच के साथ-साथ न्याय की मांग की है। इसके अतिरिक्त, आईएमए ने 14 अगस्त की रात को आरजी कर अस्पताल परिसर में तोड़फोड़ करने वालों की पहचान करने और उन्हें कठोर सजा देने की भी अपील की है।
इसके अलावा आईएमए ने सभी अस्पतालों से यह अपील की है कि उनके सुरक्षा प्रोटोकॉल एयरपोर्ट की सुरक्षा मानकों के समकक्ष हों। इस संबंध में, सीसीटीवी कैमरों की स्थापना, सुरक्षा कर्मियों की तैनाती और सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करना अनिवार्य है। इसके साथ ही, आईएमए ने पीड़ित परिवारों को उचित और सम्मानजनक मुआवजा प्रदान करने की भी मांग की है।