दिल्ली में ईदगाह पार्क में महारानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा लगाने के कार्य का मुस्लिम समुदाय द्वारा कड़ा विरोध किया जा रहा है। इस स्थिति को देखते हुए, प्रशासन ने मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया है, जिसमें अर्दसैनिक बलों की टुकड़ियों को भी शामिल किया गया है।
Lakshamibai Statue: दिल्ली के ईदगाह पार्क में बुधवार को महारानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा स्थापित करने का कार्य शुरू हो गया है। रानी झांसी गोल चक्कर से मूर्ति को हटाकर इसे इसी पार्क में स्थापित किया जाएगा। ईदगाह पार्क में स्थानीय मुस्लिम समुदाय ने रानी झांसी की प्रतिमा लगाने का विरोध किया था। इसी को ध्यान में रखते हुए, यहां पर कड़ी सुरक्षा के बीच कार्य प्रारंभ किया गया है।
प्रशासनिक सुरक्षा के बीच कार्य शुरू
पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों की सुरक्षा टुकड़ियों के बीच यह कार्य प्रारंभ हुआ। इस दौरान कुछ लोगों ने इसका विरोध किया, लेकिन पुलिस ने कार्य को प्रभावित नहीं होने दिया। निगम के अधिकारी इस कार्य की निरंतर निगरानी कर रहे थे। विरोध करने वाले लोगों को उच्च न्यायालय से भी कोई राहत नहीं मिली है।
ऐसे में बताया जा रहा है कि तीस हजारी कोर्ट से पंचकुंइया मार्ग तक सिग्नल-मुक्त मार्ग प्राप्त हुआ है। निगम ने इस डेढ़ किलोमीटर लंबे मार्ग पर एक फ्लाइओवर का निर्माण 2018 में शुरू किया था, जो तीस हजारी से लेकर फ्लिमीस्तान तक फैला हुआ है। इसके बाद, ईदगाह और रानी झांसी गोल चक्कर पर दो प्रमुख लाल बत्तियों का स्थान है।
2019 में यूटीपेक की तरफ से मिली थी मंजूरी
यूटीपेक ने अपनी योजना के तहत 2019 में मंजूरी दे दी थी कि लाल बत्तियों को समाप्त कर तीस हजारी से पंचकुइंया रोड तक सिग्नल-मुक्त मार्ग बनाया जाएगा। इस संबंध में निगम ने 2020 में इस प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी थी। इसी योजना के अंतर्गत कार्य प्रगति पर है। रानी झांसी गोल चक्कर पर स्थित मूर्ति को ईदगाह पार्क में स्थानांतरित किया जाएगा।
निगम के एक अधिकारी ने जानकारी दी कि इस कार्य की शुरुआत हो चुकी है। डीडीए के पार्क में एक बाउंड्री वॉल का निर्माण किया जाएगा, जिसमें एक त्रिकोणीय हिस्से में मंच का भी निर्माण किया जाएगा। उसी स्थान पर यह प्रतिमा स्थापित की जाएगी।
भाजपा लक्ष्मीबाई की प्रतिमा हटाने की साजिश में - संजय सिंह
रानी झांसी गोल चौक से रानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा हटाने के खिलाफ आम आदमी पार्टी ने विरोध जताया है। पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने इसे भाजपा की साजिश बताया है। उन्होंने कहा कि भाजपा 1857 की वीर योद्धा झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा को हटाने का कुचक्र रच रही है। संजय सिंह ने यह भी कहा कि झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की एक प्रतिमा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुख्यालय के सामने स्थापित है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा को यह बर्दाश्त नहीं है कि देश के लिए बलिदान देने वाली रानी लक्ष्मीबाई की मूर्ति वहां स्थापित है।
आप नेता ने भाजपा पर लगाया आरोप
भाजपा के नेता इस मूर्ति को संघ मुख्यालय के निकट से हटाने के लिए कुचक्र रच रहे हैं। संजय सिंह ने यह भी उल्लेख किया कि संसद के भीतर महात्मा गांधी, बाबा साहब डॉ. अंबेडकर और छत्रपति शिवाजी महाराज की जहां प्रतिमाएं स्थापित थीं, उन्हें देखने और नमन करने के लिए पूरे देश से लोग आते थे। लेकिन अब इन महापुरुषों की प्रतिमाएं वहां से हटा दी गई हैं। संजय सिंह ने एक मुहिम चलाकर भाजपा को बेनकाब करने का संकल्प लिया और हरियाणा में भी इस मुद्दे को जन-जन तक पहुंचाने की बात की।