Maharashtra: देवेंद्र फडणवीस का सियासी सफर, 22 की उम्र में रखा राजनीति में कदम और 27 में बने मेयर, जानें उनका करियर

Maharashtra: देवेंद्र फडणवीस का सियासी सफर, 22 की उम्र में रखा राजनीति में कदम और 27 में बने मेयर, जानें उनका करियर
Last Updated: 12 घंटा पहले

महाराष्ट्र में 5 दिसंबर को नई सरकार का गठन होने जा रहा है, लेकिन मुख्यमंत्री (सीएम) के नाम को लेकर संशय बरकरार है। हालांकि, सीएम की रेस में देवेंद्र फडणवीस का नाम सबसे आगे चल रहा है। फडणवीस 2014 से 2019 तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे थे और 2019 में कुछ घंटों के लिए दूसरी बार सीएम बने थे। 

Maharashtra Election: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों में महायुति की शानदार जीत के बावजूद, मुख्यमंत्री (सीएम) के नाम को लेकर कोई आधिकारिक निर्णय नहीं लिया गया है। हालांकि, सीएम की रेस में सबसे आगे देवेंद्र फडणवीस का नाम चल रहा है। 2014 से 2019 तक दो बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले देवेंद्र फडणवीस अब तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में सबसे मजबूत उम्मीदवार हैं।

राजनीतिक करियर की शुरुआत

देवेंद्र फडणवीस का जन्म 22 जुलाई 1970 को नागपुर में हुआ था। उनका राजनीतिक सफर बहुत ही कम उम्र में शुरू हो गया था। 22 साल की उम्र में, उन्होंने 1992 में नागपुर नगर पालिका के चुनाव में पार्षद के रूप में अपनी पहली जीत दर्ज की। इसके बाद, महज 27 साल की उम्र में, वे नागपुर नगर पालिका के मेयर बने, जो एक बड़ी राजनीतिक सफलता थी।

परिषद से लेकर भाजपा तक का सफर

फडणवीस ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से की थी और बाद में भाजपा के वार्ड संयोजक के रूप में काम करना शुरू किया। उनका यह सफर धीरे-धीरे बढ़ता गया और 1999 में उन्होंने पहली बार विधानसभा चुनाव जीतकर कदम रखा। इसके बाद उनका राजनीतिक करियर लगातार उन्नति की ओर बढ़ा।

सीएम पद तक की यात्रा

2013 में भाजपा ने देवेंद्र फडणवीस को महाराष्ट्र भाजपा का अध्यक्ष नियुक्त किया, और उनकी अध्यक्षता में पार्टी ने 2014 के विधानसभा चुनावों में शानदार प्रदर्शन किया। भाजपा ने 122 सीटों पर जीत हासिल की और शिवसेना के साथ गठबंधन करके सरकार बनाई। 44 साल की उम्र में, फडणवीस ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। वे महाराष्ट्र के दूसरे सबसे युवा मुख्यमंत्री बने, इससे पहले 1978 में शरद पवार 38 साल की उम्र में मुख्यमंत्री बने थे।

80 घंटे के लिए सीएम और फिर डिप्टी सीएम

2019 में फडणवीस ने दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, लेकिन यह सरकार महज 80 घंटों में गिर गई। इसके बाद, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना ने सत्ता संभाली, लेकिन 2022 में शिवसेना के एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में बगावत के बाद, उद्धव सरकार गिर गई। इसके बाद, फडणवीस को डिप्टी सीएम के रूप में सरकार में शामिल किया गया और उन्होंने राज्य में भाजपा का प्रतिनिधित्व किया।

इंदिरा गांधी के विरोध में स्कूल छोड़ने का किस्सा

देवेंद्र फडणवीस की प्रारंभिक शिक्षा इंदिरा कॉन्वेंट स्कूल से हुई थी, लेकिन आपातकाल के दौरान जब उनके पिता गंगाधर राव को गिरफ्तार कर लिया गया था, तब उन्होंने विरोध स्वरूप इस स्कूल से अपना नाम कटवा लिया था। यह घटना उनके संघर्षशील और साहसी व्यक्तित्व का प्रतीक बन गई।

मॉडलिंग से राजनीति में कदम 

देवेंद्र फडणवीस ने 2006 में मॉडलिंग भी की थी। नागपुर के चौराहों पर उनकी तस्वीरें होर्डिंग्स और बैनरों पर लगी थीं। फडणवीस की यह तस्वीरें खासे चर्चा का विषय बनीं और उन्हें अटल बिहारी वाजपेयी ने "मॉडल विधायक" कहा था।

व्यक्तिगत जीवन और परिवार

देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस हैं। दोनों की पहली मुलाकात 2005 में हुई थी। देवेंद्र और अमृता की एक बेटी है, और वे नागपुर के रावसाहेब फडणवीस पार्क एरिया में रहते हैं। ज्योतिष के अनुसार, देवेंद्र फडणवीस की राशि मीन है और उनका स्वामी ग्रह बृहस्पति है।

सीएम बनने की संभावना

अब जब महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन की प्रक्रिया 5 दिसंबर को शुरू हो रही है, देवेंद्र फडणवीस तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने की रेस में सबसे आगे हैं। उनकी मजबूत राजनीतिक यात्रा, नेतृत्व क्षमता और पार्टी के प्रति उनकी निष्ठा उन्हें इस पद के लिए सबसे उपयुक्त उम्मीदवार बनाती है। यह देखना दिलचस्प होगा कि मुख्यमंत्री के रूप में उनका अगला कदम क्या होगा।

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